नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ( US President Joe Biden) ने जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि सम्मेलन में वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर पर फोकस है. उन्होंने कहा कि कई मायनों में यह इस साझेदारी का फोकस भी है जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं. टिकाऊ, स्थिति-स्थापक बुनियादी ढांचे का निर्माण, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे में निवेश और बेहतर भविष्य का निर्माण आदि शामिल है. बाइडेन ने कहा कि आज मैं उन प्रमुख तरीकों पर प्रकाश डालना चाहता हूं जिनसे संयुक्त राज्य अमेरिका और हमारे साझेदार इसे वास्तविकता बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
-
#WATCH | G-20 in India: US President Joe Biden says, "This is a real big deal. I want to thank PM. One Earth, One Family, One Future that's the focus of this G 20 Summit. And in many ways, it's also the focus of this partnership that we're talking about today. Building… pic.twitter.com/XffltBQips
— ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | G-20 in India: US President Joe Biden says, "This is a real big deal. I want to thank PM. One Earth, One Family, One Future that's the focus of this G 20 Summit. And in many ways, it's also the focus of this partnership that we're talking about today. Building… pic.twitter.com/XffltBQips
— ANI (@ANI) September 9, 2023#WATCH | G-20 in India: US President Joe Biden says, "This is a real big deal. I want to thank PM. One Earth, One Family, One Future that's the focus of this G 20 Summit. And in many ways, it's also the focus of this partnership that we're talking about today. Building… pic.twitter.com/XffltBQips
— ANI (@ANI) September 9, 2023
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने निम्न और मध्यम आय वाले देशों को समर्थन देने के लिए विश्व बैंक की क्षमता को बढ़ावा देने पर जोर दिया है. इस बारे में एक बयान में कहा गया कि बाइडेन ने सामूहिक रूप से अधिक गुंजाइश और रियायती वित्त जुटाने के लिए जी20 देशों को एकजुट किया. इसी क्रम में व्हाइट हाउस ने एक प्रेस बयान में कहा कि हम अपने संयुक्त योगदान से आईबीआरडी (पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंक) को विश्व बैंक की वार्षिक गैर-रियायती ऋण मात्रा के तीन गुना के बराबर एकमुश्त समर्थन देने और आईडीए की संकटकालीन ऋण क्षमता को दोगुना करने का लक्ष्य रख रहे हैं.
बयान में कहा गया कि यह पहल विश्व बैंक को एक मजबूत संस्था बनाएगी, जो वैश्विक चुनौतियों से निपटने और सबसे गरीब देशों की तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम होगी.
(एक्सट्रा इनपुट-एजेंसी)