देहरादून/दिल्ली: हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच मामले में घिरे जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई चार हफ्ते के लिए टाल दी है. धर्म संसद में विवादित भाषण मामले में वसीम रिजवी जेल भी जा चुके हैं.
जानें पूरा मामला: गौर हो कि हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर 2021 को धर्म संसद का आयोजन किया गया था, जिसमें कथित रूप से एक विशेष समुदाय के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बयान दिए गए थे. ये बयान सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए थे. हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच (Dharma Sansad Hate Speech Case) का वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व सेना प्रमुखों, कार्यकर्ताओं और बहुत से अन्य लोगों ने विवादित भाषण की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी.
ये भी पढ़ेंः वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की पहली धार्मिक यात्रा शुरू, बदरीनाथ धाम के करेंगे दर्शन
आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ने इस मामले में आयोजकों आौर वक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बाद इन वायरल वीडियो के आधार एवं गुलबहार खान की तहरीर पर पुलिस ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के खिलाफ 23 दिसंबर को हरिद्वार शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने 13 जनवरी को जितेंद्र नारायण त्यागी (Waseem Rizvi Controversy Statement) को हरिद्वार के बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था. वहीं, 17 मई को उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 3 महीने की सशर्त अंतरिम जमानत दी गई थी.
जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कौन है: जितेंद्र नारायण त्यागी का पूर्व का नाम वसीम रिजवी Waseem Rizvi) है, वो उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड (UP Shia Waqf Board) के पूर्व चेयरमैन रह चुके है. उन्होंने 6 दिसंबर 2021 को इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया था. सनातन धर्म अपनाने के बाद उन्होंने अपना नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (Jitendra Narayan Singh Tyagi) रख लिया था. इनदिनों जितेंद्र नारायण त्यागी अपनी पहली धार्मिक यात्रा यानी बदरीनाथ धाम की यात्रा पर हैं. उन्होंने बीती 14 अक्टूबर को हरिद्वार से यह यात्रा शुरू की थी.