राजकोट: गुजरात में राजकोट के कुवाडवा पुलिस स्टेशन में हुई मौत के मामले को लेकर हंगामा मचा हुआ है. मृतक के परिवारजनों ने आरोप लगाया है कि युवक की मौत पुलिस स्टेशन में कस्टडी में हुआ है. बता दें कि जुए के केस में जेन्ती लाखा अगेचणिया नामक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी. परिवारजनो ने आरोप लगाया है कि मृतक की मौत पुलिस द्वारा मारपीट के चलते हुई है. राजकोट में रहने वाले युवक जेन्ती लाखा को पुलिस ने जुए के आरोप में पकड लिया था.
उसके साथ चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था. देर रात करीब 2.30 बजे जेन्ती से पुछताछ की जा रही थी और इसी दौरान वह जमीन पर गिर पड़ा. पुलिस ने उसकी हालत गंभीर जानकर अस्पताल में एडमिट करवाया. लेकिन इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई. युवक की मौत होते ही परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाना शुरू कर दिया. परिजनों ने बताया कि पुलिस ने युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की है, जिसके चलते उसकी मौत हुई है.
मृतक के भाई विनुभाई ने बताया कि हम साथ नहीं रहते, अलग-अलग रहते है. क्या बात हुई और क्या घटनाक्रम बना, उसके बारे में नहीं मुझे कोई जानकारी नहीं है. लेकिन मृतक युवान को शराब पीने की आदत है. जुए की बात को लेकर पुलिस ने छापेमारी की थी. इसलिए पुलिस उसे पकड़ कर ले गई थी. इसके बाद क्या हुआ, इस बारे मैं नहीं जानता. सुबह जब घटना के बारे में जानकारी हुई, तो भाई की मौत हो चुकी थी और हम अस्पताल पहुंचे थे. उसका पोस्टमोर्टम किया जा रहा है, रिपोर्ट के बाद मौत के कारण का पता चलेगा.
इस मामले में एसपी बीए शर्मा ने बताया कि जुए के मामले में कुवड़वा पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. जिस दौरान जेन्ती लाखाभाई नाम का आरोपी अचानक बेहोश हो गया. पुलिस उसे तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल लेकर आई, लेकिन डॉक्टर ने आरोपी को मृत घोषित कर दिया. हालांकि यह मामला हिरासत में मौत का है, इसकी भी जांच की जा रही है.