पानीपत: आखिरकार पानीपत पुलिस की सीआईए-3 की टीम 3 महिलाओं से गैंगरेप और एक महिला की हत्या करने वाले गिरोह तक पहुंच चुकी है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है और एक की तलाश अभी जारी है. पकड़ते वक्त एक आरोपी का पैर भी टूट गया है. जिसका इलाज जारी है.
दरिंदों ने जेल में बनाई थी लूट की योजना: जानकारी के मुताबिक ये सभी खेतों में बने ट्यूबवेल और डेरों से सामान चोरी करने की वारदात को अंजाम देते थे. आरोपी पहले भी ऐसी कई वारदातों में शामिल रह चुके हैं. चारों पानीपत की आउटर कॉलोनी में रहते थे और चारों आरोपी जेल में मिले थे. उन्होंने जेल में ही इस लूट की योजना बनाई थी. चारों आरोपी हरियाणवी भाषा अच्छी तरह बोल लेते थे जो वारदात के समय एक दूसरे से हरियाणवी भाषा का ही प्रयोग करते थे. जेल से बाहर आने के बाद आरोपियों ने बड़ी लूट और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया, इस दौरान एक महिला की भी मौत हो गई.
ये है पूरा मामला: बता दें कि 20- 21 तारीख की रात को लुटेरों ने मडलौडा थाना क्षेत्र के एक डेरे और मछली फार्म को अपना निशाना बनाया था. लूट के बाद लुटेरों ने डेरे पर रहने वाली महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. वहीं, थोड़ी दूरी पर स्थित मछली फार्म पर रहने वाले एक परिवार से भी मारपीट और लूट की वारदात को अंजाम दिया था. मारपीट के बाद मछली फार्म पर रहने वाली महिला की मौत हो गई थी.
जांच में पुलिस के 800 जवान: इस बड़ी वारदात ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए थे. 5 जिलों के पुलिस के 800 जवान, 22 टीम और 3 आईपीएस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटे थे. वारदात के विस्तृत जानकारी के लिए पुलिस अधीक्षक अजीत शेखावत आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं.