अमृतसर: भारत सरकार ने 18 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा कर दिया है. सभी को अटारी वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया है. इनमें करीब 7 मछुआरे थे. जो गुजरात जेल से रिहा होकर अटारी-बाघा बॉर्डर पर पहुंचे. इस मौके पर कैदियों ने कहा कि हम लोग लगभग 7 मछुआरे नाव पर सवार होकर मछली पकड़ रहे थे और गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गये, जिसके बाद गुजरात पुलिस ने हमें पकड़ लिया और हमें पांच साल की सजा सुनायी गयी. अपनी सजा पूरी करके आज हम अपने वतन पाकिस्तान जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमारा एक साथी गुजरात की जेल में है, जिसकी सजा अभी पूरी नहीं हुई है. हम दोनों सरकारों से अपील करते हैं कि, जो लोग जेल में हैं उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए. राजस्थान के अलवर जेल से दो पाकिस्तानी कैदी अपनी सजा पूरी करने के बाद अटारी बाघा बॉर्डर के रास्ते अपने वतन के लिए रवाना हो गए.
मुहम्मद अनीफ खान ने कहा कि वह नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश कर गये थे और राजस्थान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान उन्हें 20 दिन की सजा सुनाई गई, लेकिन दोनों देशों के समझौते के कारण उन्हें लगभग 6 साल की सजा काटनी पड़ी. आज वह अपने घर पाकिस्तान जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके बुजुर्ग भारत में रहते थे.
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इस मौके पर प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण महल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आज भारत सरकार ने करीब 18 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा कर दिया है, जो अपनी सजा पूरी करने के बाद पाकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं.