नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मुफ्त COVID टीकाकरण अभियान के बीच दिल्ली सरकार द्वारा 18+ समूह के लिए मुफ्त टीकों की आपूर्ति न करने का आरोप लगाया गया है. यह स्पष्ट किया जाता है कि भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया था कि 21 जून से पहले राज्यों को प्रत्यक्ष राज्य खरीद के तहत टीकों की पूरी आपूर्ति प्रदान की जाए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने कहा कि कल 21 जून को पूरे देशभर में 88,09,000 कोविड वैक्सीन की डोज लगाई गईं. इनमें से 40,43,000 वैक्सीन की डोज महिलाओं को लगाई गई और 47,24,283 वैक्सीन की डोज पुरुषों को लगाई गईं.
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में सर्वाधिक 17 लाख से अधिक खुराकें लगाई गईं. इसके बाद कर्नाटक में 11 लाख से अधिक, यूपी में 7 लाख से अधिक, बिहार में 5.75 लाख, हरियाणा और गुजरात में 5.15 लाख, राजस्थान में 4.60 लाख, तमिलनाडु में 3.97 लाख, महाराष्ट्र में 3.85 लाख और असम में 3.68 लाख डोज लगाई गईं.
डेल्टा संस्करण (Delta variant) भारत सहित 80 देशों में पाया गया है. इसे 'चिंता का रूप' में देखा जा रहा है. डेल्टा प्लस (Delta Plus) 9 देशों में पाया गया है . इनमें यूएस, यूके, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस शामिल हैं.
भारत में डेल्टा प्लस संस्करण के 22 में से 16 मामले रत्नागिरी और जलगांव (महाराष्ट्र) में और कुछ मामले केरल और मध्य प्रदेश में पाए गए हैं.
राजेश भूषण ने कहा कि कई बार आलोचना के बावजूद, CoWIN को ज्यादातर प्रशंसा मिली है. इसने खुद को एक बहुत ही मजबूत, सर्व-समावेशी, सरल आईटी-आधारित प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है. इसलिए, बड़ी संख्या में देश प्रौद्योगिकी लेने और इसका उपयोग करने में रुचि दिखा रहे हैं.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) और विदेश मंत्रालय मिलकर एक वैश्विक वेबिनार की योजना बना रहे हैं, जिसमें ऐसे संभावित इच्छुक देशों को आमंत्रित किया जाएगा और हम उनके साथ प्रौद्योगिकी और समाधान साझा करने के इच्छुक होंगे.
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स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि 15 जून से 21 जून के बीच देश में 553 जिले ऐसे थे जहां पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम था.
उन्होंने कहा कि अगर ग्रामीण और शहरी इलाकों का विभाजन किया जाए, तो टाकीकरण शहरों से अधिक ग्रामीणों इलाकों में हुआ है.