रायपुर: हमारी परंपराओं में किसी भी शुभ कार्य करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. हर साल छत्तीसगढ़ समेत देशभर में गणेश उत्सव का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. दो साल से कोरोना का चलते गणेश उत्सव के मौके पर मूर्तिकारों का व्यवसाय प्रभावित हुआ था. लेकिन इस बार गणेश उत्सव को लेकर गणेश समितियों और मूर्तिकारों में बेहद उत्साह नजर आ रहा है. हालांकि गणेशोत्सव के नजदीक आने के बावजूद भी जिला प्रशासन की ओर से अभी तक गणेश उत्सव को लेकर दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं. ऐसे मूर्ति तैयार कर चुके कलाकारों की चिंता भी बढ़ी हुई है. ईटीवी भारत ने मूर्ति कलाकारों की बस्ती माना पहुंचकर मूर्तिकारों से बातचीत की..
बप्पा की मूर्तियों को तैयार करने में जुटे मूर्तिकार: ईटीवी भारत को कलाकार मंगलमूर्ति ने बताया कि "कोरोना संक्रमण के कारण 2 सालों से हमारा व्यवसाय मंदा था. पिछली बार की मूर्तियां बची हैं, जिसे बनाया जा रहा है. बहुत से नए ऑर्डर आए हैं, उन्हें भी तैयार किया जा रहा है. बाकी सभी चीजें समितियों पर निर्भर करती है. समिति के लोग लगातार आकर मूर्तियां देख रहे हैं और पसंद कर रहे हैं. इस बार अच्छे व्यवसाय की उम्मीद है."
छत्तीसगढ़ में गणपति उत्सव महंगाई का दिखा असर: मूर्तिकार सदानंद राणा ने बताया कि "इस बार ग्राहक आ रहे, लेकिन पहले जैसी स्थिति नहीं है. लेकिन जिस हिसाब से महंगाई बढ़ी है, उस हिसाब से हमें दाम नहीं मिल पा रहे. महंगे मूर्ति के दाम बताने पर ग्राहक उतना पैसा नहीं दे रहे."
2 सालों में हुआ बहुत नुकसान: मूर्ति कलाकार सदानंद राणा ने बताया कि "कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 2 साल में हमारा बहुत नुकसान हुआ. जो मूर्ति हमने तैयार की थी, उसकी बिक्री नहीं हुई. बाहर से जो कलाकार पहुंचे थे, वह भी लागत हमें नहीं मिल पाई. बैंक से लोन लेकर हमने मूर्तियां बनाई थी. बैंक का लोन भरने में भी काफी दिक्कतें हैं. इस साल अच्छा व्यवसाय होगा ऐसा महसूस हो रहा है."
5 से लेकर 15 फीट तक की मूर्तियां बनाई गई: गणेश उत्सव को लेकर इस बार उत्साह दिखाई दे रहा है. वहीं इस बार कलाकारों ने 5 फीट से लेकर 15 फीट की मूर्ति बनाई है, इन मूर्तियों के दाम 8000 रुपए से लेकर 35000 रुपए तय किया गया है.
गाइडलाइन जारी होने से बढ़ सकती है मुश्किलें: मूर्तिकार जय ने बताया गणेश लेकर बहुत कम ही दिन शेष है, इस साल कोरोना संक्रमण की स्थिति कम है .ऐसे में यहां के सभी कलाकारों ने ऑर्डर के अनुसार मूर्ति तैयार की है जिनमें 5 फीट से लेकर 15 फीट की मूर्तियां हैं अगर ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से मूर्ति की हाइट को लेकर कोई आदेश जारी होगा. तो यह हम लोगों के साथ नाइंसाफी होगी..अगर कोई गाइडलाइन जारी करनी ही थी तो 1 महीने पहले की गाइडलाइन जारी करना था..