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मानसिक स्वास्थ्य सुधार में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से मिलेगी मदद

कोविड-19 चलते उत्पन्न परिस्थितियों और उनसे उत्पन्न अवसाद, दबाव और चिंताओं के चलते बहुत से लोगों ने आत्महत्या कर ली. इस साल निराशा, तनाव और अवसाद के बेहिसाब मामले दर्ज हुए. लॉकडाउन के कारण मानसिक रोगियों की दवाइयों की सप्लाई में कमी के कारण भी डिमेंशिया, अल्जाइमर तथा पर्किनसन जैसी बीमारियों के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली घरेलू हिंसा तथा पारिवारिक कलह जैसे मामले को लेकर भी मनोचिकित्सकों से बड़ी संख्या में सलाह मांगी गई. इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए हम प्रौद्योगिकी की मदद ले रहे हैं. आइये जानते हैं वह क्या है.

digital mental health
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Published : Apr 8, 2021, 11:13 AM IST

हैदराबाद : 'Digital mental health', या 'digital behavioural health', जैसे शब्द हाल ही में लोकप्रीय हुए हैं. इसमें e-Mental health और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करने वाली प्रौद्योगिकियां भी शामिल हैं. Digital mental health या डिजिटल मानसिक स्वास्थ्य का मतलब है वह सेवाएं, जिसे किसी डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऐक्सेस किया जा सकता है. इसका उद्देश्य मनसिक स्वास्थ्य विकारों को रोकना या उनका इलाज करना व लोगों के कल्याण को बढ़ावा देना है.

⦁ मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार संबंधी स्वास्थ्य विकार वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव डालता है. यह समाजिक आवश्यकताओं, बुनियादी मानवाधिकारों और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं.

⦁ वैश्विक आबादी का एक चौथाई हिस्सा ऐसा है जो जिवन में कभी न कभी मानसिक विकार से प्रभावित रहा है. इसकी मानवीय लागत बहुत अधिक है: हर साल 800,000 लोग आत्महत्या करते हैं.

⦁ युवा लोगों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण आत्महत्या है. अनुपचारित मानसिक स्वास्थ्य विकारों से पीड़ित लोग अपनी क्षमताओं को नहीं हासिल कर पा रहे हैं. और इन सभी को अक्सर मानव अधिकारों के उल्लंघन का सामना करना पड़ता है.

⦁ 2011 और 2030 के बीच, मानसिक विकारों से जुड़ी आर्थिक हानि दुनियाभर में $16.3 ट्रिलियन होने का अनुमान है.

⦁ खराब मानसिक स्वास्थ्य के अन्य परिणामों की वजह से नियोक्ताओं को प्रति वर्ष 2,000 डॉलर हर कर्मचारी पर खर्च करना पड़ता है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लागत देश के सकल घरेलू उत्पाद का 5% हो सकती है.

⦁ हाल के समय में, स्वास्थ्य, जलवायु और राजनीतिक संकट, जैसे कि COVID-19 महामारी और 2020 की जंगल की आग, ने दुनिया की मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों को और बढ़ा दिया है.

⦁ सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि अवसाद, आत्महत्या और अन्य मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों की एक लहर क्षितिज पर है.

⦁ कोविड​​-19 ने अभूतपूर्व दर से डिजिटल नवाचार को गति दी है. महामारी ने सेवाओं को बदलने और मानसिक स्वास्थ्य प्रणाली में बदलाव के साथ आगे बढ़ने का एक बड़ा अवसर प्रदान किया है.

⦁ अत्याधुनिक तकनीक-जैसे आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, ब्लॉक चेन, डिजिटल रियेलिटी और क्लाउड, उपभोक्ताओं, उद्योगों और संगठनों के लिए उत्पादकता और संचालन के एक नए युग की शुरुआत कर रही है.

⦁ अत्याधुनिक तकनीक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य प्रणालियों को बेहतर बनाने का एक जबरदस्त अवसर प्रदान करती है. इससे प्रणालियों को विकसित करने की लागत कम हो जाती है और विकासशील देशों व गरीब देशों तक इसकी पहुंच बढ़ जाती है.

⦁ प्रौद्योगिकी से पिछले 20 या 10 वर्षों में वित्त, परिवहन, पर्यटन, शिक्षा और मीडिया उद्योगों में अभूतपूर्व बदलाव आए हैं. और यह मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र को भी बदलने के लिए तैयार है.

⦁ Apple App Store और Google Play Store में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित 10,000 से अधिक ऐप हैं.

टूलकिट के फायदे

⦁ लोगों के मानसिक और व्यवहारिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए 'Digital mental health' सेवाओं की क्षमता की समझ में विकासा.

⦁ 'Digital mental health' सेवाओं के सुरक्षित, नैतिक और रणनीतिक कार्यान्वयन के लिए सिद्धांतों और मानकों का विकास.

⦁ दुनियाभर के देशों और स्वास्थ्य प्रणालियों में इन मानकों और सिद्धांतों को अनुकूल बनाना और अपनाना.

⦁ बेहतर प्रथाओं और मानकों को अपनाकर 'Digital mental health' समाधानों की पहुंच, प्रभावशीलता, गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार करना.

⦁ इस क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहित करने के लिए वैश्विक 'Digital mental health' पारिस्थितिक तंत्र में रणनीतिक निवेश और प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए निर्णय लेना.

⦁ 'Digital mental health' उपकरणों को स्वास्थ्य प्रणाली, कार्यस्थल, समुदाय, उत्पाद या सेवा में से शामिल करने के लिए सही निर्णय लेना.

किसके लिए है टूलकिट

सरकार और नियामक-प्राथमिक लक्ष्य सरकारी स्वास्थ्य विभागों और स्वास्थ्य नियामकों को उन सिद्धांतों और मानकों को अपनाना के लिए राजी करना है जो संबंधित क्षेत्र में 'Digital mental health' सेवाओं के सुरक्षित, नैतिक और रणनीतिक कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करते हैं.

स्वास्थ्य सेवा और बीमा संगठन-यह टूलकिट 'Digital mental health' सेवाओं को समझने और उनको विकसित करने के लिए हेल्थकेयर और बीमा संगठनों को दिशानिर्देश प्रदान करता है.

Digital mental health इनोवेटर्स और विक्रेता-उपभोक्ताओं, चिकित्सकों, सरकार और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के विचारों को एक साथ लाकर, यह टूलकिट 'digital mental health' इनोवेटर्स और विक्रेताओं के लिए विश्वसनीय सेवाएं बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त करता है.

व्यवसाय और नियोक्ता-संगठनों के पास उत्पादकता बढ़ाने, बेहतर कर्मियों को आकर्षित करने और बेहतर कर्मचारी मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रमों को अपनाने का अवसर है.

उपभोक्ता और समुदाय-इस टूलकिट का अंतिम उद्देश्य उन सेवाओं तक पहुंच में सुधार करना है जो दुनिया भर के सभी उपभोक्ताओं को उनकी भावनात्मक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक क्षमता को पूरा करने में सक्षम बनाएगा.

'Digital mental health' के फायदे

⦁ नए शोध और उपचार के विकल्प

⦁ पहुंच, उपलब्धता और सामर्थ्य में वृद्धि

⦁ उपभोक्ता सशक्तिकरण के माध्यम से अधिक से अधिक संतुष्टि

⦁ व्यापक परिशुद्धता और सेवाओं का निजीकरण

⦁ डेटा-संचालित और परिणाम-केंद्रित निर्णय

⦁ रोकथाम और प्रारंभिक उपचार पर ध्यान

⦁ स्वास्थ्य प्रणालियों में एकीकरण

हैदराबाद : 'Digital mental health', या 'digital behavioural health', जैसे शब्द हाल ही में लोकप्रीय हुए हैं. इसमें e-Mental health और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करने वाली प्रौद्योगिकियां भी शामिल हैं. Digital mental health या डिजिटल मानसिक स्वास्थ्य का मतलब है वह सेवाएं, जिसे किसी डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऐक्सेस किया जा सकता है. इसका उद्देश्य मनसिक स्वास्थ्य विकारों को रोकना या उनका इलाज करना व लोगों के कल्याण को बढ़ावा देना है.

⦁ मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार संबंधी स्वास्थ्य विकार वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव डालता है. यह समाजिक आवश्यकताओं, बुनियादी मानवाधिकारों और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं.

⦁ वैश्विक आबादी का एक चौथाई हिस्सा ऐसा है जो जिवन में कभी न कभी मानसिक विकार से प्रभावित रहा है. इसकी मानवीय लागत बहुत अधिक है: हर साल 800,000 लोग आत्महत्या करते हैं.

⦁ युवा लोगों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण आत्महत्या है. अनुपचारित मानसिक स्वास्थ्य विकारों से पीड़ित लोग अपनी क्षमताओं को नहीं हासिल कर पा रहे हैं. और इन सभी को अक्सर मानव अधिकारों के उल्लंघन का सामना करना पड़ता है.

⦁ 2011 और 2030 के बीच, मानसिक विकारों से जुड़ी आर्थिक हानि दुनियाभर में $16.3 ट्रिलियन होने का अनुमान है.

⦁ खराब मानसिक स्वास्थ्य के अन्य परिणामों की वजह से नियोक्ताओं को प्रति वर्ष 2,000 डॉलर हर कर्मचारी पर खर्च करना पड़ता है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लागत देश के सकल घरेलू उत्पाद का 5% हो सकती है.

⦁ हाल के समय में, स्वास्थ्य, जलवायु और राजनीतिक संकट, जैसे कि COVID-19 महामारी और 2020 की जंगल की आग, ने दुनिया की मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों को और बढ़ा दिया है.

⦁ सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि अवसाद, आत्महत्या और अन्य मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों की एक लहर क्षितिज पर है.

⦁ कोविड​​-19 ने अभूतपूर्व दर से डिजिटल नवाचार को गति दी है. महामारी ने सेवाओं को बदलने और मानसिक स्वास्थ्य प्रणाली में बदलाव के साथ आगे बढ़ने का एक बड़ा अवसर प्रदान किया है.

⦁ अत्याधुनिक तकनीक-जैसे आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, ब्लॉक चेन, डिजिटल रियेलिटी और क्लाउड, उपभोक्ताओं, उद्योगों और संगठनों के लिए उत्पादकता और संचालन के एक नए युग की शुरुआत कर रही है.

⦁ अत्याधुनिक तकनीक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य प्रणालियों को बेहतर बनाने का एक जबरदस्त अवसर प्रदान करती है. इससे प्रणालियों को विकसित करने की लागत कम हो जाती है और विकासशील देशों व गरीब देशों तक इसकी पहुंच बढ़ जाती है.

⦁ प्रौद्योगिकी से पिछले 20 या 10 वर्षों में वित्त, परिवहन, पर्यटन, शिक्षा और मीडिया उद्योगों में अभूतपूर्व बदलाव आए हैं. और यह मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र को भी बदलने के लिए तैयार है.

⦁ Apple App Store और Google Play Store में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित 10,000 से अधिक ऐप हैं.

टूलकिट के फायदे

⦁ लोगों के मानसिक और व्यवहारिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए 'Digital mental health' सेवाओं की क्षमता की समझ में विकासा.

⦁ 'Digital mental health' सेवाओं के सुरक्षित, नैतिक और रणनीतिक कार्यान्वयन के लिए सिद्धांतों और मानकों का विकास.

⦁ दुनियाभर के देशों और स्वास्थ्य प्रणालियों में इन मानकों और सिद्धांतों को अनुकूल बनाना और अपनाना.

⦁ बेहतर प्रथाओं और मानकों को अपनाकर 'Digital mental health' समाधानों की पहुंच, प्रभावशीलता, गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार करना.

⦁ इस क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहित करने के लिए वैश्विक 'Digital mental health' पारिस्थितिक तंत्र में रणनीतिक निवेश और प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए निर्णय लेना.

⦁ 'Digital mental health' उपकरणों को स्वास्थ्य प्रणाली, कार्यस्थल, समुदाय, उत्पाद या सेवा में से शामिल करने के लिए सही निर्णय लेना.

किसके लिए है टूलकिट

सरकार और नियामक-प्राथमिक लक्ष्य सरकारी स्वास्थ्य विभागों और स्वास्थ्य नियामकों को उन सिद्धांतों और मानकों को अपनाना के लिए राजी करना है जो संबंधित क्षेत्र में 'Digital mental health' सेवाओं के सुरक्षित, नैतिक और रणनीतिक कार्यान्वयन को प्रोत्साहित करते हैं.

स्वास्थ्य सेवा और बीमा संगठन-यह टूलकिट 'Digital mental health' सेवाओं को समझने और उनको विकसित करने के लिए हेल्थकेयर और बीमा संगठनों को दिशानिर्देश प्रदान करता है.

Digital mental health इनोवेटर्स और विक्रेता-उपभोक्ताओं, चिकित्सकों, सरकार और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के विचारों को एक साथ लाकर, यह टूलकिट 'digital mental health' इनोवेटर्स और विक्रेताओं के लिए विश्वसनीय सेवाएं बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त करता है.

व्यवसाय और नियोक्ता-संगठनों के पास उत्पादकता बढ़ाने, बेहतर कर्मियों को आकर्षित करने और बेहतर कर्मचारी मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रमों को अपनाने का अवसर है.

उपभोक्ता और समुदाय-इस टूलकिट का अंतिम उद्देश्य उन सेवाओं तक पहुंच में सुधार करना है जो दुनिया भर के सभी उपभोक्ताओं को उनकी भावनात्मक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक क्षमता को पूरा करने में सक्षम बनाएगा.

'Digital mental health' के फायदे

⦁ नए शोध और उपचार के विकल्प

⦁ पहुंच, उपलब्धता और सामर्थ्य में वृद्धि

⦁ उपभोक्ता सशक्तिकरण के माध्यम से अधिक से अधिक संतुष्टि

⦁ व्यापक परिशुद्धता और सेवाओं का निजीकरण

⦁ डेटा-संचालित और परिणाम-केंद्रित निर्णय

⦁ रोकथाम और प्रारंभिक उपचार पर ध्यान

⦁ स्वास्थ्य प्रणालियों में एकीकरण

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