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Gujarat News : हनीट्रैप में फंसकर पाकिस्तान को सूचना भेजने वाला बीएसएफ कर्मी गिरफ्तार

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Published : Jul 8, 2023, 9:30 PM IST

हनीट्रैफ में फंसकर पैसे की लालच में पाकिस्तान को महत्वपूर्ण जानकारी भेजने वाले बीएसएफ कर्मी को गुजरात एटीएस ने कच्छ से गिरफ्तार किया है. आरोपी को रिमाड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.

BSF personnel sending information to Pakistan arrested
पाकिस्तान को सूचना भेजने वाला बीएसएफ कर्मी गिरफ्तार

अहमदाबाद : गुजरात एटीएस ने देश की गुप्त सूचनाएं पाकिस्तान भेजने वाले बीएसएफ कर्मी को कच्छ से गिरफ्तार किया है. आरोपी को भुज कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान गुजरात एटीएस ने उसकी 14 दिन की रिमांड मांगी लेकिन कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड स्वीकार कर ली. बताया जाता है कि गुजरात एटीएस ने बीएसएफ में कार्यरत एक युवक को कच्छ से गिरफ्तार किया है. आरोपी की जांच से पता चला कि वह एक लड़की के संपर्क में आया था और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गुप्त जानकारी दी थी, जिसके बदले में उसे पैसे भेजे गए थे.गुजरात एटीएस टीम को सूचना मिली कि भुज स्थित बीएसएफ मुख्यालय कार्यालय में कार्यरत नीलेश बलिया देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बीएसएफ की सूचनाएं व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तानी एजेंट को भेज रहा था, सूचना के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

गुजरात एटीएस टीम ने इस मामले में तकनीकी जांच की और नीलेश बलिया से पूछताछ की. इस दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि वह पिछले पांच वर्षों से भुज में बीएसएफ बटालियन 59 के मुख्यालय में सीपीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यालय में चपरासी के रूप में काम कर रहा था. जनवरी 2023 में वह व्हाट्सएप के जरिए अदिति तिवारी नाम की एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में आया. युवक ने उसे बताया कि वह बीएसएफ कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा है. इसी क्रम में महिला एजेंट ने नीलेश बलिया से कहा गया कि वह अपने पास मौजूद भारतीय सीमा सुरक्षा और बीएसएफ से संबंधित संवेदनशील जानकारी व्हाट्सएप पर भेजे और जो भी दस्तावेज उसके काम आएगा, उसे अच्छा भुगतान किया जाएगा.

इस पर नीलेश पैसे मिलने की लालच में उसे दस्तावेज देने के लिए राजी हो गया. उसके बाद जनवरी 2023 से 28 जून 2023 तक उसने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र वाले इलाके में चल रहे निर्माण और नए निर्माण की गोपनीय और संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी महिला एजेंट को दी. इसके बदले पाकिस्तानी महिला एजेंट ने नीलेश बलिया के खाते में पेटीएम के जरिये 28 हजार 800 रुपये भेज दिए थे.

इस सिलसिले में गुजरात एटीएस ने नीलेश बलिया को गिरफ्तार कर उसके पास से जब्त किए गए फोन को तकनीकी विश्लेषण के लिए एफएसएल को भेजा जिसमें पाकिस्तानी महिला एजेंट के साथ व्हाट्सएप चैट और कॉल और संवेदनशील और वर्गीकृत जानकारी भेजने के सबूत मिले. साथ ही जानकारी और बैंक खाते के स्टेटमेंट के बदले मिले पैसे का ब्यौरा भी मिला. इस मामले में गुजरात एटीएस की टीम ने नीलेश बलिया के खिलाफ गुजरात एटीएस में आईपीसी की धारा के 121, के 123 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है और आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और 10 दिन की रिमांड पर लेकर विभिन्न मुद्दों पर पूछताछ शुरू कर दी है.

आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह खुद शादीशुदा और एक बच्चे का पिता है. इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि आरोपी वास्तव में पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में कैसे आया और क्या उसने ऑनलाइन प्राप्त धन के अलावा किसी अन्य तरीके से धन प्राप्त किया और क्या उसका कार्यालय या कोई अन्य आधिकारिक कर्मचारी आरोपी के साथ शामिल था. नीलेश बलिया पिछले पांच वर्षों से बीएसएफ बटालियन 59 में अनुबंध आधार पर चपरासी के पद पर कार्यरत है और छह माह से युवती के संपर्क में रहना देश की आंतरिक सुरक्षा और संरक्षा से जुड़ा एक गंभीर अपराध है. राज्य और केंद्र की विभिन्न खुफिया एजेंसियों के साथ आरोपी को रिमांड पर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है.

इस संबंध में गुजरात एटीएस के एसपी सुनील जोशी ने कहा कि एटीएस को मिली जानकारी के आधार पर युवक को कच्छ से गिरफ्तार किया गया और उसके मोबाइल फोन को एफएसएल में भेजा गया है. प्रारंभिक जांच के बाद उसके पाकिस्तानी एजेंट के साथ संपर्क का पता चला है. उसने पाकिस्तानी एजेंट को अब तक किस तरह की सूचनाएं भेजी हैं और उसे जो 28,800 मिले हैं, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि आरोपी द्वारा प्राप्त धन कहां से और किसके द्वारा भेजा गया था, आरोपी द्वारा प्राप्त धन को देश के अलग-अलग राज्यों से भी भेजा गया था यह बात भी सामने आई है. इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि इस मामले में पाकिस्तानी एजेंट के साथ भारत के भी लोग शामिल हैं या नहीं.

ये भी पढ़ें - डीआरडीओ वैज्ञानिक हनीट्रैप मामला: आतंकवाद रोधी दस्ते ने पाकिस्तानी महिला एजेंट को बनाया सह-आरोपी

अहमदाबाद : गुजरात एटीएस ने देश की गुप्त सूचनाएं पाकिस्तान भेजने वाले बीएसएफ कर्मी को कच्छ से गिरफ्तार किया है. आरोपी को भुज कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान गुजरात एटीएस ने उसकी 14 दिन की रिमांड मांगी लेकिन कोर्ट ने उसे 10 दिन की रिमांड स्वीकार कर ली. बताया जाता है कि गुजरात एटीएस ने बीएसएफ में कार्यरत एक युवक को कच्छ से गिरफ्तार किया है. आरोपी की जांच से पता चला कि वह एक लड़की के संपर्क में आया था और उसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गुप्त जानकारी दी थी, जिसके बदले में उसे पैसे भेजे गए थे.गुजरात एटीएस टीम को सूचना मिली कि भुज स्थित बीएसएफ मुख्यालय कार्यालय में कार्यरत नीलेश बलिया देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बीएसएफ की सूचनाएं व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तानी एजेंट को भेज रहा था, सूचना के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

गुजरात एटीएस टीम ने इस मामले में तकनीकी जांच की और नीलेश बलिया से पूछताछ की. इस दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि वह पिछले पांच वर्षों से भुज में बीएसएफ बटालियन 59 के मुख्यालय में सीपीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यालय में चपरासी के रूप में काम कर रहा था. जनवरी 2023 में वह व्हाट्सएप के जरिए अदिति तिवारी नाम की एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में आया. युवक ने उसे बताया कि वह बीएसएफ कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा है. इसी क्रम में महिला एजेंट ने नीलेश बलिया से कहा गया कि वह अपने पास मौजूद भारतीय सीमा सुरक्षा और बीएसएफ से संबंधित संवेदनशील जानकारी व्हाट्सएप पर भेजे और जो भी दस्तावेज उसके काम आएगा, उसे अच्छा भुगतान किया जाएगा.

इस पर नीलेश पैसे मिलने की लालच में उसे दस्तावेज देने के लिए राजी हो गया. उसके बाद जनवरी 2023 से 28 जून 2023 तक उसने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र वाले इलाके में चल रहे निर्माण और नए निर्माण की गोपनीय और संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी महिला एजेंट को दी. इसके बदले पाकिस्तानी महिला एजेंट ने नीलेश बलिया के खाते में पेटीएम के जरिये 28 हजार 800 रुपये भेज दिए थे.

इस सिलसिले में गुजरात एटीएस ने नीलेश बलिया को गिरफ्तार कर उसके पास से जब्त किए गए फोन को तकनीकी विश्लेषण के लिए एफएसएल को भेजा जिसमें पाकिस्तानी महिला एजेंट के साथ व्हाट्सएप चैट और कॉल और संवेदनशील और वर्गीकृत जानकारी भेजने के सबूत मिले. साथ ही जानकारी और बैंक खाते के स्टेटमेंट के बदले मिले पैसे का ब्यौरा भी मिला. इस मामले में गुजरात एटीएस की टीम ने नीलेश बलिया के खिलाफ गुजरात एटीएस में आईपीसी की धारा के 121, के 123 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है और आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और 10 दिन की रिमांड पर लेकर विभिन्न मुद्दों पर पूछताछ शुरू कर दी है.

आरोपी ने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह खुद शादीशुदा और एक बच्चे का पिता है. इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि आरोपी वास्तव में पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में कैसे आया और क्या उसने ऑनलाइन प्राप्त धन के अलावा किसी अन्य तरीके से धन प्राप्त किया और क्या उसका कार्यालय या कोई अन्य आधिकारिक कर्मचारी आरोपी के साथ शामिल था. नीलेश बलिया पिछले पांच वर्षों से बीएसएफ बटालियन 59 में अनुबंध आधार पर चपरासी के पद पर कार्यरत है और छह माह से युवती के संपर्क में रहना देश की आंतरिक सुरक्षा और संरक्षा से जुड़ा एक गंभीर अपराध है. राज्य और केंद्र की विभिन्न खुफिया एजेंसियों के साथ आरोपी को रिमांड पर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है.

इस संबंध में गुजरात एटीएस के एसपी सुनील जोशी ने कहा कि एटीएस को मिली जानकारी के आधार पर युवक को कच्छ से गिरफ्तार किया गया और उसके मोबाइल फोन को एफएसएल में भेजा गया है. प्रारंभिक जांच के बाद उसके पाकिस्तानी एजेंट के साथ संपर्क का पता चला है. उसने पाकिस्तानी एजेंट को अब तक किस तरह की सूचनाएं भेजी हैं और उसे जो 28,800 मिले हैं, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि आरोपी द्वारा प्राप्त धन कहां से और किसके द्वारा भेजा गया था, आरोपी द्वारा प्राप्त धन को देश के अलग-अलग राज्यों से भी भेजा गया था यह बात भी सामने आई है. इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि इस मामले में पाकिस्तानी एजेंट के साथ भारत के भी लोग शामिल हैं या नहीं.

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