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राजस्थान में मंदिर तोड़े जाने पर संतों में आक्रोश, कहा माफी मांगे सरकार

स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने राजस्थान में 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ जाने (300 year old temple demolition in Rajasthan) के कृत्य की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को देश के हिंदुओं से क्षमा मांगनी चाहिए. अगर देश में ऐसे ही चलता रहा तो 2024 का चुनाव दूर नहीं है. लिहाजा, वह हिंदू समाज का आक्रोश झेलने के लिए तैयार रहे.

haridwar saints says government apologise
हरिद्वार संतों ने कहा माफी मांगे सरकार
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Published : Apr 24, 2022, 7:50 PM IST

हरिद्वार: राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ में हिंदू मंदिर तोड़े जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना को लेकर साधु संतों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. संतों का कहना है कि इसलिए उन्होंने केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं बनाई गई थी. सरकार 50 साल पुराने संविधान बचाने के लिए हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति को मिटाने पर तुली है. 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ा जा रहा है. ऐसे में धर्म संसद एवं काली सेना के लोग अब संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे और अब कोई मंदिर तोड़ा गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.

धर्म संसद के संयोजक और शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि विकास के नाम पर और सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर मंदिर तोड़े जा रहे हैं, लेकिन कोई बोलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में मस्जिद में कार्रवाई करने पर 15 मिनट में वे लोग सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swaroop) ने कहा कि देश में हिंदूवादी सरकार होने का भले ही हो हल्ला मचा हो और सरकार किसी की भी हो, लेकिन सिस्टम उन्हीं के पास है.

राजस्थान में मंदिर तोड़े जाने पर संतों में आक्रोश

राजस्थान में 300 साल पुराना मंदिर गिरा दिया (300 year old temple demolition in Rajasthan) पर हिंदू संगठन सब सोते रहे. अब पता चला है कि मंदिर गिराने वाली वहां की नगर पालिका में भाजपा की सरकार है. उन्होंने यह भी कहा कि जब हिंदू कमजोर होता है तो यही दुर्गति होती है. आज मंदिर गिराया गया, शोभायात्रा पर पथराव हुआ तो कल शव यात्रा पर पथराव होगा. वो दिन दूर नहीं जब लोग इस देश में हिंदू शवयात्रा भी नहीं निकाल पाएंगे. अब तो तौकीर रजा जैसे लोग भी खुलेआम अलग देश मांग रहे हैं. जैसे 1947 से पहले पाकिस्तान मांगा जाता था. अब एक नए पाकिस्तान की मांग होने लगी है. ऐसे में हिंदू समाज को शिवाजी और पेशवाओं की तरह एक बार फिर एकत्रित होकर जंग लड़नी पड़ेगी. क्योंकि कोई सरकार धर्म बचाने आगे नहीं आती है.

यह भी पढ़ें-सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जहांगीरपुरी में थमा बुलडोजर, मगर राजनीति गरमाई रही, आज फिर होगी सुनवाई

स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि 50 साल पुराने संविधान बचाने के लिए हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति को मिटाया जा रहा है. 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ा जा रहा है. धर्म संसद व काली सेना के लोग अब संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे और अब फिर कोई मंदिर तोड़ा गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे. वहीं, महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि (Mahamandaleshwar Swami Prabodhanand) ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री ने हिंदू समाज को आश्वस्त किया था कि वह हिंदू समाज के साथ दुर्व्यवहार नहीं होने देंगे. केंद्र में बीजेपी की सरकार रहते हुए राजस्थान में हिंदुओं के मंदिर तोड़े जा रहे हैं, फिर जिहादी तो मंदिर तोड़ेंगे ही.

हरिद्वार: राजस्थान में अलवर जिले के राजगढ़ में हिंदू मंदिर तोड़े जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना को लेकर साधु संतों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. संतों का कहना है कि इसलिए उन्होंने केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं बनाई गई थी. सरकार 50 साल पुराने संविधान बचाने के लिए हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति को मिटाने पर तुली है. 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ा जा रहा है. ऐसे में धर्म संसद एवं काली सेना के लोग अब संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे और अब कोई मंदिर तोड़ा गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.

धर्म संसद के संयोजक और शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि विकास के नाम पर और सड़कों के चौड़ीकरण के नाम पर मंदिर तोड़े जा रहे हैं, लेकिन कोई बोलने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के जहांगीरपुरी में मस्जिद में कार्रवाई करने पर 15 मिनट में वे लोग सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swaroop) ने कहा कि देश में हिंदूवादी सरकार होने का भले ही हो हल्ला मचा हो और सरकार किसी की भी हो, लेकिन सिस्टम उन्हीं के पास है.

राजस्थान में मंदिर तोड़े जाने पर संतों में आक्रोश

राजस्थान में 300 साल पुराना मंदिर गिरा दिया (300 year old temple demolition in Rajasthan) पर हिंदू संगठन सब सोते रहे. अब पता चला है कि मंदिर गिराने वाली वहां की नगर पालिका में भाजपा की सरकार है. उन्होंने यह भी कहा कि जब हिंदू कमजोर होता है तो यही दुर्गति होती है. आज मंदिर गिराया गया, शोभायात्रा पर पथराव हुआ तो कल शव यात्रा पर पथराव होगा. वो दिन दूर नहीं जब लोग इस देश में हिंदू शवयात्रा भी नहीं निकाल पाएंगे. अब तो तौकीर रजा जैसे लोग भी खुलेआम अलग देश मांग रहे हैं. जैसे 1947 से पहले पाकिस्तान मांगा जाता था. अब एक नए पाकिस्तान की मांग होने लगी है. ऐसे में हिंदू समाज को शिवाजी और पेशवाओं की तरह एक बार फिर एकत्रित होकर जंग लड़नी पड़ेगी. क्योंकि कोई सरकार धर्म बचाने आगे नहीं आती है.

यह भी पढ़ें-सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जहांगीरपुरी में थमा बुलडोजर, मगर राजनीति गरमाई रही, आज फिर होगी सुनवाई

स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि 50 साल पुराने संविधान बचाने के लिए हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति को मिटाया जा रहा है. 300 साल पुराने मंदिर को तोड़ा जा रहा है. धर्म संसद व काली सेना के लोग अब संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे और अब फिर कोई मंदिर तोड़ा गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे. वहीं, महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि (Mahamandaleshwar Swami Prabodhanand) ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री ने हिंदू समाज को आश्वस्त किया था कि वह हिंदू समाज के साथ दुर्व्यवहार नहीं होने देंगे. केंद्र में बीजेपी की सरकार रहते हुए राजस्थान में हिंदुओं के मंदिर तोड़े जा रहे हैं, फिर जिहादी तो मंदिर तोड़ेंगे ही.

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