हैदराबाद : कोरोना महामारी ने लोगों के जीवन जीने की राह को मुश्किल कर दिया है. कोरोना महामारी के असर से विश्व की गति थम सी गई है. पहले के मुकाबले आज की तुलना करें तो कोविड की वजह से वैश्विक औसत जीवंतता स्कोर (global average liveability score) में सात अंकों की गिरावट आई है.
दरअसल, वैश्विक जीवंतता रैंकिंग लंदन स्थित इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) द्वारा प्रकाशित एक वार्षिक मूल्यांकन है. यह स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल, संस्कृति और पर्यावरण, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के आकलन के आधार पर उनके शहरी जीवन की गुणवत्ता के लिए 140 वैश्विक शहरों की रैंकिंग करता है. देखे global average liveability score 2021 रिपोर्ट :-
- न्यूजीलैंड में ऑकलैंड, द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की जीवंतता रैंकिंग में सबसे ऊपर है, क्योंकि इस शहर में कोरोनावायरस (कोविड -19) महामारी को तेजी से रोकने की क्षमता है और इसलिए दुनिया भर के अन्य शहरों के मुकाबले इसने पहले प्रतिबंध हटाएं.
- मार्च 2021 के सर्वेक्षण में शीर्ष दस शहरों में से न्यूजीलैंड या ऑस्ट्रेलिया के छह शहर ऐसे थे जहां कड़े सीमा नियंत्रण ने निवासियों को अपेक्षाकृत सामान्य जीवन जीने में मदद की.
- कई यूरोपीय और कनाडाई शहर रैंकिंग से नीचे गिर गए हैं. यह देश अपनी सांस्कृतिक और खेल आयोजनों पर प्रतिबंधित लगाकर और स्कूलों और रेस्तरां को बंद करके कोविड -19 की दूसरी लहर से जूझ रहे हैं.
- रैंकिंग के निचले सिरे में कम बदलाव देखा गया है जिसमें सीरिया की राजधानी दमिश्क (Damascus) है, जो की अभी भी दुनिया में सबसे कम रहने योग्य शहर है.
- दुनिया भर के अधिकांश शहरों में महामारी की शुरुआत के बाद हेल्थकेयर स्कोर गिर गया. हालांकि पश्चिमी यूरोप और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में केंद्रित शहर सबसे कम प्रभावित हुए.