हैदराबाद: देशभर में कुख्यात पार्थी, चेड्डी और धार गैंग (Parthi, Cheddi gang, and Dhar gangs) के निशाने पर तेलंगाना की राजधानी है. उपनगरीय क्षेत्र चोरी की घटनाओं से त्रस्त है. हाल ही में अलवाल और बोल्लाराम पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में लगातार आठ डकैतियां करने वाले पार्थी गिरोह के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हाल ही में महाराष्ट्र के थार गिरोह ने रचाकोंडा के अंतर्गत मेडिपल्ली में डकैती की कई वारदातों से हड़कंप मच गया है.
अनुमान है कि अंतरराज्यीय गिरोह हर साल शहर में कम से कम 100 करोड़ रुपये की संपत्ति लूटते हैं. लगातार दो माह से जिस तरह से वारदातें की गईं उससे आम लोगों को चिंता बढ़ गई है.
गुजरात का छेदी गैंग, मध्य प्रदेश का धार, कर्नाटक का पार्थी और तमिलनाडु का रणजी गैंग खास हैं. वे किसी भी क्षेत्र में आते हैं और स्थानीय स्तर पर खिलौने और अन्य सामान बेचने का नाटक करते हैं. इस क्रम में शहर के बाहरी इलाकों में गेटेड समुदायों और कॉलोनियों में रेकी की जाती है. वे उपयुक्त क्षेत्रों की तलाश करते हैं और सोना, पैसा और अन्य कीमती सामान लूट लेते हैं.
हाल ही में मल्काजगिरी जोन से एक इंस्पेक्टर का अचानक तबादला कर दिया गया. इंस्पेक्टर ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि उनके इलाके में धार गैंग की हरकतें हो रही हैं. इलाके में कई चोरियां हुई हैं. मालूम हो कि इस बात से अधिकारी नाराज हो गए और उन्होंने इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की. शहर में कई महीनों तक तबादलों का दौर जारी रहा. उसके बाद चुनाव की तैयारियां और हाल ही में विनायक चविथि की चर्चा शुरू हो गई. बताया जाता है कि निगरानी कम होने से गिरोह बढ़ गए हैं.