नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में इंसानियत को शर्मशार करने वाला एक मामला सामने आया है, जिसमें एक दंपत्ति आठ दिन पहले 8 से 10 साल की बच्ची को अपने घर में बंद करके बेंगलुरु चला गया. गुरुवार को नागपुर में यह चौंकाने वाली खबर सामने आने के बाद हुडकेश्वर पुलिस ने मुख्य आरोपी को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान ताहा अरमान इश्तियाक अहमद खान के तौर पर हुई है.
गिरफ्तार आरोपी की पत्नी हिना और साला अज़हर नरुद्दीन शेख अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इस मामले में आरोपी इश्तियाक अहमद खान के बहनोई अजहर पर पीड़ित लड़की ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. इसके मुताबिक पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. करीब 8 दिन पहले आरोपी इश्तियाक अहमद खान परिवार सहित बेंगलुरु गया था. घर से निकलते समय उसने काम के लिए लाई गई छोटी लड़की को बाथरूम में बंद कर दिया.
इसी बीच 30 अगस्त को बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर उनकी बिजली काट दी गयी. वह 6 से 7 दिनों तक उस छोटे से बाथरूम में कैद रही. लेकिन जब बिजली कट गई तो वह अंधेरे से डरने लगी और बाहर निकलने के लिए बाथरूम की खिड़की तोड़ दी. इसके बाद वह कई घंटों तक घर के बाहर बैठी रही तो पड़ोस के कुछ लोगों को शक हुआ. जब उन्होंने बच्ची से पूछताछ की तो इस अमानवीय घटना का खुलासा हुआ.
पीड़िता बच्ची ने अपने साथ हुई सारी घटना पुलिस और इलाकाई लोगों को बताई. सभी आरोपियों ने पीड़ित लड़की को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. जांच में शुक्रवार को सामने आया कि आरोपियों ने उसके शरीर को सिगरेट और अन्य लोहे की वस्तुओं से जलाया भी था. जानकारी सामने आई कि आरोपी पीड़ित बच्ची को रोज बाथरूम में बंद करके रखते थे. कभी-कभी उसे बासी खाना खिलाया जाता था. जांच में सामने आया है कि पीड़ित बच्ची बेंगलुरु की रहने वाली है.
आरोपी बच्ची पर यह कहकर जुल्म करते थे कि उनके जुल्म सहने के बाद ही वह जन्नत में जाएगी. आरोपी उसे शिक्षा दिलाने का झांसा देकर नागपुर लेकर आए थे. पुलिस ने बताया कि पीड़ित बच्ची की उम्र का पता फिलहाल नहीं चल पाया है. पुलिस उपायुक्त विजयकांत सागर ने बताया कि हुडकेश्वर पुलिस ने कल पीड़ित बच्ची द्वारा बताए गए घटनाक्रम के अनुसार आरोपियों के खिलाफ POCSO और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है.