पलवल: नासिर जुनैद हत्याकांड में राजस्थान पुलिस ने हरियाणा के पांच गौ रक्षकों पर मामला दर्ज किया है. जिसके विरोध में पलवल में गौ रक्षकों ने महापंचायत कर सभी एफआईआर को रद्द करने की मांग की है. हथीन में गौ रक्षकों की महापंचायत की अध्यक्षता 52 पालो के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने की थी. इस महापंचायत में हिंदू संगठन और स्थानीय लोग भी शामिल हुए. जिसमें फैसला किया गया कि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई के जरिए करवाई जानी चाहिए.
अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे. गौ रक्षकों ने दावा किया कि इस मामले में बेवजह गौ रक्षकों के फंसाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राजस्थान पुलिस ने नूंह में श्रीकांत के घर दबिश दी थी. जहां राजस्थान पुलिस ने श्रीकांत के परिजन और गर्भवती पत्नी से मारपीट की. परिजनों का आरोप है कि इसी वजह से श्रीकांत के बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई. गौ रक्षकों ने राजस्थान पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया और आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की.
इस महापंचायत को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, ताकि किसी भी तरह की स्थिति निपटा जा सके. गौ रक्षकों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया, तो मौजूदा सरकार को आगामी चुनाव में बड़ा खामियाजा उठाना पड़ेगा. उन्होंने राजस्थान पुलिस पर कार्रवाई की मांग की. महापंचायत की अध्यक्षता कर रहे अरुण जैलदार ने कहा कि गोवध पर पूरी तरह से रोक लगना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए. राजस्थान पुलिस के द्वारा निर्दोष लोगों को इस केस में ना फंसाया जाए और मामले की सीबीआई स्तर पर जांच कराई जाए.