पलामू: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हमले में 10 से अधिक जवान शहीद हुए हैं. इस हमले के बाद झारखंड बिहार और झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा पर हाई अलर्ट जारी किया गया है. जबकि दोनों इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू किया गया है. पुलिस प्रशासन और सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों ने निगरानी बढ़ा दी है.
दंतेवाड़ा की घटना के बाद झारखंड और छत्तीसगढ़ हाई अलर्ट जारी किया गया है. सुरक्षाबलों को सघन निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. संवेदनशील इलाकों में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. राजकुमार लकड़ा, आईजी पलामू रेंज
दंतेवाड़ा की घटना के बाद नक्सली प्रभावित इलाकों में सर्च अभियान शुरू किया गया है जबकि कई इलाकों में अतिरिक्त जवानों की भी तैनाती की गई है. हाल के दिनों में झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है, चतरा के इलाके में हुए मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप पांच कमांडर मारे गए हैं, जबकि बूढ़ा पहाड़ के इलाके को छोड़कर नक्सलियों को भागना पड़ा है.
चतरा में हुए मुठभेड़ के विरोध में माओवादियों ने दो बार झारखंड-बिहार बंद की घोषणा भी की थी. पहली बार माओवादियों के बंद का इलाके में कोई प्रभाव नहीं पड़ा. छत्तीसगढ़ घटना के बाद बूढ़ा पहाड़ और बिहार से तेज सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान शुरू किया गया है. नक्सल विरोधी अभियान में तैनात जवान और पुलिसकर्मियों को लूज मूवमेंट नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस अधिकारी और जवानों को मूवमेंट से पहले पुलिस मुख्यालय को बताने को कहा गया है. पुलिस नक्सलियों के गतिविधि और उनके खिलाफ खुफिया सूचनाओं को तेजी से इकट्ठा करने का काम शुरू कर दिया है.