धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र बुधवार को धर्मशाला के तपोवन में शुरु हो चुका है. पहले दिन हिमाचल के सभी नवनिर्वाचित 68 विधायकों ने शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर चंद्र कुमार ने सभी विधायकों को शपथ दिलाई. पहले दिन की कार्यवाही में विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद विपक्ष ने हंगामा भी किया. जिसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है. गौरतलब है कि हिमाचल विधानसभा का सत्र धर्मशाला के तपोवन में हो रहा है. गुरुवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा स्पीकर चुना जाएगा. (Winter Session of Himachal Assembly) (First Day of Himachal Assembly Session) (Newly elected himachal MLA take oath)
पहले दिन विपक्ष का हंगामा और वॉकआउट- धर्मशाला के तपोवन में चल रहा शीतकालीन सत्र सुक्खू सरकार की भी पहली परीक्षा है. शीतकालीन सत्र के पहले दिन हिमाचल के विधायकों का शपथ ग्रहण हुआ. इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सभी विधायकों का स्वागत किया. जब सदन में सीएम सुक्खू बोल रहे थे, उसी वक्त विपक्ष ने पूर्व सरकार के राज में खोले संस्थानों को डिनोटिफाई करने के फैसले पर हंगामा शुरू कर दिया. सरकार की तरफ से कहा गया कि इन सभी संस्थानों के रिव्यू के बाद जरूरत के आधार पर संस्थानों को नोटिफाई किया जाएगा. जिसके बाद बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया. इस दौरान सीएम सुखविंदर सुक्खू का भाषण चलता रहा. (Himachal Assembly Session) (Swearing in of Himachal MLAs) (Who will be the speaker of Himachal Assembly)
तीन दिन का सत्र होगा हंगामेदार- 14वीं विधानसभा का पहला सत्र भले सिर्फ 3 दिन का हो जिसमें नए विधायकों की शपथ और स्पीकर के चुनाव की रस्म अदायगी हुई. लेकिन पहले दिन ही हुए विपक्ष के वॉकआउट ने इशारा दे दिया है कि ये सत्र हंगामेदार रहने वाला है. दरअसल सुक्खू सरकार ने पिछली सरकार के फैसलों का रिव्यू करने और 1 अप्रैल 2022 के बाद खोले गए संस्थानों को डिनोटिफाई करने का फैसला लिया है. जिसे लेकर विपक्ष का हंगामा जारी रह सकता है. इसके अलावा मौजूदा कांग्रेस सरकार के सीएम और डिप्टी सीएम के रूप में सुखविंदर सुक्खू और मुकेश अग्निहोत्री ने 11 दिसंबर को शपथ ली थी लेकिन अब तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पाया है, जिसे विपक्ष ने मुद्दा बनाया है.
पेपर लीक मामले पर उठेंगे सवाल- विपक्ष के अलावा सत्ता पक्ष भी जेओए पेपर लीक मामले पर विपक्ष को घेर सकता है. कांग्रेस का आरोप है कि पेपर लीक गिरोह पूर्व की बीजेपी सरकार में फल-फूल रहे थे और कांग्रेस सरकार ने उसका भंडाभोड़ किया है. इसके अलावा कांग्रेस सरकार का दावा है कि पूर्व की बीजेपी सरकार ने चुनाव में फायदे लिए बिना बजट प्रावधान या वित्त विभाग की मंजूरी के सैंकड़ों नए संस्थान खोले और अपग्रेड कर दिए. इसलिये अब उन्हें डिनोटिफाई किया गया है. इन मुद्दों पर सत्ता पक्ष विपक्ष पर हमलावर हो सकता है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2022 में चुनाव ने जीत हासिल की है. 68 विधायकों वाली विधानसभा में इस बार कांग्रेस के 40 विधायक जीतकर पहुंचे हैं जबकि 2017 में सरकार बनाने वाली भाजपा के 25 विधायक जीते हैं. कुल मिलाकर इस बार विधानसभा में सवाल पूछने वाले जवाब देने वाले की भूमिका में होंगे, जबकि पिछली विधानसभा में सत्ता संभालने वाली पार्टी विपक्ष की भूमिका में होगी. इस बार विधानसभा में 3 निर्दलीय विधायक हैं जबकि बीजेपी विधायक रीना कश्यप इकलौती महिला विधायक के रूप में सदन में मौजूद होंगी. (Himachal Assembly Winter Session)
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