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गुजरात : रामनवमी पर संघर्ष के 15 दिन बाद हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान

पुलिस के अनुसार, 10 अप्रैल को इलाके में हुई सांप्रदायिक झड़पों के किसी भी आरोपी से ध्वस्त की गई संपत्तियों का संबंध नहीं था. साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी नवनीत पटेल ने कहा कि यह एक नियमित अतिक्रमण विरोधी अभियान था. हम अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई करना जारी रखेंगे.

हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
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Published : Apr 27, 2022, 1:21 PM IST

हिम्मतनगर : गुजरात के हिम्मतनगर शहर में नागरिक निकाय ने मंगलवार को एक इलाके में 'अतिक्रमण विरोधी' अभियान के तहत झोंपड़ियों, खोमचों और एक दुकान की इमारत के एक हिस्से को मंगलवार को ध्वस्त कर दिया. गौरतलब है कि इसी महीने रामनवमी के जुलूस के दौरान जहां सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं. साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी नवनीत पटेल ने कहा कि मंगलवार के अतिक्रमण विरोधी अभियान में, हमने छपरिया में टीपी रोड पर 3-4 खोमचे, 2-3 झोंपड़ियों और दो मंजिला दुकान की इमारत को हटा दिया.

हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान

उन्होंने बताया कि इन अवैध निर्माणों की वजह से 15 मीटर चौड़ी सड़क का 3 मीटर हिस्सा अतिक्रमित था. हमने 2020 में नोटिस भेजा था. यह एक नियमित अतिक्रमण विरोधी अभियान था. 10 अप्रैल को हुई घटनाओं से इसका कोई लेना-देना नहीं है. हम अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई करना जारी रखेंगे. पुलिस के अनुसार, 10 अप्रैल को इलाके में हुई सांप्रदायिक झड़पों में ध्वस्त की गई संपत्तियों का किसी भी आरोपी से कोई लेना-देना नहीं था. साबरकांठा के एसपी विशाल वाघेला ने कहा कि मंगलवार को, पुलिस बंदोबस्त की व्यवस्था की गई थी, जब नगर निकाय ने हमें अतिक्रमण विरोधी अभियान की सूचना दी थी. दंगा के आरोपियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है.

हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
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पढ़ें: रामनवमी हिंसा : गुजरात के खंभात में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला

दो मंजिला इमारत हिम्मतनगर के एक स्थानीय सामाजिक-धार्मिक संगठन के कार्यकर्ता की है. कलुमिया शेख ने कहा कि इमारत में एक सिगरेट की दुकान, एक बिजली की मरम्मत की दुकान और एक किराने की दुकान थी. यह सही है कि तीन मीटर विस्तार को लेकर नगर पालिका ने हमें 2020 में नोटिस भेजा था. सोमवार को स्थानीय अधिकारियों ने हमें इस अभियान के बारे में बताया. आज, हमने उन्हें विस्तारित हिस्से को हटाने में मदद की. 10 अप्रैल को, रामनवमी के जुलूस के दौरान छपरिया में सांप्रदायिक झड़पें हुईं थीं.

पढ़ें : साबरकांठा हिंसा : रामनवमी जुलूस पर हमला करने के मामले में 20 लोगों की गिरफ्तारी, तनाव व्याप्त

जिसमें करीब तीन-चार घंटे तक पथराव, दंगा और आगजनी हुई थी. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के कई गोले दागे और 22 लोगों को गिरफ्तार किया था. 11 अप्रैल को हिम्मतनगर के वंजारावास इलाके में पथराव की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने इलाके से 10 लोगों को गिरफ्तार किया था. 15 अप्रैल को, गुजरात के आणंद के खंभात शहर में रामनवमी जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़पों के पांच दिन बाद, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिला प्रशासन ने शकरपुर इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया और 7-8 खोमचों को ध्वस्त कर दिया. पिछले एक महीने में, मप्र और दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में विध्वंस अभियान देखा गया.

हिम्मतनगर : गुजरात के हिम्मतनगर शहर में नागरिक निकाय ने मंगलवार को एक इलाके में 'अतिक्रमण विरोधी' अभियान के तहत झोंपड़ियों, खोमचों और एक दुकान की इमारत के एक हिस्से को मंगलवार को ध्वस्त कर दिया. गौरतलब है कि इसी महीने रामनवमी के जुलूस के दौरान जहां सांप्रदायिक झड़पें हुई थीं. साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के मुख्य नगरपालिका अधिकारी नवनीत पटेल ने कहा कि मंगलवार के अतिक्रमण विरोधी अभियान में, हमने छपरिया में टीपी रोड पर 3-4 खोमचे, 2-3 झोंपड़ियों और दो मंजिला दुकान की इमारत को हटा दिया.

हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान

उन्होंने बताया कि इन अवैध निर्माणों की वजह से 15 मीटर चौड़ी सड़क का 3 मीटर हिस्सा अतिक्रमित था. हमने 2020 में नोटिस भेजा था. यह एक नियमित अतिक्रमण विरोधी अभियान था. 10 अप्रैल को हुई घटनाओं से इसका कोई लेना-देना नहीं है. हम अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की कार्रवाई करना जारी रखेंगे. पुलिस के अनुसार, 10 अप्रैल को इलाके में हुई सांप्रदायिक झड़पों में ध्वस्त की गई संपत्तियों का किसी भी आरोपी से कोई लेना-देना नहीं था. साबरकांठा के एसपी विशाल वाघेला ने कहा कि मंगलवार को, पुलिस बंदोबस्त की व्यवस्था की गई थी, जब नगर निकाय ने हमें अतिक्रमण विरोधी अभियान की सूचना दी थी. दंगा के आरोपियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है.

हिंसा ग्रस्त इलाकों में चला अतिक्रमण रोधी अभियान
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पढ़ें: रामनवमी हिंसा : गुजरात के खंभात में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला

दो मंजिला इमारत हिम्मतनगर के एक स्थानीय सामाजिक-धार्मिक संगठन के कार्यकर्ता की है. कलुमिया शेख ने कहा कि इमारत में एक सिगरेट की दुकान, एक बिजली की मरम्मत की दुकान और एक किराने की दुकान थी. यह सही है कि तीन मीटर विस्तार को लेकर नगर पालिका ने हमें 2020 में नोटिस भेजा था. सोमवार को स्थानीय अधिकारियों ने हमें इस अभियान के बारे में बताया. आज, हमने उन्हें विस्तारित हिस्से को हटाने में मदद की. 10 अप्रैल को, रामनवमी के जुलूस के दौरान छपरिया में सांप्रदायिक झड़पें हुईं थीं.

पढ़ें : साबरकांठा हिंसा : रामनवमी जुलूस पर हमला करने के मामले में 20 लोगों की गिरफ्तारी, तनाव व्याप्त

जिसमें करीब तीन-चार घंटे तक पथराव, दंगा और आगजनी हुई थी. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के कई गोले दागे और 22 लोगों को गिरफ्तार किया था. 11 अप्रैल को हिम्मतनगर के वंजारावास इलाके में पथराव की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस ने इलाके से 10 लोगों को गिरफ्तार किया था. 15 अप्रैल को, गुजरात के आणंद के खंभात शहर में रामनवमी जुलूस के दौरान सांप्रदायिक झड़पों के पांच दिन बाद, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जिला प्रशासन ने शकरपुर इलाके में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया और 7-8 खोमचों को ध्वस्त कर दिया. पिछले एक महीने में, मप्र और दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में विध्वंस अभियान देखा गया.

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