पटना: पान का जिक्र होते ही पहला नाम बनारस का आता है. लेकिन अगर आप पान के शौकीन हैं और बिहार के पटना में रहते हैं तो राजधानी के मौर्या कॉम्पलेक्स जाकर बिहार में ही बनारस के पान का जायका ले सकते हैं. अगर आपको भी मुंह का जायका बदलना है और सांसों को ताजा रखना है तो 'लबों का शान' पान एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. वैसे राजधानी पटना में पान खाने के शौकीन लोगों की कोई कमी नहीं है. यहां पान के ऐसे भी शौकीन हैं जो 15 सौ रुपये खर्च कर पान खाते हैं. चांदी के वर्क वाले पान तो राजधानी पटना में अमूमन सभी बड़े दुकान में मिलते हैं, लेकिन यहां सोने के वर्क को डालकर पान बनाया जाता है. इसकी कीमत 15 सौ रुपये है.
पान शौकीनों की पहली पंसद
'ये हमारी अपनी सोच है. जैसे लखनऊ के नवाब पान में स्वर्ण भस्म डाल कर खाते थे. उसी कांसेप्ट पर हमने पान बनाना शुरू किया है. सोने के फॉयल डालने पर लोग शौक से इसे खाते हैं. ज्यादातर ये पान शादी-विवाह के समय में बिकता है, लोग इसे आर्डर कर मंगवाते हैं. नई-नई जिसकी शादी होती है और पान के अगर शौकीन हैं तो ऐसे लोग हमारा पान खाना पसंद करते हैं.'- दिलीप कुमार, पान दुकानदार
51 किस्म के मसालों से तैयार होते हैं कई तरह के पान
'20 साल से पान बेचने का काम करते हैं. मेरे दुकान पर 30 रुपये से लेकर 15 सौ रुपये तक का "गोल्डन साजन सजनी" पान मिलता है. गिलोरी पान ज्यादातर लोग पसंद करते हैं. मीठा पत्ता पान हो या जर्दा का पान सभी यहां मिलता है. 51 किस्म के मसाले से हम अलग-अलग तरह का पान बनाते हैं और लोग हमारे बनारसी मगही पान को ज्यादा पसंद करते हैं.
मसालों से पान में बढ़ता है स्वाद
'शादी-ब्याह के समय में हम पान का आर्डर लेकर पान घरों तक पहुंचाते हैं. चांदी का वर्क डाले हुए पान की काफी मांग है. वैसे वनीला फ़्लेवर और ड्राई फ्रूट वाले पान की भी अच्छी बिक्री होती है. पान में डलने वाले ज्यादातर मसाले मैं खुद ही तैयार करता हूं. पान में असली केसर से लेकर इलायची, सेक सुपारी, गुलकंद, कत्था और सौफ के अलावे कई सुगन्धित खाद्य पदार्थ भी इस्तेमाल किये जाते है. पान लगाने के समय चूना और कत्था ठीक से मिले, इसीलिए इसे ज्यादा देर तक मिलाते हैं. जिससे पान में स्वाद बढ़ता है.
पान का स्वाद है लाजवाब
वहीं पान के शौकीन सासाराम के रहने वाले मनोज कुमार का कहना है कि यहां सबसे अच्छा पान मिलता है. मैं जब भी पटना आता हूं एक बार जरूर यहां आकर एक मीठा पत्ता का पान खाता हूं. वहीं, राजधानी पान चॉइस दुकान में नियमित आकर पान खाने वाले पिंटू का भी कहना है कि ऐसा पान और कहीं नही मिल सकता और हम इनकी दुकान में कई साल से नियमित पान खा रहे हैं. इसके पान का स्वाद ही अलग है. यहां का पान लाजवाब है.
पढ़ें : औरंगाबादः पान की खेती के लिए किसानों को मिलेगा 75 फीसदी अनुदान
पान खाने के कई फायदे भी हैं:
- नियमित पान खाने से शरीर के मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है.
- पान के पत्ते को चबाकर खाने से मुंह के कैंसर से भी बचाव होता है.
- हरे पान का पत्ता डायबिटीज होने के खतरे से भी बचाता है.
- पाचन क्रिया को मजबूत करने के लिए भी पान के पत्ते का सेवन किया जाता है.
- सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं में भी पान के पत्ते का घरेलू उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है.
- सिर दर्द में पान के पत्ते का लेप लगाने से ठंडक भी मिलती है.
- शरीर में लगी चोट और इंफेक्शन से भी पान का पत्ता बचाव करता है.
- अच्छी सेहत के लिए रोजाना 10 से 12 पान के पत्ते को पानी में उबालकर इसके पानी को शहद के साथ पिया जा सकता है.
- कब्ज की समस्या में भी पान का पत्ता खाना लाभदायक होता है.
- पान मोटापे को भी कम करने में सहायक होता है.