मुंबई: पुणे में विश्वप्रसिद्ध श्रीमंत दगड़ूशेठ हलवाई गणपति मंदिर में गणेश जयंती 2023 उत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारी की जा रही है. श्री गणेश जन्म समारोह इस वर्ष श्रीमंत दगडूशेठ गणपति मंदिर में स्वस्तिक, ॐ और गजमुख जैसे शुभ चिन्हों से सजी स्वर्ण पालकी में आयोजित किया जाएगा. ट्रस्ट के अध्यक्ष माणिक चव्हाण ने बताया कि श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई लोक गणपति ट्रस्ट एवं सुवर्णयुग तरुण मंडल द्वारा माघ शुद्ध चतुर्थी अर्थात बुधवार 25 जनवरी को मंदिर में गणेश जन्मोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
दोपहर 12 बजे मुख्य गणेश जन्मोत्सव होगा. इस वर्ष, यह समारोह सुवर्णपाल्मा में आयोजित किया जाएगा. यह पालना भक्तों के दान से सिद्ध हुआ है. पूजा के लिए सागौन की लकड़ी का पांच फीट ऊंचा स्टैंड तैयार किया गया है और उस पर 8.5 किलो चांदी का इस्तेमाल किया गया है. इसे भी सोने से पॉलिश किया जाता है. इस स्टैंड पर 16 गुणा 24 इंच सोने की पालना बनाई गई है और इसमें 2 किलो 280 ग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया है. बुधवार को सुबह 4 बजे से 6 बजे तक पद्मश्री उस्मान खान सतार बजाकर श्री चर का स्वराभिषेक करेंगे.
मुख्य गणेश जन्म उत्सव दोपहर 12 बजे से शुरू होगा. इसमें महिलाएं पारंपरिक परिधान में शामिल होंगी. जन्म के समय पुष्पवर्षा भी की जाएगी. उससे पहले मंदिर में तड़के 3 बजे ब्रह्मस्पति सूक्त अभिषेक किया जाएगा. सुबह 7 बजे गणेश यज्ञ, दोपहर 3 बजे सहस्त्रवर्तन होगा. लिहाजा शाम छह बजे नगर प्रदक्षिणा का आयोजन किया गया है.
साथ ही मंदिर में रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक गणेश जागरण होगा. मंदिर को आकर्षक फूलों और बिजली की रोशनी से सजाया जाएगा. ट्रस्ट ने कहा कि मंदिर भक्तों के लिए तड़के तीन बजे से खुल जाएगा. बता दें कि हर माह में बुधवार और चतुर्थी तिथि भगवान गणेश की पूजा के उत्तम मानी जाती है. माघ महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली चतुर्थी को वरद तिलकुंड चतुर्थी, गणेश जयंती और माघी विनायक चतुर्थी के नाम से प्रसिद्ध है.