अहमदाबाद: गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है. बताया जा रहा है कि अब भी मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. वहीं, जहरीली शराब त्रासदी को लेकर गुजरात सरकार के गृह विभाग की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. गृह विभाग ने गुरुवार को छह पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया, जबकि अहमदाबाद ग्रामीण के एसपी वीरेंद्र सिंह यादव और बोटाद के एसपी करणराज वाघेला का तबादला कर दिया है.
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बोटाद जिले में विभिन्न गांवों के कुछ शराब तस्करों ने पानी के साथ मिथाइल एल्कोहॉल या मिथेनॉल मिलाकर जहरीली शराब बनाई. ये अत्यधिक जहरीले औद्योगिक रसायन (सॉल्वेंट) हैं. उन्होंने यह शराब प्रति पाउच 20 रुपये की दर से ग्रामीणों को बेची. पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक विश्लेषण से पता चला कि पीड़ितों ने मिथाइल एल्कोहॉल पी थी.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजकुमार ने कहा, 'हमने बोटाद के पुलिस अधीक्षक करणराज वाघेला और अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव का तबादला कर दिया है. दो पुलिस उपाधीक्षकों, एक सर्किल पुलिस निरीक्षक, एक पुलिस निरीक्षक और दो सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है.' निलंबित किए गए पुलिस अधिकारियों में अहमदाबाद के ढोलका मंडल के पुलिस उपाधीक्षक एनवी पटेल, बोटाद के पुलिस उपाधीक्षक एस के त्रिवेदी, अहमदाबाद के धांधुका पुलिस थाने के निरीक्षक केपी जडेजा, धांधुका मंडल के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर एसबी चौधरी और बोटाद के सब-इंस्पेक्टर बीजी वाला और शैलेंद्रसिंह राणा शामिल हैं.
राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी निलंबन पत्र में कहा गया है कि इन अधिकारियों को 'ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित किया गया है क्योंकि ये अपने-अपने इलाकों में जहरीले रसायन वाली शराब के परिवहन, बिक्री आदि को रोकने में नाकाम रहे.' बता दें, 25 जुलाई को बोटाद में जहरीली शराब पीने के बाद कई लोग बीमार पड़ गए थे. अब भी भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद में कम से कम 97 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं.
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