सोनीपत : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर लंबे समय से जारी है. किसान नेता राकेश टिकैत रविवार को सोनीपत कुंडली बॉर्डर पर पहुंचे. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में उन पर जो हमला हुआ है, वह भाजपा ने कराया है.
टिकैत ने कहा कि कोरोना तो एक बहाना है. सरकार शाहीनबाग की तरह इस आंदोलन को उठाना चाहती है, लेकिन सरकार किसान आंदोलन को शाहीनबाग का आंदोलन न समझे. उन्होंने कहा कि सरकार ये गलतफहमी अपने मन से निकाल दे कि धरने खत्म होंगे. हम धरने खत्म नहीं करेंगे.
भाजपा कार्यकर्ताओं ने करवाया हमला
राकेश टिकैत ने कहा कि हमने दिल्ली की सीमाओं पर सरकार को घेर रखा है, और अप्रैल माह में सभी किसान अपनी-अपनी फसल बेचकर दोबारा से इस किसान आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचेंगे. मुझ पर अलवर में जो हमला हुआ था, वह भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ही करवाया था और छात्रों को बहकाकर मुझ पर हमला करने के लिए भेजा गया था.
वहीं, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के किसानों के जमावड़े में कोरोना फैलने की चिंता करने पर राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें असम और बंगाल के किसानों की भी चिंता है या बस दिल्ली के आसपास की? आप देखना दिल्ली के आसपास कोरोना दो मई के बाद कोरोना बढ़ेगा, जब चुनाव नतीजे आ जाएंगे, क्योंकि अभी सब वेस्ट बंगाल में गए हैं.
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संसद मार्च पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि अभी गेहूं कटाई का समय चल रहा है. संसद मार्च की रणनीति के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के साथ बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा कि कब संसद मार्च करना है.