नई दिल्ली : भारत जी20 की अध्यक्षता के दौरान अपनी लोकतांत्रिक जड़ों और अपनी प्रगति की जानकारी के साथ-साथ भोजन, शिल्प और संस्कृति के माध्यम से अपनी समृद्ध संस्कृति और विविधता का प्रदर्शन कर रहा है. खास तौर से डिजिटल स्पेस में भारत के भोजन, शिल्प और संस्कृति की काफी चर्चा हो रही है. भारत 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है. जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विश्व नेता नई दिल्ली पहुंचेंगे.
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#WATCH | "We're proceeding towards the culmination of G20 process, started on the first December last year. The summit will be on 9th and 10th September, there will be 3 sessions...some of the leaders will have bilateral meeting with PM Modi...the leaders of the delegations will… pic.twitter.com/az6XVX9TFV
— ANI (@ANI) August 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) August 30, 2023#WATCH | "We're proceeding towards the culmination of G20 process, started on the first December last year. The summit will be on 9th and 10th September, there will be 3 sessions...some of the leaders will have bilateral meeting with PM Modi...the leaders of the delegations will… pic.twitter.com/az6XVX9TFV
— ANI (@ANI) August 30, 2023
भारत के G20 सचिवालय के विशेष सचिव और संचालन और रसद के प्रमुख मुक्तेश परदेशी ने समाचार एजेंसी एएनाई को एक विशेष साक्षात्कार दिया. जिसमें उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन की तैयारी और योजना के बारे में बताया. मुक्तेश ने कहा कि हम मुख्य आयोजन से 10 दिन दूर हैं. 10 सितंबर वह तारीख है जिसका इंतजार हम पिछले साल 1 दिसंबर से कर रहे हैं. एक दिसबंर को ही भारत ने जी20 की अध्यक्षता संभाली थी.
तब से हम इसकी तैयारी कर रहे हैं. मेगा इवेंट, लीडर्स समिट...G20 में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. साथ ही, हमने नौ और देशों और कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों को विशेष निमंत्रण दिया है. लगभग 40 से अधिक प्रतिनिधिमंडल होंगे जो दिल्ली पहुंचेंगे.
उन्होंने कहा कि हम आने वाले लोगों को यूपीआई भुगतान, कोविन ऐप और आधार के बारे में जानकारी देंगे. उन्होंने कहा कि आपने जी20 बैठकों को तीन सी पर ध्यान केंद्रित करते हुए देखा है. लेकिन हमारे दृष्टिकोण का एक अचूक पहलू है. हम डिजिटल क्षेत्र में प्रगति का प्रदर्शन करने जा रहे हैं. इसलिए तकनीकी परिवर्तन, विशेष रूप से डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में हमने जो प्रगति हासिल की है, उसे प्रदर्शित करने के लिए एक विशेष व्यवस्था बनायेगी.
कन्वेंशन सेंटर में खानपान की व्यवस्था आईटीसी के जिम्मे है. यह एक अग्रणी होटल श्रृंखला है. उन्होंने एक बड़ी टीम बनाई है ताकि न केवल मेनू तैयार हो बल्कि सेवा का अनुभव भी त्रुटिहीन हो. इसलिए व्यंजन, मेनू योजना और साथ ही सेवा पहलू दोनों पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है. हमने उस उद्देश्य के लिए सर्वश्रेष्ठ होटल श्रृंखलाओं में से एक का चयन किया है.
मुक्तेश परदेशी ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन में तीन सत्र होंगे और ये सभी सत्र वसुधैव कुटुंबकम की थीम के आसपास आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत 10 दिसंबर को समापन सत्र में ब्राजील को जी20 की अध्यक्षता सौंप देगा. तीन सत्र होंगे और सभी सत्र वसुधैव कुटुंबकम के विषय पर होंगे, जिसे अंग्रेजी में वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर कहा जाता है.
नेताओं को अपने देश की स्थिति के बारे में बोलने के लिए एक निश्चित समय आवंटित किया जाता है. 10 तारीख को, समापन सत्र में, आने वाले राष्ट्रपति पद को एक प्रतीकात्मक रूप से राष्ट्रपति पद सौंपा जाएगा जिसका नेतृत्व ब्राजील करेगा. इसलिए, इस बीच नेताओं को एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए कुछ समय और अवसर मिलता है जिसे हम द्विपक्षीय बैठकें कहते हैं. परदेशी ने कहा, इसलिए यह मेजबान देश की जिम्मेदारी है कि वह बैठक के लिए जगह उपलब्ध कराए और साजो-सामान संबंधी सहायता मुहैया कराए ताकि नेता मिल सकें.
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उन्होंने कहा कि माननीय प्रधान मंत्री के समय की उपलब्धता के आधार पर, ये नेता भी मुलाकात करेंगे. उनमें से कुछ हमारे प्रधान मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे. इसलिए, मोटे तौर पर यह कार्यक्रम का सार है. परदेशी ने आगे बताया कि भारत में लोकतंत्र की जड़ें दिखाने के लिए 'भारत, लोकतंत्र की जननी' नामक एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है.
(एएनआई)