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गंगा का जलस्तर बढ़ने से हरिद्वार के NHAI प्लांट में घुसा पानी, 4 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, 200 कर्मचारियों को निकाला गया - हरिद्वार बाढ़

Waterlogging in NHAI plant हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान के पार क्या गई, जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया. हरिद्वार के NHAI प्लांट में पानी भर गया. इससे बड़ी संख्या में कर्मचारी एनएचएआई के प्लांट के अंदर फंस गए. 4 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद इन कर्मचारियों को निकाला गया.

Waterlogging in NHAI plant
हरिद्वार समाचार
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Published : Aug 14, 2023, 2:05 PM IST

Updated : Aug 14, 2023, 7:52 PM IST

NHAI प्लांट में घुसा पानी

हरिद्वार (उत्तराखंड): पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण जहां गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, वहीं उसका असर अब मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. हरिद्वार के मेला क्षेत्र बैरागी कैंप में गंगा इस समय अपने रौद्र रूप में बह रही है. इसके कारण बैरागी कैंप में बनाए गए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के प्लांट में पानी भर गया, जिससे 200 के अधिक लोग प्लांट के अंदर ही फंस गए.

NHAI प्लांट में 200 कर्मचारी फंसे: प्लांट से किसी तरह निकलकर बाहर आए कुछ लोगों ने वहां की स्थिति बताई. उन्होंने बताया कि अचानक प्लांट के अंदर पानी भर गया था. इस कारण काफी लोग प्लांट में ही फंसे रह गए. प्रशासन को कॉल करके जानकारी दी गई. जबतक प्रशासनिक मदद नहीं मिली तबतक कंपनी द्वारा अपने साधनों का उपयोग करके ही प्लांट के अंदर फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया.

Waterlogging in NHAI plant
एनएचएआई के प्लान से निकले कुछ कर्मचारी

4 घंटे से अधिक चला ऑपरेशन: वहीं, रेस्क्यू टीम के पहुंचने के बाद हरिद्वार के बैरागी कैंप क्षेत्र में स्थित एनएचएआई प्लांट में फंसे 200 से अधिक कर्मचारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित निकाला गया. करीब 4 घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में जल पुलिस, पीएसी और एसडीआरएफ की टीम ने इस कार्य को पूरा किया. इसके साथ ही बैरागी कैंप स्थित बस्ती में हुए जलभराव के कारण बस्ती को खाली करा दिया गया है.

दरअसल पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश हो रही है. अलकनंदा और भागीरथी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से पार है. देवप्रयाग में दोनों नदियों के मिलने के बाद गंगा में अथाह जल प्रवाहित हो रहा है. इस कारण व्यासी से नीचे ऋषिकेश, और हरिद्वार में भी जलभराव हो गया है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में बारिश से तबाही, हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर, चमोली में बादल फटा, नदियों का रौद्र रूप

खतरे के निशान के पार अलकनंदा: बताते चलें कि श्रीनगर गढ़वाल में अलकनंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंचा हुआ है. दरअसल श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के डैम से 7000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है. इस कारण श्रीनगर से नीचे के इलाकों में बाढ़ आ गई है.
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NHAI प्लांट में घुसा पानी

हरिद्वार (उत्तराखंड): पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश के कारण जहां गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, वहीं उसका असर अब मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. हरिद्वार के मेला क्षेत्र बैरागी कैंप में गंगा इस समय अपने रौद्र रूप में बह रही है. इसके कारण बैरागी कैंप में बनाए गए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के प्लांट में पानी भर गया, जिससे 200 के अधिक लोग प्लांट के अंदर ही फंस गए.

NHAI प्लांट में 200 कर्मचारी फंसे: प्लांट से किसी तरह निकलकर बाहर आए कुछ लोगों ने वहां की स्थिति बताई. उन्होंने बताया कि अचानक प्लांट के अंदर पानी भर गया था. इस कारण काफी लोग प्लांट में ही फंसे रह गए. प्रशासन को कॉल करके जानकारी दी गई. जबतक प्रशासनिक मदद नहीं मिली तबतक कंपनी द्वारा अपने साधनों का उपयोग करके ही प्लांट के अंदर फंसे लोगों का रेस्क्यू किया गया.

Waterlogging in NHAI plant
एनएचएआई के प्लान से निकले कुछ कर्मचारी

4 घंटे से अधिक चला ऑपरेशन: वहीं, रेस्क्यू टीम के पहुंचने के बाद हरिद्वार के बैरागी कैंप क्षेत्र में स्थित एनएचएआई प्लांट में फंसे 200 से अधिक कर्मचारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरक्षित निकाला गया. करीब 4 घंटे से अधिक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में जल पुलिस, पीएसी और एसडीआरएफ की टीम ने इस कार्य को पूरा किया. इसके साथ ही बैरागी कैंप स्थित बस्ती में हुए जलभराव के कारण बस्ती को खाली करा दिया गया है.

दरअसल पहाड़ों पर मूसलाधार बारिश हो रही है. अलकनंदा और भागीरथी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से पार है. देवप्रयाग में दोनों नदियों के मिलने के बाद गंगा में अथाह जल प्रवाहित हो रहा है. इस कारण व्यासी से नीचे ऋषिकेश, और हरिद्वार में भी जलभराव हो गया है.
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खतरे के निशान के पार अलकनंदा: बताते चलें कि श्रीनगर गढ़वाल में अलकनंदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर पहुंचा हुआ है. दरअसल श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के डैम से 7000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया है. इस कारण श्रीनगर से नीचे के इलाकों में बाढ़ आ गई है.
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Last Updated : Aug 14, 2023, 7:52 PM IST
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