नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र के दौरान राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, हादसों में कमी आने और सबसे अधिक हादसे के पैमाने पर सबसे अच्छे और सबसे खराब तीन-तीन राज्यों की जानकारी उनके पास है, लेकिन इसे राजनीतिक रूप से अन्यथा न समझा जाए. गडकरी ने कहा, सड़क हादसे कम करने में सबसे अच्छा प्रदर्शन मेघालय का रहा है. इस राज्य में -55.6 फीसद हादसे कम हुए हैं. चंडीगढ़ में -47.86 फीसद कम और अरुणाचल प्रदेश में 43.45 परसेंट हादसे कम हुए हैं.
सबसे अधिक सड़क हादसे वाले राज्यों में केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली (47 परसेंट) और नगालैंड (40 परसेंट) शीर्ष दो प्रदेश हैं. अन्य राज्यों में भी सड़क हादसे बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि आंध्र कर्नाटक और महाराष्ट्र में अधिक ध्यान देने की जरूरत है.
बकौल गडकरी, ओवरऑल देश का ही रिकॉर्ड ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को हादसे कम करने के मामले में अपेक्षित सफलता नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि जब वैश्विक आयोजनों में सबसे ज्यादा हादसे भारत में होने की बात कही जाती है तो तकलीफ होती है.
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उन्होंने कहा की सीसीटीवी कैमरे और रेड लाइट की सुदृढ़ व्यवस्था हुई है, लेकिन कभी-कभी लोग फाइन भरने पर तकरार करते हैं. ऐसे में सबके सहयोग से ही हालात सुधर सकते हैं. बता दें कि बिहार के वरिष्ठ राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने बिहार में 35 से 60 साल आयुवर्ग के कितने लोगों की मौत हुई और कितने लोगों को मुआवजा दिया गया. इस पर गडकरी ने कहा कि बिहार की स्पेसिफिक जानकारी अभी उनके पास नहीं है.