गांधीनगर : गुजरात के पेठापुर में एक बच्चे को छोड़ देने के मामले में पिता का पता लगाकर उसे राजस्थान से गांधीनगर लाया गया. पिता से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि गुस्से में आकर उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी. उसके बाद वह अपने बच्चे को इलाके के एक मंदिर में छोड़कर फरार हो गया था.
जानकारी के मुताबिक, 2018 में एक शोरूम में दोनों एक-दूसरे के संपर्क में आए. दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे और बड़ोदरा के बापोद, दर्शन ओएसिस में किराए के मकान में रहते थे. हालांकि, उनकी शादी को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है, इसलिए प्राथमिक जांच से पता चला है कि दोनों लीव-इन रिलेशनशिप में थे. इस बीच 2020 में उन्हें एक बेटा हुआ. बच्चे का पिता बड़ोदरा में पांच दिन और गांधीनगर में दो दिन परिवार के साथ रहता था.
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आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार को लेकर उत्तर प्रदेश जाने वाला था. इस बारे में बच्चे की मां को बताने के बाद उसने उससे अपने साथ ही रहने की जिद्द की. इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ और गुस्से में आकर पिता ने बच्चे की मां की गला दबाकर हत्या कर दी. उसके बाद उसकी लाश को एक बैग में पैक कर किचन में रख दिया और बच्चे को अपने साथ ले गया. पिता अपने इलाके से परिचित था, इसलिए उसने बच्चे को पेठापुर के स्वामीनारायण गौशाला की सीढ़ियों में छोड़ दिया और खुद उत्तर प्रदेश चला गया.
पुलिस ने बताया कि आरोपी का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है. मृतक की मां का 10 साल पहले निधन हो गया था. पिता की दूसरी शादी थी. वह जूनागढ़ केशोद के रहने वाली हैं. पुलिस ने मां का शव कब्जे में ले लिया है. वहीं, आरोपी की पत्नी को घटना की जानकारी नहीं है. हालांकि, बच्चे की मां को इस बात का पता था कि आरोपी शादीशुदा हैं, लेकिन उसने उसे यह बताया था कि उसका तलाक हो गया है.
बता दें कि गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्वामीनारायण मंदिर के गेट के पास कोई 8-9 महीने के बच्चे को उसके पिता छोड़कर भाग गया था. इस बच्चे की खबर सोशल मीडिया पर फैलते ही उसके माता-पिता की तलाश में तमाम अमला लग गया.
वहीं, गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने 8-9 महीने के बच्चे के संबंध में अन्य राज्यों से भी अनुरोध किया गया था.
बच्चा स्वस्थ है और उसकी देखभाल नगर निगम की पार्षद दीप्तिबेन पटेल के साथ-साथ अस्पताल के कर्मचारियों और पुलिस द्वारा की जा रही है.