नई दिल्ली/नोएडा : साइबर ठग प्रशासनिक अधिकारियों को भी नहीं छोड़ रहे हैं. इसका जीता जागता उदाहरण गौतमबुद्ध नगर जनपद (gautambudh nagar dm suhas ly) में देखने को मिला. गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी का सरकारी फोन हैक (Noida DM's mobile hack) कर लिया गया था. उनके फाेन से प्रयागराज के डीएम काे फाेन भी किया गया था. इस संबंध में जैसे ही जिलाधिकारी गौतम बुध नगर को जानकारी हुई, उन्होंने तत्काल साइबरक्राइम थाने में इस संबंध में मुकदमा दर्ज (DM's cheating case registered in cyber crime police station) कराया.
जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर के गोपनीय कार्यालय ने 30 अगस्त 2020 को पुलिस अधीक्षक साइबर सिक्योरिटी उत्तर प्रदेश लखनऊ त्रिवेणी सिंह को पत्र लिखा. जिसमें कहा गया था कि जिलाधिकारी प्रयागराज ने दिनांक 29 अगस्त 2020 को फाेन कर अवगत कराया कि उनके मोबाइल पर जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर के सीयूजी (सीयूजी का फुल फॉर्म Closed User Group होता है. यह एक ऐसा समूह है, जिसमें शामिल ग्राहक एक दूसरे से फ्री में कॉल कर सकते हैं) नंबर से फाेन आया था. फाेन करने वाला कह रहा था कि जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर बोल रहा है.
शक हाेने पर उन्हाेंने Confirm करने के लिए वापस फाेन किया ताे नाेएडा डीएम ने बताया कि उन्हाेंने काेई फाेन नहीं किया था. उसके बाद जिलाधिकारी प्रयागराज ने अपने मोबाइल का स्क्रीन शॉट भेजा. उस स्क्रीन शॉट काे संलग्न करते हुए लिखा कि इससे ऐसा प्रतीत होता है कि किसी संदिग्ध व्यक्ति ने अपने आप को जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर कह कर जिलाधिकारी प्रयागराज से बात (Noida DMs phone hacked and call Prayagraj DM) की है, जो कि अपराध की श्रेणी में आता है.
नाेएडा डीएम ने अनुरोध किया कि मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए. इस पत्र के आधार पर आठ नवंबर 2021 को FIR दर्ज कर साइबर क्राइम थाना प्रभारी नोएडा को जांच सौंपी गई. मामले की जांच चल रही है. जिलाधिकारी के सीयूजी फोन हैक होने के मामले में गौतम बुद्ध नगर जिले के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने किसी प्रकार का कोई बयान अब तक आधिकारिक रूप से जारी नहीं किया है.
पढ़ेंः राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने ये क्या कह दिया कलेक्टर और एसपी को, आज भी सुनिए