साबरकांठा (गुजरात) : खेरोज ग्राम निधि चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में नचिकेता इंस्टीट्यूट के तेरह आदिवासी बच्चे कक्षा में शरारत करने पर शिक्षकों द्वारा कथित तौर पर गर्म लोहे की छड़ों से पीटे जाने के बाद गंभीर रूप से झुलस गए. अभिभावकों ने शिकायत दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है, वहीं शिक्षा मंत्री ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं.
शिकायत के अनुसार, कक्षा में दुर्व्यवहार करने पर बच्चों को उनके शरीर के विभिन्न हिस्सों में गर्म लोहे की छड़ों से दागा गया. संस्था के एक कर्मचारी ने बताया कि बच्चे क्लास में शरारत कर रहे थे इसलिए उन्हें अनुशासित करने के लिए उनकी पिटाई की गई. उन्होंने कहा, घटना तीन महीने पहले हुई थी. लेकिन तीन दिन पहले, माता-पिता ने स्कूल को एक लिखित शिकायत सौंपी थी, जिसमें उन्होंने घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद, उन्होंने खरोज पुलिस स्टेशन का रुख किया और वहां शिकायत भी दर्ज कराई.
मामला सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने कार्रवाई न करने को लेकर स्कूल अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. आख़िरकार शिक्षा मंत्री ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं और निर्देश दिया है कि घटना में शामिल लोगों की तुरंत पहचान की जाए. अभिभावकों ने आरोप लगाया कि पुलिस भी कार्रवाई करने में आनाकानी कर रही थी इसलिए उन्होंने जिला प्रशासन से संपर्क किया. उन्होंने आरोप लगाया कि इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. अभिभावकों ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में खरोज पुलिस स्टेशन, कलेक्टर और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को शिकायत दी है.
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