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देश के सबसे ऊंचे स्कूल में छात्रों के लिए लगे स्पेशल फोन, ATM की तरह इस्तेमाल होंगे चिप कार्ड, कॉलिंग में मौसम नहीं बनेगा बाधा - देश में सबसे ऊंचाई पर बना स्कूल

देश के सबसे ऊंचे स्कूल में छात्रों के लिए स्पेशल फोन लगे हैं. दरअसल स्कूल में पहले से लैंडलाइन फोन उपलब्ध है, लेकिन मौसम खराब होने की स्थिति में ये फोन अधिकतर बंद रहता है. ऐसे में छात्र अपने अभिभावकों से बात करने के लिए टीचर्स के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे. लेकिन, अब स्कूल में लगे नए फोन के सहारे छात्र हर मौसम में परिजनों से बात कर पाएंगे क्योंकि ये फोन मोबाइल की तरह काम करते हैं.

देश के सबसे ऊंचे स्कूल को मिली फोन की सुविधा
देश के सबसे ऊंचे स्कूल को मिली फोन की सुविधा
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Published : Mar 20, 2023, 5:51 PM IST

लाहौल/स्पीति: देश के कई शहर इन दिनों 5G सेवाओं की सुविधा ले रहे हैं, लेकिन देश में सबसे ऊंचाई पर बना स्कूल पहली बार मोबाइल टावर से जुड़ा है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों के लिए खुशखबरी है.

लाहौल स्पीति जिला है बर्फ का रेगिस्तान: दरअसल, नवोदय स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को हॉस्टल सुविधा मिलती है और वो अपने परिजनों से स्कूल के तय वक्त के मुताबिक ही बात कर सकते हैं. लेकिन लाहौल जैसे बर्फीले क्षेत्र में कई बार ये भी मुमकिन नहीं हो पाता. देश में सबसे ऊंचाई पर स्थित ये स्कूल तिब्बत सीमा से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. समुद्र तल से करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ये स्कूल बर्फ के रेगिस्तान के बीच है. यहां से नजदीकी गांव करीब 8 किलोमीटर दूर है.

जवाहर नवोदय विद्यालय लरी.
जवाहर नवोदय विद्यालय लरी.

स्कूल में लगे स्पेशल तरह के 5 टेलीफोन बॉक्स: दरअसल लाहौल स्पीति के लरी में स्थित जवाहर नवोदय स्कूल में 5 टेलीफोन बॉक्स लगाए गए हैं जो मोबाइल टावर से जुड़े होंगे. इन फोन का इस्तेमाल करने के लिए छात्रों को चिप कार्ड दिए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके छात्र अपने अभिभावकों से फोन पर बात कर सकते हैं.

सेव किए गए सिर्फ तीन नंबरों पर बात कर पाएंगे छात्र: चिप कार्ड में सिर्फ 3 नंबर सेव होंगे. इनमें छात्रों के माता, पिता और एक अन्य रिश्तेदार का मोबाइल नंबर फीड किया गया है. इसलिये छात्र ही अपने अभिभावक को फोन कर पाएंगे, अभिभावकों की ओर से इस नंबर पर फोन नहीं किया जा सकता. 1, 2, 3 के रूप में इस चिप कार्ड में तीन ही नंबर सेव किए गए हैं. एक नंबर से पिता, दूसरे नंबर से माता और तीन नंबर पर किसी रिश्तेदार का नंबर सेव होगा. इन तीन नंबरों के अलावा छात्र किसी चौथे नंबर पर फोन नहीं कर पाएंगे. इस तरह फोन पर सिर्फ आउटगोइंग की ही सुविधा होगी.

एटीएम की तरह इस्तेमाल करेंगे फोन: जवाहर नवोदय विद्यालय लरी के प्रिंसिपल संजय राही ने बताया कि लेह में 10,000 फीट की ऊंचाई पर एक सरकारी स्कूल स्थापित है और लाहौल स्पीति के लरी में नवोदय विद्यालय करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर है. इस तरह ये दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित स्कूलों में शामिल है. स्कूल में लगाए गए टेलीफोन बॉक्स का इस्तेमाल करने के लिए सभी छात्रों को एटीएम कार्ड की तरह चिप कार्ड का इस्तेमाल करना होगा. जब छात्रों को अपने घर वालों से बात करनी होगी तो वे अपने-अपने चिप कार्ड को टेलीफोन वाली मशीन में डालेंगे और उसमें सेव पिता, माता या रिश्तेदार के नंबर पर फोन कर सकेंगे.

प्रति मिनट एक रुपये की कॉल: इस टेलीफोन से कॉल करने के लिए एक रुपये प्रति मिनट चार्ज किया जाएगा. छात्रों को दिए चिप कार्ड परिजनों को ही रिचार्ज करवाने होंगे. स्कूल के प्रिंसिपल संजय राही ने बताया कि जवाहर नवोदय स्कूल प्रबंधन समिति के द्वारा सिक्योर लाइन स्थापित करने के बारे में फैसला लिया गया था और उसके बाद सिक्योर कंपनी के द्वारा एयरटेल कंपनी के साथ समझौता कर यहां पर पांच टेलीफोन बॉक्स स्थापित किए गए हैं. फिलहाल स्कूल में 200 छात्र हैं और सभी को चिप कार्ड दिए गए हैं. आने वाले दिनों में छात्रों की संख्य बढ़ेगी जिसे देखते हुए 500 चिप कार्ड की व्यवस्था की जाएगी. स्कूल में कुल 5 टेलीफोन बॉक्स लगाए गए हैं जिनमें से एक छात्राओं के हॉस्टल में, एक छात्रों के हॉस्टल में जबकि तीन टेलीफोन बॉक्स एकेडमिक रूम में स्थापित किए गए हैं.

अब मौसम नहीं आएगा आड़े: दरअसल स्कूल में पहले से लैंडलाइन फोन उपलब्ध है, लेकिन मौसम खराब होने की स्थिति में ये फोन अधिकतर बंद रहता है. ऐसे में छात्र अपने अभिभावकों से बात करने के लिए टीचर्स के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे. लेकिन, अब स्कूल में लगे नए फोन के सहारे छात्र हर मौसम में परिजनों से बात कर पाएंगे क्योंकि ये फोन मोबाइल की तरह काम करते हैं.

ये भी पढ़ें: स्पीति घाटी में याक पर Snow Leopard का अटैक, देखें वीडियो

लाहौल/स्पीति: देश के कई शहर इन दिनों 5G सेवाओं की सुविधा ले रहे हैं, लेकिन देश में सबसे ऊंचाई पर बना स्कूल पहली बार मोबाइल टावर से जुड़ा है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों के लिए खुशखबरी है.

लाहौल स्पीति जिला है बर्फ का रेगिस्तान: दरअसल, नवोदय स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को हॉस्टल सुविधा मिलती है और वो अपने परिजनों से स्कूल के तय वक्त के मुताबिक ही बात कर सकते हैं. लेकिन लाहौल जैसे बर्फीले क्षेत्र में कई बार ये भी मुमकिन नहीं हो पाता. देश में सबसे ऊंचाई पर स्थित ये स्कूल तिब्बत सीमा से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. समुद्र तल से करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित ये स्कूल बर्फ के रेगिस्तान के बीच है. यहां से नजदीकी गांव करीब 8 किलोमीटर दूर है.

जवाहर नवोदय विद्यालय लरी.
जवाहर नवोदय विद्यालय लरी.

स्कूल में लगे स्पेशल तरह के 5 टेलीफोन बॉक्स: दरअसल लाहौल स्पीति के लरी में स्थित जवाहर नवोदय स्कूल में 5 टेलीफोन बॉक्स लगाए गए हैं जो मोबाइल टावर से जुड़े होंगे. इन फोन का इस्तेमाल करने के लिए छात्रों को चिप कार्ड दिए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके छात्र अपने अभिभावकों से फोन पर बात कर सकते हैं.

सेव किए गए सिर्फ तीन नंबरों पर बात कर पाएंगे छात्र: चिप कार्ड में सिर्फ 3 नंबर सेव होंगे. इनमें छात्रों के माता, पिता और एक अन्य रिश्तेदार का मोबाइल नंबर फीड किया गया है. इसलिये छात्र ही अपने अभिभावक को फोन कर पाएंगे, अभिभावकों की ओर से इस नंबर पर फोन नहीं किया जा सकता. 1, 2, 3 के रूप में इस चिप कार्ड में तीन ही नंबर सेव किए गए हैं. एक नंबर से पिता, दूसरे नंबर से माता और तीन नंबर पर किसी रिश्तेदार का नंबर सेव होगा. इन तीन नंबरों के अलावा छात्र किसी चौथे नंबर पर फोन नहीं कर पाएंगे. इस तरह फोन पर सिर्फ आउटगोइंग की ही सुविधा होगी.

एटीएम की तरह इस्तेमाल करेंगे फोन: जवाहर नवोदय विद्यालय लरी के प्रिंसिपल संजय राही ने बताया कि लेह में 10,000 फीट की ऊंचाई पर एक सरकारी स्कूल स्थापित है और लाहौल स्पीति के लरी में नवोदय विद्यालय करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर है. इस तरह ये दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित स्कूलों में शामिल है. स्कूल में लगाए गए टेलीफोन बॉक्स का इस्तेमाल करने के लिए सभी छात्रों को एटीएम कार्ड की तरह चिप कार्ड का इस्तेमाल करना होगा. जब छात्रों को अपने घर वालों से बात करनी होगी तो वे अपने-अपने चिप कार्ड को टेलीफोन वाली मशीन में डालेंगे और उसमें सेव पिता, माता या रिश्तेदार के नंबर पर फोन कर सकेंगे.

प्रति मिनट एक रुपये की कॉल: इस टेलीफोन से कॉल करने के लिए एक रुपये प्रति मिनट चार्ज किया जाएगा. छात्रों को दिए चिप कार्ड परिजनों को ही रिचार्ज करवाने होंगे. स्कूल के प्रिंसिपल संजय राही ने बताया कि जवाहर नवोदय स्कूल प्रबंधन समिति के द्वारा सिक्योर लाइन स्थापित करने के बारे में फैसला लिया गया था और उसके बाद सिक्योर कंपनी के द्वारा एयरटेल कंपनी के साथ समझौता कर यहां पर पांच टेलीफोन बॉक्स स्थापित किए गए हैं. फिलहाल स्कूल में 200 छात्र हैं और सभी को चिप कार्ड दिए गए हैं. आने वाले दिनों में छात्रों की संख्य बढ़ेगी जिसे देखते हुए 500 चिप कार्ड की व्यवस्था की जाएगी. स्कूल में कुल 5 टेलीफोन बॉक्स लगाए गए हैं जिनमें से एक छात्राओं के हॉस्टल में, एक छात्रों के हॉस्टल में जबकि तीन टेलीफोन बॉक्स एकेडमिक रूम में स्थापित किए गए हैं.

अब मौसम नहीं आएगा आड़े: दरअसल स्कूल में पहले से लैंडलाइन फोन उपलब्ध है, लेकिन मौसम खराब होने की स्थिति में ये फोन अधिकतर बंद रहता है. ऐसे में छात्र अपने अभिभावकों से बात करने के लिए टीचर्स के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे. लेकिन, अब स्कूल में लगे नए फोन के सहारे छात्र हर मौसम में परिजनों से बात कर पाएंगे क्योंकि ये फोन मोबाइल की तरह काम करते हैं.

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