शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद आई आपदा से निपटने के लिए जहां प्रदेश के लोग और विभिन्न संगठन मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान कर रहे हैं. वहीं, प्रदेश के मुखिया सुखविंदर सिंह ने भी बड़ी पहल की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी जमा पूंजी के 51 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान किए हैं. इसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह के अपने बैंक खाते में अब 17 हजार रुपये की राशि शेष बची है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को 51 लाख का चेक भेंट किया. इस मौके पर उनकी धर्म पत्नी कमलेश ठाकुर, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, उनके कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में आई आपदा से निपटने के लिए प्रदेश का हर वर्ग आगे बढ़कर सहायता कर रहा है. प्रदेश के बच्चे भी आपदा में मदद के लिए आगे आ रहे हैं.
'जब बच्चे दे रहे हैं दान तो मैं तो प्रदेश का मुख्यमंत्री': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि रिटायर्ड कर्मचारी और महिलाएं एवं प्रदेश में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारी भी मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके मन में बात आई कि जब बच्चे अपना गुलक तोड़कर आपदा राहत कोष के लिए दान कर रहे हैं और वे भी अपनी राशि राहत कोष में दान करेंगे, ताकि इसे प्रदेश के आपदा प्रभावित लोगों की मदद की जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग बढ़ चढ़कर इस आपदा में रात को उसके लिए दान कर रहे हैं. ऐसे में उन्होंने भी अपनी जमा पूंजी को राहत कोष में दान करने का फैसला लिया है.
'केंद्र से विशेष आपदा राशि की उम्मीद': मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि इससे पहले जब कोरोना काल में भी उन्होंने अपनी विधायक के तौर पर वेतन को कॉविड फंड के लिए से दिया था. एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश आपदा से अपने स्तर पर आपदा से निपटने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने केंद्र की ओर से आपदा के लिए विशेष आपदा राशि की उम्मीद जताई है.
पहले भी तनख्वाह आपदा राहत कोष में दी थी: सुखविंदर सिंह सुक्खू जब विधायक थे तो तब कोरोना काल में विधायक के तौर पर उन्होंने एक साल का वेतन और अपनी एफडीआर तोड़कर भी 11 लाख रुपये की धनराशि राज्य सरकार को महामारी से लड़ने के लिए दान में दी थी. अब मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने अपने जीवन की जमा पूंजी राहत कोष में दान की है. उनकी इस दरियाली की लोग तारीफ कर रहे हैं.