राजकोट: गुजरात में राजकोट के धोराजी शहर में स्थित आदर्श स्कूल के एक छात्र ने अपनी कुशलता और बुद्धिमत्ता से सामान्य साइकिल से एक इलेक्ट्रिक साइकिल बनाई है. इस साइकिल से लोगों को परिवहन में भी फायदा होगा. धोराजी शहर के आदर्श विद्यालय में कक्षा 9 में पढ़ने वाले हंस चावड़िया नाम के छात्र ने इस इलेक्ट्रिक साइकिल को बनाया है.
जहां आजकल बच्चे अपना समय सोशल मीडिया और गेम्स पर ज्यादा बिताते हैं, वहीं धोराजी शहर के इस छात्र ने समय बर्बाद करने की बजाय समय का सदुपयोग करते हुए इस इलेक्ट्रिक साइकिल को बनाया. इस कार के लिए छात्र को काफी प्रोत्साहन मिल रहा है. छात्र के स्कूल के मैनेजिंग ट्रस्टी कार्तिके पारेख ने ईटीवी भारत से कहा कि वर्तमान समय में बच्चे, युवा मोबाइल फोन में सोशल मीडिया गतिविधियों और मोबाइल फोन में रील देखने में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कई युवा और छात्र मोबाइल के माध्यम से गेम खेल रहे हैं और ऑनलाइन सट्टेबाजी में भी शामिल हो रहे हैं. इसलिए धोराजी की आदर्श एजुकेशन सोसायटी द्वारा छात्रों को इनोवेशन के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जाता है, जिससे उनकी रुचि नई नवीन गतिविधियों में होती है.
स्कूल के प्रिंसिपल परेश वाघेला ने कहा कि आजकल छात्र दिन-ब-दिन अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं, लेकिन हमारे स्कूल में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले हंस चावड़िया ने समय बर्बाद करने के बजाय अपनी समझदारी से समय का सदुपयोग किया. उसने अपनी बुद्धिमत्ता से एक इलेक्ट्रिक साइकिल का निर्माण किया है, जिससे विद्यालय परिवार का गौरव बढ़ा है. इस साइकिल को कम बजट और अधिक उपयोगी तरीके से तैयार करने के लिए विद्यालय परिवार लगातार उसका सहयोग कर रहा है.
इस साइकिल को बनाने वाले छात्र हंस चावड़िया ने बताया कि उनकी बनाई यह साइकिल फिलहाल 15 से 17 हजार रुपये की कीमत पर तैयार होती है. तीन घंटे की चार्जिंग के बाद यह साइकिल 30 से 40 किलोमीटर तक चलती है और इसकी स्पीड 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह साइकिल प्रदूषण मुक्त भी है. इसे लोगों के लिए और अधिक उपयोगी बनाने के लिए आने वाले दिनों में कुछ बदलाव किए जाएंगे.