वडोदरा: वडोदरा की हरणी झील में हुई त्रासदी के बाद, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल व्यक्तिगत रूप से राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया. वह गुरुवार को वडोदरा पहुंचे और प्रभावितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने अस्पताल में पीड़ितों के परिजन और घायलों से मुलाकात भी की. मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिये हैं.
राज्य सरकार ने वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने की त्रासदी पर शोक व्यक्त किया है, मुख्यमंत्री ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद अस्पताल पहुंचे बच्चों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने परिवारों को सूचित किया कि सरकार ने वडोदरा के जिला मजिस्ट्रेट को मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं. मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का भी ऐलान किया गया है.
हरणी झील हादसे की खबर मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी, विधानसभा के मुख्य सचेतक बालकृष्ण शुक्ल, मुख्य सचिव राजकुमार वडोदरा पहुंचे. सभी ने घटना स्थल का दौरा कर घटना की जानकारी ली. साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन का भी निरीक्षण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने एसएसजी और निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. सीएम ने बच्चों के इलाज में कोई कोताही नहीं बरतने के निर्देश दिये.
इस घटना को लेकर राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. केंद्र सरकार ने भी मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है. बता दें कि इस दुखद घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
गौरतलब है कि वडोदरा शहर के न्यू सन राइज स्कूल के बच्चे हरणी झील में बोटिंग के लिए गए थे. यह हादसा शाम को बच्चों सहित नाव पलटने से हुआ. घटना की सूचना पर कलेक्टर अतुल गोर, मु. कमिश्नर दिलीप राणा, सिटी पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत मौके पर पहुंचे. घटना स्थल पर एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड के जवानों की ओर से युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य चलाया गया. इस दुखद हादसे में 12 बच्चों और दो शिक्षकों समेत कुल 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है.