पोरबंदर : पोरबंदर के बोखिरा इलाके में रहने वाले एक युवक के अपहरण की शिकायत 2017 में उद्योगनगर थाने में दर्ज की गई थी. पोरबंदर के एसपी भगीरथ सिंह जाडेजा ने कहा कि परिवार ने पोरबंदर जिले के उद्योग पुलिस स्टेशन में अपने 16 वर्षीय बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने बच्चे की फोटो के आधार पर जांच की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा. एक सप्ताह पहले युवक के घर उसका आधार कार्ड (Aadhar card) डाक से पहुंचा, फिर परिवार ने इस आधार कार्ड की सूचना थाने में दी. यही आधार कार्ड बच्चे को ढूंढने में कड़ी बना.
आधार कार्ड से मोबाइल नंबर का पता लगाया : एसपी भगीरथ सिंह जडेजा ने बताया कि उद्योगनगर पुलिस को जांच के दौरान इस आधार कार्ड से अहमदाबाद के एक मोबाइल नंबर का पता चला और वह सुरेश अमर नाम पर निकला. अहमदाबाद पुलिस की मदद से उद्योगनगर पुलिस बच्चे को ढूंढने में सफल रही. युवक घर पहुंचा तो बहन ने सालों बाद उसे राखी बांधी और युवक ने अपनी मां और दादी को गले लगाया.
ये है मामला : एक निजी स्कूल में 11वीं में पढ़ने वाले 16 वर्षीय सुरेश सामतभाई अमर को एक लड़की से प्यार हो गया. उसने लड़की को ट्रेन से राजस्थान ले जाने की योजना बनाई थी. लेकिन उसकी योजना विफल हो गई क्योंकि लड़की ने उसका साथ नहीं दिया. इस बात से अनजान उसके परिवार ने अपहरण की शिकायत दर्ज कराई.
पोरबंदर एसपी भगीरथ सिंह जाडेजा ने बताया कि सात साल तक इस युवक ने राजस्थान के अलग-अलग होटलों में काम किया और फिर अहमदाबाद आ गया. वह अहमदाबाद में एक निजी परिवहन कंपनी में काम कर रहा था. इस बीच, पिछली दिवाली पर वह बगवदर के रांदल मंदिर आया और परिवार से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन परिवार के डर से वह फिर वापस अहमदाबाद चला गया था. अब आधार कार्ड के जरिए उसे परिवार से मिलाया जा सका है.
गुमशुदा बेटा वापस मिलने से परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है. परिजनों ने पुलिस अधिकारियों को माला पहनाई और मिठाई खिलाई. युवक के चाचा लखमनभाई अमर ने कहा कि भतीजा सात साल बाद घर लौटा है, पोरबंदर एसपी सहित उद्योगनगर पुलिस स्टाफ को हृदय से धन्यवाद.