जोधपुर. हिंदी फिल्म 'कुत्ते' को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में दायर याचिका पर गुरुवार को सुनवाई नहीं हुई. जस्टिस अरुण भंसाली की अदलात में समयाभाव के चलते सुनवाई नहीं हो सकी. अगली सुनवाई अब शुक्रवार को होगी. यह बात अलग है कि 13 जनवरी दिन शुक्रवार को फिल्म रिलीज होनी है. फिलहाल, इसको लेकर कोर्ट की ओर से कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं. गुरुवार को यह याचिका 186 नंबर लिस्टेड थी, लेकिन बड़े मामलों की सुनवाई में समय निकल जाने से नंबर नहीं आया.
राजस्थान पुलिस में एएसपी के पद पर कार्यरत नरेंद्र चौधरी की 17 वर्षीय बेटी की ओर से यह याचिका दायर की गई है. जिसमें बताया गया है कि फिल्म 'कुत्ते' के ट्रेलर में जो दृश्य हैं, वो पुलिस से जुड़े हैं. यह भी बताया जा रहा है कि इस फिल्म की कहानी गढ़चिरौली की घटना से प्रेरित है. पूरी फिल्म की कहानी पुलिस के इर्द-गिर्द घूमती है. ऐसी स्थिति में 'कुत्ते' शीर्षक पूरी पुलिस कम्युनिटी को प्रभावित करता है.
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पोस्टर पर भी फिल्म कलाकारों के चेहरे की जगह कुत्ते के चेहरे हैं, जो सभी फिल्म में पुलिस की भूमिका में हैं. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीपेश बेनीवाल के अनुसार हम फिल्म के विरोध में नहीं हैं. फिल्म अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा है, लेकिन शीर्षक पूरी पुलिस कम्युनिटी को प्रभावित करता है, जो
संविधान के अनुछेच्द 21 के तहत Right to Live with Dignity का उल्लंघन करता है, जो नहीं किया जा सकता है. इसलिए 'कुत्ते' शीर्षक बदला जाए, अन्यथा फिल्म की रिलीज रोकी जाए.
बचपन से पुलिस के साथ रही : याचिकाकर्ता बच्ची के परिवार के लोग पुलिस में कार्यरत हैं. पिता जालोर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं. दादा सेवानिवृत पुलिस उपधीक्षक रहे हैं. चाचा सब इंस्पेक्टर हैं. फिल्म के शीर्षक 'कुत्ते' को लेकर आपत्ति की याचिका सोमवार को दायर की गई थी, जिसे गुरुवार को सुनने के लिए लिस्टेड किया गया था.