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Manipur Violence: हरियाणा के 16 छात्रों की होगी वापसी, CM ने संभाली कमान, इंफाल से दिल्ली पहुंचेगा पहला विमान

मणिपुर में भड़की हिंसा की वजह से बाहर से आए कई लोग फंसे हैं जिनको वहां से निकाला जा रहा है. वहीं, हरियाणा सरकार ने भी अपने राज्य के सभी छात्रों की वापसी का इंतजाम पूरा कर लिया है. पहले बैच का विमान इंफाल से रवाना हो चुका है. खबर में जानें पहले विमान के दिल्ली पहुंचने का समय...

Haryana cm manohar lal on manipur violence
मणिपुर हिंसा पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल
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Published : May 8, 2023, 5:16 PM IST

चंडीगढ़: एक बार फिर मणिपुर हिंसा की आग में धधक रहा है. इस आग में फंसे हैं अलग-अलग राज्यों के लोग. बात हरियाणा की करेंगे. हरियाणा के 16 छात्र इस वक्त मणिपुर में फंसे हैं. जानकारी के मुताबिक हरियाणा सरकार ने इन छात्रों की लिस्ट तैयार कर ली है. अब प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद इस मामले की कमान संभाल रहे हैं. सीएम ने ट्वीट के जरिए इस बात की सूचना दी है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्विटर पर लिखा है, 'मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्र से हरियाणा के छात्रों को सकुशल वापिस लाने के लिए हरियाणा सरकार लगातार छात्रों के संपर्क में है एवं उन्हें वापिस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मैं स्वयं इस स्थिति का जायजा ले रहा हूँ। मणिपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हरियाणा के 16 बच्चों को वहाँ से सकुशल वापिस लाया जा रहा है। यदि इनके अलावा किसी और छात्र की सूचना भी सरकार को प्राप्त होती है तो उन्हें भी सकुशल वापिस लाया जाएगा।'

  • मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्र से हरियाणा के छात्रों को सकुशल वापिस लाने के लिए हरियाणा सरकार लगातार छात्रों के संपर्क में है एवं उन्हें वापिस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
    मैं स्वयं इस स्थिति का जायजा ले रहा हूँ।

    मणिपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हरियाणा के…

    — Manohar Lal (@mlkhattar) May 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

छात्रों की वापसी का इंतजाम: वहीं, बता दें कि आज रात 11:10 बजे हरियाणा विद्यार्थियों का पहला बैच दिल्ली पहुंच जाएगा. जींद के नरवाना की रहने वाली ऋतु भी उसी बैच में शामिल रहेंगी. वहीं, दोपहर 2:45 पर रितु की फ्लाइट इंफाल से रवाना हो चुकी है. जोकि रात को 11 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली पहुंच जाएगी. हरियाणा सरकार ने कल ही बच्चों के परिजनों से हरियाणा संपर्क कर लिया था. बड़ी खबर ये है कि मणिपुर में रह रहे सभी बच्चों को हरियाणा सरकार की तरफ से वापसी की टिकट दिलाई गई है.

मुख्यमंत्री ने संभाली कमान: छात्रों की वापसी का रोडमैप भी सीएम ने खुद तय कर लिया है. छात्रों को मणिपुर से कोलकाता और फिर दिल्ली लाया जाएगा. जिसके बाद देर रात तक सभी छात्र घर पहुंच सकेंगे. सीएम मनोहर लाल पूरी स्थिति की जानकारी ले रहे हैं. अधिकारियों को भी सीएम की ओर से सख्त आदेश दिए गए हैं कि सभी छात्रों की वापसी की व्यवस्था जल्द पूरी की जाए.

सभी छात्रों की होगी वापसी: मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के 5 छात्र एनआईटी मणिपुर, 3 छात्र एनएसयू और 8 छात्र आईआईआईटी मणिपुर में पढ़ाई कर रहे हैं. छात्रों की वापसी के लिए हरियाणा सरकार सभी तरह की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दे रही है.

मणिपुर और हरियाणा सरकार में संपर्क: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यालय अधिकारी मणिपुर के मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और मुख्य सचिवों के साथ संपर्क में है. जिनसे हर स्थिति की पल पल की जानकारी ली जा रही है. वहीं, मणिपुर के मुख्य सचिव ने बताया है कि हरियाणा के सभी छात्र सुरक्षित हैं और उन्हें सभी तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही है. इसलिए घबराने की भी कोई आवश्यकता नहीं है.

मणिपुर में विवाद की असली वजह: दरअसल मणिपुर हाईकोर्ट ने 19 अप्रैल को राज्य सरकार को आदेश दिया कि वह चार सप्ताह के भीतर केंद्र सरकार को एक अनुशंसा भेजे, जिसमें मैतेई समुदाय को ST सूची में शामिल करने का आग्रह हो. बता दें कि मणिपुर में पहाड़ी आबादी का कहना है कि मैतेई का पहले से राजनीतिक वर्चस्व है और प्रदेश में उनकी आबादी भी अधिक है. ऐसे में अगर उन्हें एसटी सूची में डाल दिया गया, तो गैर मैतेई आबादी बहुत प्रभावित होंगे. पहाड़ी आबादी का कहना है कि अगर ऐसा हुए तो मैतेई समुदाय के लोग पहाड़ी इलाकों में भी जमीन का अधिग्रहण करने लगेंगे.

इसके साथ ही वर्तमान विवाद के पीछे एक और वजह को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह द्वारा ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ उठाए गए सख्त कदम से कुछ जनजातीय आबादी खुश नहीं हैं. इस कड़ी में जब कुकी गांव से लोगों को भगाया जा रहा था, तभी से हिंसा की शुरुआत हुई है.

ये भी पढ़ें: Manipur Violence : असम के एक हजार लोग फंसे, निकालने के लिए चलाया गया अभियान

चंडीगढ़: एक बार फिर मणिपुर हिंसा की आग में धधक रहा है. इस आग में फंसे हैं अलग-अलग राज्यों के लोग. बात हरियाणा की करेंगे. हरियाणा के 16 छात्र इस वक्त मणिपुर में फंसे हैं. जानकारी के मुताबिक हरियाणा सरकार ने इन छात्रों की लिस्ट तैयार कर ली है. अब प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद इस मामले की कमान संभाल रहे हैं. सीएम ने ट्वीट के जरिए इस बात की सूचना दी है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्विटर पर लिखा है, 'मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्र से हरियाणा के छात्रों को सकुशल वापिस लाने के लिए हरियाणा सरकार लगातार छात्रों के संपर्क में है एवं उन्हें वापिस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मैं स्वयं इस स्थिति का जायजा ले रहा हूँ। मणिपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हरियाणा के 16 बच्चों को वहाँ से सकुशल वापिस लाया जा रहा है। यदि इनके अलावा किसी और छात्र की सूचना भी सरकार को प्राप्त होती है तो उन्हें भी सकुशल वापिस लाया जाएगा।'

  • मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्र से हरियाणा के छात्रों को सकुशल वापिस लाने के लिए हरियाणा सरकार लगातार छात्रों के संपर्क में है एवं उन्हें वापिस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
    मैं स्वयं इस स्थिति का जायजा ले रहा हूँ।

    मणिपुर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे हरियाणा के…

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छात्रों की वापसी का इंतजाम: वहीं, बता दें कि आज रात 11:10 बजे हरियाणा विद्यार्थियों का पहला बैच दिल्ली पहुंच जाएगा. जींद के नरवाना की रहने वाली ऋतु भी उसी बैच में शामिल रहेंगी. वहीं, दोपहर 2:45 पर रितु की फ्लाइट इंफाल से रवाना हो चुकी है. जोकि रात को 11 बजकर 10 मिनट पर दिल्ली पहुंच जाएगी. हरियाणा सरकार ने कल ही बच्चों के परिजनों से हरियाणा संपर्क कर लिया था. बड़ी खबर ये है कि मणिपुर में रह रहे सभी बच्चों को हरियाणा सरकार की तरफ से वापसी की टिकट दिलाई गई है.

मुख्यमंत्री ने संभाली कमान: छात्रों की वापसी का रोडमैप भी सीएम ने खुद तय कर लिया है. छात्रों को मणिपुर से कोलकाता और फिर दिल्ली लाया जाएगा. जिसके बाद देर रात तक सभी छात्र घर पहुंच सकेंगे. सीएम मनोहर लाल पूरी स्थिति की जानकारी ले रहे हैं. अधिकारियों को भी सीएम की ओर से सख्त आदेश दिए गए हैं कि सभी छात्रों की वापसी की व्यवस्था जल्द पूरी की जाए.

सभी छात्रों की होगी वापसी: मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के 5 छात्र एनआईटी मणिपुर, 3 छात्र एनएसयू और 8 छात्र आईआईआईटी मणिपुर में पढ़ाई कर रहे हैं. छात्रों की वापसी के लिए हरियाणा सरकार सभी तरह की व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दे रही है.

मणिपुर और हरियाणा सरकार में संपर्क: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यालय अधिकारी मणिपुर के मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और मुख्य सचिवों के साथ संपर्क में है. जिनसे हर स्थिति की पल पल की जानकारी ली जा रही है. वहीं, मणिपुर के मुख्य सचिव ने बताया है कि हरियाणा के सभी छात्र सुरक्षित हैं और उन्हें सभी तरह की सुविधाएं भी मुहैया करवाई जा रही है. इसलिए घबराने की भी कोई आवश्यकता नहीं है.

मणिपुर में विवाद की असली वजह: दरअसल मणिपुर हाईकोर्ट ने 19 अप्रैल को राज्य सरकार को आदेश दिया कि वह चार सप्ताह के भीतर केंद्र सरकार को एक अनुशंसा भेजे, जिसमें मैतेई समुदाय को ST सूची में शामिल करने का आग्रह हो. बता दें कि मणिपुर में पहाड़ी आबादी का कहना है कि मैतेई का पहले से राजनीतिक वर्चस्व है और प्रदेश में उनकी आबादी भी अधिक है. ऐसे में अगर उन्हें एसटी सूची में डाल दिया गया, तो गैर मैतेई आबादी बहुत प्रभावित होंगे. पहाड़ी आबादी का कहना है कि अगर ऐसा हुए तो मैतेई समुदाय के लोग पहाड़ी इलाकों में भी जमीन का अधिग्रहण करने लगेंगे.

इसके साथ ही वर्तमान विवाद के पीछे एक और वजह को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह द्वारा ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ उठाए गए सख्त कदम से कुछ जनजातीय आबादी खुश नहीं हैं. इस कड़ी में जब कुकी गांव से लोगों को भगाया जा रहा था, तभी से हिंसा की शुरुआत हुई है.

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