लुधियाना : कर्नाटक समेत देश के राज्यों के शिक्षण संस्थानों में हिजाब को लेकर विवाद हो चुका है. कर्नाटक हाई कोर्ट ने भी अपने फैसले में धार्मिक ड्रेस और प्रतीक चिह्न पहनकर शिक्षण संस्थानों में आने पर पाबंदी लगाई है. ऐसे में लुधियाना का मुस्लिम समुदाय ने हबीब गर्ल्स कॉलेज की स्थापना करने का ऐलान किया है. पंजाब के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानावी ने कहा कि हबीब गर्ल्स कॉलेज में मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनकर, सिख लड़कियां पगड़ी पहनकर और हिंदू लड़कियां तिलक लगाकर पढ़ाई कर सकेंगी.
लुधियाना शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में रविवार रात बुलाई गई विभिन्न मस्जिदों के अध्यक्षों और इमामों और सामाजिक संगठनों के प्रमुखों की बैठक में यह फैसला लिया गया. मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानावी ने ऐलान किया कि कैंपस का डिजाइन फाइनल होते ही लुधियाना में कॉलेज बनना शुरू हो जाएगा. संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने बताया कि हबीब गर्ल्स कॉलेज बनाने के लिए लुधियाना में जमीन ले ली गई है और इसका निर्माण जल्द ही शुरू हो जाएगा. 10 सितंबर को कॉलेज का स्थापना समारोह होगा.
ड्रेस कोड पर नहीं होगी रोक: शाही इमाम ने कहा कि यह एक सामान्य कॉलेज होगा, जिसमें सभी धर्मों की जरूरतमंद बेटियों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में मुस्लिम लड़कियों को हिजाब, सिख लड़कियों की पगड़ी और हिंदू लड़कियों को तिलक लगाने की आजादी होगी. किसी भी बेटी को कपड़े पहनने से नहीं रोका जाएगा. हबीब गर्ल्स कॉलेज में एमए, बी.एससी. बीए सहित सभी डिग्री पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे. पंजाब के शाही इमाम ने कहा कि कॉलेज के इस भव्य भवन के निर्माण में शहर और राज्य की सभी मस्जिदों के उपासक अपना योगदान देंगे. इस कार्य को सुचारू रूप से करने के लिए अहिरार फाउंडेशन (एनजीओ) की स्थापना की गई है. शाही इमाम ने कहा कि हबीब गर्ल्स कॉलेज के मार्गदर्शन के लिए उद्योगपतियों, नौकरशाहों और धार्मिक विद्वानों पर आधारित एक सलाहकार बोर्ड बनाया जा रहा है. शाही इमाम ने कहा कि कॉलेज को एक छात्रावास के साथ बनाया जाएगा ताकि पंजाब के सभी शहरों की अल्पसंख्यक लड़कियों को यहां रहकर शिक्षा मिल सके.
पढ़ें : भुवनेश्वर में बना देश का पहला सेंसरी पार्क, जिसमें होगी सिर्फ स्पेशल बच्चों की एंट्री