कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने अपने जन्मदिन पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मिले बधाई संदेश के लिए शुक्रवार को उनकी सराहना की. उन्होंने इसे उप राष्ट्रपति का 'बड़प्पन' बताया. संसद के पिछले शीतकालीन सत्र के दौरान बनर्जी ने राज्यसभा सभापति की 'मिमिक्री' की थी. जिसके बाद राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था. बनर्जी ने पिछली गलतफहमियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने के महत्व पर भी जोर दिया.
बनर्जी गुरुवार को 67 वर्ष के हो गए. उन्होंने भाषा से कहा कि मेरे जन्मदिन पर मुझे बधाई देना माननीय उपराष्ट्रपति का वास्तव में बेहतर प्रयास और उनका बड़प्पन है. मैं वास्तव में अभिभूत हूं कि उन्होंने मुझसे और मेरी पत्नी से बात की. हमें अपने घर पर रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया.
यह पूछे जाने पर कि क्या धनखड़ का ये व्यवहार दोनों के बीच संबंधों में सुधार ला सकता है, इस पर श्रीरामपुर के सांसद ने कहा कि जीवन में हमेशा अतीत की गलतफहमियों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस सांसद ने जन्मदिन की बधाई के लिए गुरुवार को ही सोशल मीडिया पर भी धनखड़ का आभार व्यक्त किया था.
पिछले महीने तब विवाद खड़ा हो गया था जब बनर्जी ने संसद की सीढ़ियों पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के दौरान धनखड़ की नकल की थी. इस घटना की कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीडियो-रिकॉर्डिंग की थी. विपक्षी सांसद 140 से अधिक संसद सदस्यों को निलंबित किए जाने का विरोध कर रहे थे.
बनर्जी के इस कृत्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी निंदा की थी. धनखड़ एक वरिष्ठ वकील भी हैं. उन्होंने तब सदन में कहा था कि वह संसद या उपराष्ट्रपति के संवैधानिक पद का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. बनर्जी ने बाद में कहा कि 'मिमिक्री' अभिव्यक्ति का एक रूप है और असहमति एवं विरोध जताना लोकतंत्र में एक मौलिक अधिकार है.