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उत्तर भारत में भारी बारिश से 37 लोगों की मौत, सेना और NDRF की टीमें बचाव अभियान में जुटीं

हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई है, जबकि पूरे उत्तर भारत में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या 37 पहुंच गई है.

Heavy rains in North India
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Published : Jul 11, 2023, 7:03 AM IST

Updated : Jul 11, 2023, 12:27 PM IST

नई दिल्ली: उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लगातार तीसरे दिन सोमवार को भारी बारिश ने तबाही मचाई. बीते दो दिन में बारिश से संबंधित घटनाओं में 37 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ की कई टीम को तैनात किया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से स्थिति के बारे में बात की और उन्हें केंद्र सरकार से हर संभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा की.

हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि पंजाब और हरियाणा में नौ, राजस्थान में सात और उत्तर प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई. उत्तर भारत में, दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर हैं. क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूब गए हैं. कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए. रविवार को रिकॉर्ड बारिश के कारण नगर निकाय भी स्थिति सुधारने में असहाय नजर आए.

असम का जोड़ा हिमाचल में लापता: इस बीच हिमाचल प्रदेश घूमने गया असम का एक जोड़ा लापता हो गया है. लापता दंपति सोनारी जिले के पार्वतीपुर निवासी देवाशीष राजखोवा और शिखा फुकन हैं. पिछले 72 घंटों से परिवार को देवाशीष और शिखा का कोई पता नहीं चला है. इससे परिवार के लोग सदमे में हैं. दंपति 6 जुलाई को हिमाचल प्रदेश की यात्रा पर गए थे. मौसम बिगड़ने के बाद से परिवार के सदस्यों का देवाशीष और शिखा से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार का मानना है कि दोनों मंडी जिले में रह रहे थे. परिवार ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से हिमाचल प्रदेश सरकार से संपर्क करने और दोनों को बचाने के लिए उपाय करने का आग्रह किया है.

  • #WATCH J&K: NHAI is working to construct an emergency bypass at Seri-district Ramban to restore traffic on NH-44.

    (Source: Ramban Deputy Commissioner) pic.twitter.com/zr8tmICsCs

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चार राज्यों में NDRF की 39 टीमें तैनात: उत्तर भारत के चार राज्यों में हो रही भारी बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 39 टीम तैनात की गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 14 टीम पंजाब में काम कर रही हैं, जबकि एक दर्जन टीम हिमाचल प्रदेश, आठ उत्तराखंड और पांच हरियाणा में तैनात हैं. एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया, 'बचाव अभियान वास्तविक स्थिति के अनुसार और राज्य के अधिकारियों के समन्वय से चलाया जा रहा है.' पंजाब में भारी बारिश के कारण पानी भर जाने के बाद सेना ने राज्य के एक निजी विश्वविद्यालय से 910 छात्रों और 50 अन्य को बचाया.

  • #WATCH | Chamoli, Uttarakhand: The water level of the river increases due to the explosion of a glacier in Jumma village. No loss of life or property was reported, confirm police officials (10.07) pic.twitter.com/6aSZFgUbCD

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पंजाब और हरियाणा में नागरिक प्रशासन ने पूर्व में सेना से बचाव अभियान के लिए मदद मांगी थी और सेना ने दोनों राज्यों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की सहायता के लिए पश्चिमी कमान की बाढ़ राहत टुकड़ियों को भेजा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मूसलाधार बारिश से प्रभावित राज्यों में हुए जान-माल के नुकसान पर दुख जताया और केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि 'पीएम केयर्स फंड' से अतिरिक्त सहायता राशि प्रदान की जानी चाहिए.

  • "We lost everything...water entered our houses early in the morning around 10-11 am, and we couldn't save any of our belongings. The administration didn't inform us about the evacuation," says a local affected by the flash floods in Himachal Pradesh's Mandi (10.07) pic.twitter.com/svtV4uFF8D

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से शिमला में चार और लोगों की जान चली गई. पर्वतीय राज्य में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण शिमला-कालका राजमार्ग सोमवार सुबह अवरुद्ध हो गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले दो दिन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है. सुक्खू ने कहा कि पिछले 50 वर्षों में राज्य में इतनी 'भारी बारिश' नहीं देखी गई है. उन्होंने कहा कि चंद्रताल में तथा लाहौल एवं स्पीति में पागल एवं तेलगी नाले के बीच फंसे 400 पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं.

  • Rains have stopped in the district. Some roads are partially blocked, however, traffic is moving smoothly. Everyone is advised to not go near water bodies and to cooperate with the police personnel on duty:
    Superintendent of Police, District Una, Himachal Pradesh pic.twitter.com/r1cotslTrd

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

शिमला के ठियोग उप संभाग में सोमवार सुबह भूस्खलन के बाद तीन लोगों की मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना पल्लवी गांव में हुई और मृतकों की पहचान दीप बहादुर, देवदासी और मोहन बहादुर के रूप में हुई है. शिमला शहर के बाहरी इलाके राझना गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में फंसी एक बुजुर्ग महिला का शव रविवार रात को निकाला गया. इससे कुछ घंटे पहले महिला की पोती का शव घटनास्थल से बरामद किया गया था.

  • #WATCH अंबाला (हरियाणा): भारी बारिश के कारण अंबाला-चंडीगढ़ राजमार्ग पर जलभराव हुआ। pic.twitter.com/kAglt1oSeo

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को 'अत्यंत भारी बारिश' के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया. अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल शिमला-कालका मार्ग पर रेल परिचालन मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया है क्योंकि भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध है. उन्होंने कहा कि राज्य भर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है.

शिमला से लगभग 16 किमी दूर शोघी के पास सोमवार को भूस्खलन के बाद शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. अधिकारियों ने बताया कि जिले में 120 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं जबकि 484 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं. सुक्खू ने एक वीडियो में लोगों से अपील की कि वे भारी बारिश में घरों से बाहर निकलने से, खासकर नदियों और नालों के पास जाने से बचें, क्योंकि मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की चेतावनी दी है.

दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में मूसलाधार बारिश के कारण हुए जलभराव और यमुना के बढ़ते जल स्तर पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की. केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यमुना नदी के 206 मीटर के निशान को पार करते ही निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में संभवत: बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं होगी. केजरीवाल ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ तथा जलभराव की स्थिति की सोमवार को समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका के मद्देनजर 'अलर्ट मोड' में रहने के आदेश दिये हैं.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति और सभी नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखने के निर्देश देते हुए प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को सतर्क रखने के आदेश दिये.

राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. अजमेर, सीकर रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर पानी भर गया. वहीं, टोंक में निचले इलाकों में घरों में पानी घुस गया. जयपुर में, सात वर्षीय एक बच्चा बारिश के पानी से भरे नाले में डूब गया, जबकि लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव हो गया. मौसम विभाग ने मंगलवार को बारां, बूंदी, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.

पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के हालात हैं. प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है. पंजाब सरकार ने मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य में 13 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. चंडीगढ़ में पिछले तीन दिन के दौरान मूसलाधार बारिश हुई और कुछ सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया.

भारी बारिश के कारण पंजाब में कुछ स्थानों पर बाढ़ आने के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वे नहीं घबराएं. पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने राज्य में स्थिति का जायजा लेने और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. दोनों राज्यों में सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में मोहाली, पटियाला, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, पंचकूला और अंबाला शामिल हैं.

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लगातार बारिश के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिन के लिए अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया और गृह, आपदा प्रबंधन और शहरी स्थानीय निकायों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई. उन्होंने बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा भी लिया, जिसमें मुख्य सचिव संजीव कौशल भी मौजूद थे.

उत्तराखंड के अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर बारिश और भूस्खलन होने से कई मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हुआ. उन्होंने बताया कि कुछ घंटों बाद राजमार्ग पर यातायात बहाल हो सका जबकि कई मार्ग बंद हैं जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं. आईएमडी मौसम की चेतावनी के लिए चार रंग कोड का इस्तेमाल करता है- 'ग्रीन' (कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं), 'येलो' (नजर रखें और ताजा जानकारी लें), 'ऑरेंज' (तैयार रहें) और 'रेड' (कार्रवाई करें).

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में लगातार तीसरे दिन सोमवार को भारी बारिश ने तबाही मचाई. बीते दो दिन में बारिश से संबंधित घटनाओं में 37 लोगों की मौत हो चुकी है. राहत और बचाव अभियान तेज करने के लिए सेना और एनडीआरएफ की कई टीम को तैनात किया गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से स्थिति के बारे में बात की और उन्हें केंद्र सरकार से हर संभव मदद और सहयोग का आश्वासन दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में अत्यधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा की.

हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि पंजाब और हरियाणा में नौ, राजस्थान में सात और उत्तर प्रदेश में तीन लोगों की मौत हो गई. उत्तर भारत में, दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर हैं. क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूब गए हैं. कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए. रविवार को रिकॉर्ड बारिश के कारण नगर निकाय भी स्थिति सुधारने में असहाय नजर आए.

असम का जोड़ा हिमाचल में लापता: इस बीच हिमाचल प्रदेश घूमने गया असम का एक जोड़ा लापता हो गया है. लापता दंपति सोनारी जिले के पार्वतीपुर निवासी देवाशीष राजखोवा और शिखा फुकन हैं. पिछले 72 घंटों से परिवार को देवाशीष और शिखा का कोई पता नहीं चला है. इससे परिवार के लोग सदमे में हैं. दंपति 6 जुलाई को हिमाचल प्रदेश की यात्रा पर गए थे. मौसम बिगड़ने के बाद से परिवार के सदस्यों का देवाशीष और शिखा से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. परिवार का मानना है कि दोनों मंडी जिले में रह रहे थे. परिवार ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से हिमाचल प्रदेश सरकार से संपर्क करने और दोनों को बचाने के लिए उपाय करने का आग्रह किया है.

  • #WATCH J&K: NHAI is working to construct an emergency bypass at Seri-district Ramban to restore traffic on NH-44.

    (Source: Ramban Deputy Commissioner) pic.twitter.com/zr8tmICsCs

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

चार राज्यों में NDRF की 39 टीमें तैनात: उत्तर भारत के चार राज्यों में हो रही भारी बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कुल 39 टीम तैनात की गई हैं. अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 14 टीम पंजाब में काम कर रही हैं, जबकि एक दर्जन टीम हिमाचल प्रदेश, आठ उत्तराखंड और पांच हरियाणा में तैनात हैं. एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया, 'बचाव अभियान वास्तविक स्थिति के अनुसार और राज्य के अधिकारियों के समन्वय से चलाया जा रहा है.' पंजाब में भारी बारिश के कारण पानी भर जाने के बाद सेना ने राज्य के एक निजी विश्वविद्यालय से 910 छात्रों और 50 अन्य को बचाया.

  • #WATCH | Chamoli, Uttarakhand: The water level of the river increases due to the explosion of a glacier in Jumma village. No loss of life or property was reported, confirm police officials (10.07) pic.twitter.com/6aSZFgUbCD

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पंजाब और हरियाणा में नागरिक प्रशासन ने पूर्व में सेना से बचाव अभियान के लिए मदद मांगी थी और सेना ने दोनों राज्यों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की सहायता के लिए पश्चिमी कमान की बाढ़ राहत टुकड़ियों को भेजा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मूसलाधार बारिश से प्रभावित राज्यों में हुए जान-माल के नुकसान पर दुख जताया और केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि 'पीएम केयर्स फंड' से अतिरिक्त सहायता राशि प्रदान की जानी चाहिए.

  • "We lost everything...water entered our houses early in the morning around 10-11 am, and we couldn't save any of our belongings. The administration didn't inform us about the evacuation," says a local affected by the flash floods in Himachal Pradesh's Mandi (10.07) pic.twitter.com/svtV4uFF8D

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से शिमला में चार और लोगों की जान चली गई. पर्वतीय राज्य में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण शिमला-कालका राजमार्ग सोमवार सुबह अवरुद्ध हो गया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले दो दिन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है. सुक्खू ने कहा कि पिछले 50 वर्षों में राज्य में इतनी 'भारी बारिश' नहीं देखी गई है. उन्होंने कहा कि चंद्रताल में तथा लाहौल एवं स्पीति में पागल एवं तेलगी नाले के बीच फंसे 400 पर्यटकों और स्थानीय लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं.

  • Rains have stopped in the district. Some roads are partially blocked, however, traffic is moving smoothly. Everyone is advised to not go near water bodies and to cooperate with the police personnel on duty:
    Superintendent of Police, District Una, Himachal Pradesh pic.twitter.com/r1cotslTrd

    — ANI (@ANI) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

शिमला के ठियोग उप संभाग में सोमवार सुबह भूस्खलन के बाद तीन लोगों की मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना पल्लवी गांव में हुई और मृतकों की पहचान दीप बहादुर, देवदासी और मोहन बहादुर के रूप में हुई है. शिमला शहर के बाहरी इलाके राझना गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में फंसी एक बुजुर्ग महिला का शव रविवार रात को निकाला गया. इससे कुछ घंटे पहले महिला की पोती का शव घटनास्थल से बरामद किया गया था.

  • #WATCH अंबाला (हरियाणा): भारी बारिश के कारण अंबाला-चंडीगढ़ राजमार्ग पर जलभराव हुआ। pic.twitter.com/kAglt1oSeo

    — ANI_HindiNews (@AHindinews) July 10, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को 'अत्यंत भारी बारिश' के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया. अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल शिमला-कालका मार्ग पर रेल परिचालन मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया है क्योंकि भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध है. उन्होंने कहा कि राज्य भर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है.

शिमला से लगभग 16 किमी दूर शोघी के पास सोमवार को भूस्खलन के बाद शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. अधिकारियों ने बताया कि जिले में 120 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं जबकि 484 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं. सुक्खू ने एक वीडियो में लोगों से अपील की कि वे भारी बारिश में घरों से बाहर निकलने से, खासकर नदियों और नालों के पास जाने से बचें, क्योंकि मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की चेतावनी दी है.

दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में मूसलाधार बारिश के कारण हुए जलभराव और यमुना के बढ़ते जल स्तर पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की. केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यमुना नदी के 206 मीटर के निशान को पार करते ही निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में संभवत: बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं होगी. केजरीवाल ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ तथा जलभराव की स्थिति की सोमवार को समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका के मद्देनजर 'अलर्ट मोड' में रहने के आदेश दिये हैं.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति और सभी नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखने के निर्देश देते हुए प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को सतर्क रखने के आदेश दिये.

राजस्थान के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. अजमेर, सीकर रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर पानी भर गया. वहीं, टोंक में निचले इलाकों में घरों में पानी घुस गया. जयपुर में, सात वर्षीय एक बच्चा बारिश के पानी से भरे नाले में डूब गया, जबकि लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव हो गया. मौसम विभाग ने मंगलवार को बारां, बूंदी, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और सवाई माधोपुर में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.

पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण भीषण बाढ़ के हालात हैं. प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है. पंजाब सरकार ने मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य में 13 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है. चंडीगढ़ में पिछले तीन दिन के दौरान मूसलाधार बारिश हुई और कुछ सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया.

भारी बारिश के कारण पंजाब में कुछ स्थानों पर बाढ़ आने के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वे नहीं घबराएं. पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने राज्य में स्थिति का जायजा लेने और राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. दोनों राज्यों में सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में मोहाली, पटियाला, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, पंचकूला और अंबाला शामिल हैं.

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लगातार बारिश के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिन के लिए अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया और गृह, आपदा प्रबंधन और शहरी स्थानीय निकायों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई. उन्होंने बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा भी लिया, जिसमें मुख्य सचिव संजीव कौशल भी मौजूद थे.

उत्तराखंड के अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर बारिश और भूस्खलन होने से कई मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हुआ. उन्होंने बताया कि कुछ घंटों बाद राजमार्ग पर यातायात बहाल हो सका जबकि कई मार्ग बंद हैं जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं. आईएमडी मौसम की चेतावनी के लिए चार रंग कोड का इस्तेमाल करता है- 'ग्रीन' (कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं), 'येलो' (नजर रखें और ताजा जानकारी लें), 'ऑरेंज' (तैयार रहें) और 'रेड' (कार्रवाई करें).

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jul 11, 2023, 12:27 PM IST
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