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G20 Summit : दिल्ली पुलिस की सुरक्षा सख्त, Tavor X95 के साथ तैनात रहेंगे सुरक्षाकर्मी, इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर आवाजाही पर पाबंदी - Delhi Police security beefed

जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली में पुलिस का सख्त पहरा रहेगा. वहीं, दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. दूसरी तरफ, दिल्ली में अपराधियों की एंट्री पर उन्हें एक नया सॉफ्टवेयर पहचान लेगा. इस शिखर सम्मेलन के लिए चिकित्सा दल तैनात रहेंगे और चिकित्साकर्मियों की 80 टीम, 130 एम्बुलेंस और वीवीआईपी काफिले की सुरक्षा के लिए उन्नत जीवन रक्षक टीम तैनात की जाएंगी. वहीं इजरायल निर्मित टैवर एक्स95 से लैस उच्च प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी में 19 देशों और यूरोपीय संघ से आने वाले वीवीआईपी और जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों की सुरक्षा करेंगे.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 6, 2023, 7:05 PM IST

Updated : Sep 6, 2023, 8:03 PM IST

दिल्ली पुलिस की सुरक्षा सख्त

नई दिल्ली : जी20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लोगों से टहलने, साइकिल चलाने और सैर-सपाटे जैसी गतिविधियों के लिए इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर नहीं जाने का आग्रह किया. यह वृहद कार्यक्रम नौ से 10 सितंबर तक प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र ‘भारत मंडपम’ में आयोजित होगा. विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) एसएस यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, चूंकि इंडिया गेट कर्तव्य पथ को ‘नियंत्रित क्षेत्र में निर्दिष्ट’ किया गया है, इसलिए दिल्ली पुलिस लोगों से अपील करती है कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ‘टहलने, साइकिल चलाने या सैर-सपाटे’ के लिए इस क्षेत्र में न जाएं. उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) से लोगों को असुविधा से बचाने के लिए सुबह चार बजे से ट्रेन सेवा शुरू करने का अनुरोध किया है.

इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की ओर से डीएमआरसी को पत्र लिखा गया था. इस पत्र में आयुक्त अरोड़ा ने डीएमआसी से आठ से 10 सितंबर तक सुबह चार बजे से ट्रेन सेवाएं शुरू करने का अनुरोध किया था ताकि सुरक्षाकर्मी समय पर अपनी ड्यूटी पर पहुंच सकें. इसके बाद डीएमआरसी ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली मेट्रो की सभी लाइन पर ट्रेन सेवाएं तीन दिन यानी आठ, नौ और 10 सितंबर को प्रारंभिक स्टेशन से सुबह चार बजे शुरू होंगी. बयान में कहा गया है कि सुबह छह बजे तक सभी लाइन पर 30 मिनट के अंतराल पर ट्रेन चलेंगी और इसके बाद सामान्य दिनों के समय के अनुसार ट्रेन उपलब्ध होगी. इसमें कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय, पटेल चौक और आरके आश्रम मार्ग मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा आठ सितंबर सुबह चार बजे से 11 सितंबर दोपहर तक बंद रहेगी.

विशेष पुलिस आयुक्त यादव ने यह भी कहा कि आवश्यक वस्तुओं की ऑनलाइन डिलीवरी की अनुमति तो होगी, लेकिन खाद्य वितरण सेवाएं नई दिल्ली जिले में उपलब्ध नहीं रहेंगी. उन्होंने कहा, "जी20 की कवरेज के लिए जिन मीडिया कर्मी को पास जारी किए गए हैं वे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एकत्र होंगे और उन्हें कार्यक्रम स्थल तक ले जाया जाएगा. मीडिया वाहनों को नई दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी." उन्होंने कहा कि किसी भी मीडियाकर्मी को उनके कार्यालय में जाने से नहीं रोका जाएगा, लेकिन उन्हें अपने संस्थान का आईडी कार्ड दिखाना होगा. मीडियाकर्मियों से अनुरोध है कि वे कवरेज के लिए मेट्रो सेवा का ही इस्तेमाल करें. यादव ने अभ्यास के दौरान दिल्ली के विभिन्न हिस्सों पर यातायात जाम लगने पर उन्होंने खेद जताया.

विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा, "हम जानते हैं कि विभिन्न हिस्सों पर वाहनों की संख्या अधिक होने से लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसके लिए हमे खेद है. लोगों की परेशानी को कम करने के लिए हमने अभ्यास के दौरान समय-समय पर यातायात चलाने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया है." यादव ने बताया कि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए ‘मैपमायइंडिया’ ऐप का उपयोग करें. यादव ने बताया कि नियंत्रित क्षेत्र के पास किसी भी बस या टैक्सी को अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि, अंतरराज्यीय बस अड्डा कश्मीरी गेट से टैक्सी और बस सेवाएं चालू रहेंगी.

पढ़ें : G20 Summit के दौरान एनडीएमसी की अहम भूमिका, कमांड सेंटर से चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर

टैवर एक्स95 से लैस सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात : इजरायल निर्मित टैवर एक्स95 से लैस उच्च प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी में 19 देशों और यूरोपीय संघ से आने वाले वीवीआईपी और जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों की सुरक्षा करेंगे. सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को ईटीवी भारत को बताया कि दिल्ली के सभी विभिन्न स्थानों, खासकर राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न होटलों के आसपास के इलाकों में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. वीवीआईपी और गणमान्य व्यक्तियों को दिल्ली के विभिन्न पॉश होटलों में ठहराया जाएगा. 1000 सुरक्षाकर्मियों की एक विशेष सुरक्षा टीम वर्तमान में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सीआरपीएफ के वीवीआईपी प्रशिक्षण केंद्र में गहन प्रशिक्षण ले रही है. ये सभी विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी ड्यूटी पर "तीन कैलिबर हथियार" - टैवर एक्स95 से लैस होंगे. इनका उपयोग माओवादियों और अन्य विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में किया जाता है. इन हथियारों की एक और खासियत यह है कि इनका इस्तेमाल असॉल्ट राइफल या कार्बाइन और सब-मशीन गन के रूप में भी किया जा सकता है. शिखर सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में कम से कम 1300 विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी तैनात रहेंगे. इसके अलावा विदेशी प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए लगभग 4,500 दिल्ली पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है. वहीं, एनएसजी अपने K9 दस्ते की भी मदद ले रही है.

दिल्ली में अपराधियों की एंट्री पर ही पहचान लेगा नया सॉफ्टवेयर : जी20 की बैठक में आने वाले दुनिया के नेताओं और दूसरी वीवीआईपी शख्सियतों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. एक ऐसा सॉफ्टवेयर ईजाद किया है जो जी20 के दौरान दिल्ली में अपराधियों को एंट्री पर ही पहचान लेगा. तस्वीरों और ऑडियो से जानकारी निकालने में मशहूर एआई रिसर्च फर्म स्टैक ने दिल्ली की सीमाओं की निगरानी करने वाले सभी सीसीटीवी में इस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर दिया है. स्टैक का प्लेटफ़ॉर्म, जार्विस, सीसीटीवी, ड्रोन, टीवी से मनचाही फीड से जानकारी हासिल करने की आजादी देता है.

दिल्ली एयरपोर्ट पर निगरानी के लिए बना दल : दिल्ली हवाई अड्डा संचालक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने बुधवार को कहा कि उसने जी20 शिखर सम्मेलन से संबंधित उड़ानों के आगमन और प्रस्थान की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल बनाया है. राष्ट्रीय राजधानी में नौ और 10 दिसंबर को शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. 'डायल' ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उसने शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के लिए हवाई अड्डे पर कई प्रावधानों की सतर्कतापूर्ण व्यवस्था की है. विज्ञप्ति में बताया गया कि 'डायल' ने वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बनाई है जो आने वाले प्रतिनिधियों के लिए सर्वोत्तम अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जी20 से संबंधित आगमन और प्रस्थान संचालन की निगरानी करेगी.

हवाई अड्डा संचालक, अतिथियों की सुविधाओं के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने हेतु विदेश मंत्रालय (एमईए), गृह मंत्रालय (एमएचए) और दिल्ली सरकार जैसे विभिन्न सरकारी विभागों के साथ काम कर रही है. राष्ट्रीय राजधानी में डायल द्वारा संचालित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और इस पर प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानों का संचालन होता है. डायल, जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली कंपनी है.

80 चिकित्सा दल, 130 एम्बुलेंस रहेंगी तैनात : जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों के तहत चिकित्साकर्मियों की 80 टीम, 130 एम्बुलेंस और वीवीआईपी काफिले की सुरक्षा के लिए उन्नत जीवन रक्षक टीम तैनात की जाएंगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इनके अलावा, शिखर सम्मेलन के मद्देनजर पांच सरकारी अस्पतालों और तीन निजी चिकित्सा सुविधाओं को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि शहर सरकार ने केंद्र को पूरा समर्थन दिया है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं. उन्होंने कहा, "उन्नत जीवन रक्षक (एएलएस) प्रणाली सभी काफिलों के साथ रहेगी. इसमें किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए वरिष्ठ डॉक्टर तैनात होंगे."

अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने होटलों में चिकित्सा संबंधी और आपात स्थितियों से निपटने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की 80 टीम बनाई हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से 75 टीम पालियों में काम करेंगी. अधिकारियों ने बताया कि आयोजन के लिए 130 एम्बुलेंस तैनात होंगी. उन्होंने बताया कि जिन पांच सरकारी अस्पतालों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है, उनमें लोक नायक अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल जबकि निजी अस्पतालों में प्राइमस अस्पताल (चाणक्यपुरी), मैक्स अस्पताल (साकेत) और मणिपाल अस्पताल (द्वारका) शामिल हैं.

अधिकारियों ने कहा कि निजी अस्पतालों का चयन उन होटलों से उनकी निकटता को ध्यान में रखकर किया गया है जहां मेहमान ठहरेंगे. भारत मंडपम के परिसर में एक अत्याधुनिक चिकित्सा आपातकालीन सुविधा भी स्थापित की गई है. सूत्रों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के मद्देनजर राम महोहर लोहिया अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने कहा कि अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने चिकित्सा आपातकालीन वाहनों को सहायता प्रदान करने की भी व्यवस्था की है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

दिल्ली पुलिस की सुरक्षा सख्त

नई दिल्ली : जी20 शिखर सम्मेलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बुधवार को लोगों से टहलने, साइकिल चलाने और सैर-सपाटे जैसी गतिविधियों के लिए इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर नहीं जाने का आग्रह किया. यह वृहद कार्यक्रम नौ से 10 सितंबर तक प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र ‘भारत मंडपम’ में आयोजित होगा. विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) एसएस यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, चूंकि इंडिया गेट कर्तव्य पथ को ‘नियंत्रित क्षेत्र में निर्दिष्ट’ किया गया है, इसलिए दिल्ली पुलिस लोगों से अपील करती है कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ‘टहलने, साइकिल चलाने या सैर-सपाटे’ के लिए इस क्षेत्र में न जाएं. उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) से लोगों को असुविधा से बचाने के लिए सुबह चार बजे से ट्रेन सेवा शुरू करने का अनुरोध किया है.

इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की ओर से डीएमआरसी को पत्र लिखा गया था. इस पत्र में आयुक्त अरोड़ा ने डीएमआसी से आठ से 10 सितंबर तक सुबह चार बजे से ट्रेन सेवाएं शुरू करने का अनुरोध किया था ताकि सुरक्षाकर्मी समय पर अपनी ड्यूटी पर पहुंच सकें. इसके बाद डीएमआरसी ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली मेट्रो की सभी लाइन पर ट्रेन सेवाएं तीन दिन यानी आठ, नौ और 10 सितंबर को प्रारंभिक स्टेशन से सुबह चार बजे शुरू होंगी. बयान में कहा गया है कि सुबह छह बजे तक सभी लाइन पर 30 मिनट के अंतराल पर ट्रेन चलेंगी और इसके बाद सामान्य दिनों के समय के अनुसार ट्रेन उपलब्ध होगी. इसमें कहा गया है कि उच्चतम न्यायालय, पटेल चौक और आरके आश्रम मार्ग मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा आठ सितंबर सुबह चार बजे से 11 सितंबर दोपहर तक बंद रहेगी.

विशेष पुलिस आयुक्त यादव ने यह भी कहा कि आवश्यक वस्तुओं की ऑनलाइन डिलीवरी की अनुमति तो होगी, लेकिन खाद्य वितरण सेवाएं नई दिल्ली जिले में उपलब्ध नहीं रहेंगी. उन्होंने कहा, "जी20 की कवरेज के लिए जिन मीडिया कर्मी को पास जारी किए गए हैं वे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एकत्र होंगे और उन्हें कार्यक्रम स्थल तक ले जाया जाएगा. मीडिया वाहनों को नई दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी." उन्होंने कहा कि किसी भी मीडियाकर्मी को उनके कार्यालय में जाने से नहीं रोका जाएगा, लेकिन उन्हें अपने संस्थान का आईडी कार्ड दिखाना होगा. मीडियाकर्मियों से अनुरोध है कि वे कवरेज के लिए मेट्रो सेवा का ही इस्तेमाल करें. यादव ने अभ्यास के दौरान दिल्ली के विभिन्न हिस्सों पर यातायात जाम लगने पर उन्होंने खेद जताया.

विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा, "हम जानते हैं कि विभिन्न हिस्सों पर वाहनों की संख्या अधिक होने से लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इसके लिए हमे खेद है. लोगों की परेशानी को कम करने के लिए हमने अभ्यास के दौरान समय-समय पर यातायात चलाने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया है." यादव ने बताया कि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए ‘मैपमायइंडिया’ ऐप का उपयोग करें. यादव ने बताया कि नियंत्रित क्षेत्र के पास किसी भी बस या टैक्सी को अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि, अंतरराज्यीय बस अड्डा कश्मीरी गेट से टैक्सी और बस सेवाएं चालू रहेंगी.

पढ़ें : G20 Summit के दौरान एनडीएमसी की अहम भूमिका, कमांड सेंटर से चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर

टैवर एक्स95 से लैस सुरक्षाकर्मी होंगे तैनात : इजरायल निर्मित टैवर एक्स95 से लैस उच्च प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी शुक्रवार से राष्ट्रीय राजधानी में 19 देशों और यूरोपीय संघ से आने वाले वीवीआईपी और जी20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों की सुरक्षा करेंगे. सुरक्षा एजेंसी ने बुधवार को ईटीवी भारत को बताया कि दिल्ली के सभी विभिन्न स्थानों, खासकर राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न होटलों के आसपास के इलाकों में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. वीवीआईपी और गणमान्य व्यक्तियों को दिल्ली के विभिन्न पॉश होटलों में ठहराया जाएगा. 1000 सुरक्षाकर्मियों की एक विशेष सुरक्षा टीम वर्तमान में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में सीआरपीएफ के वीवीआईपी प्रशिक्षण केंद्र में गहन प्रशिक्षण ले रही है. ये सभी विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी ड्यूटी पर "तीन कैलिबर हथियार" - टैवर एक्स95 से लैस होंगे. इनका उपयोग माओवादियों और अन्य विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई में किया जाता है. इन हथियारों की एक और खासियत यह है कि इनका इस्तेमाल असॉल्ट राइफल या कार्बाइन और सब-मशीन गन के रूप में भी किया जा सकता है. शिखर सम्मेलन के दौरान प्रगति मैदान में कम से कम 1300 विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी तैनात रहेंगे. इसके अलावा विदेशी प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए लगभग 4,500 दिल्ली पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है. वहीं, एनएसजी अपने K9 दस्ते की भी मदद ले रही है.

दिल्ली में अपराधियों की एंट्री पर ही पहचान लेगा नया सॉफ्टवेयर : जी20 की बैठक में आने वाले दुनिया के नेताओं और दूसरी वीवीआईपी शख्सियतों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. एक ऐसा सॉफ्टवेयर ईजाद किया है जो जी20 के दौरान दिल्ली में अपराधियों को एंट्री पर ही पहचान लेगा. तस्वीरों और ऑडियो से जानकारी निकालने में मशहूर एआई रिसर्च फर्म स्टैक ने दिल्ली की सीमाओं की निगरानी करने वाले सभी सीसीटीवी में इस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर दिया है. स्टैक का प्लेटफ़ॉर्म, जार्विस, सीसीटीवी, ड्रोन, टीवी से मनचाही फीड से जानकारी हासिल करने की आजादी देता है.

दिल्ली एयरपोर्ट पर निगरानी के लिए बना दल : दिल्ली हवाई अड्डा संचालक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने बुधवार को कहा कि उसने जी20 शिखर सम्मेलन से संबंधित उड़ानों के आगमन और प्रस्थान की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल बनाया है. राष्ट्रीय राजधानी में नौ और 10 दिसंबर को शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. 'डायल' ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उसने शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के लिए हवाई अड्डे पर कई प्रावधानों की सतर्कतापूर्ण व्यवस्था की है. विज्ञप्ति में बताया गया कि 'डायल' ने वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बनाई है जो आने वाले प्रतिनिधियों के लिए सर्वोत्तम अनुभव सुनिश्चित करने के लिए जी20 से संबंधित आगमन और प्रस्थान संचालन की निगरानी करेगी.

हवाई अड्डा संचालक, अतिथियों की सुविधाओं के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने हेतु विदेश मंत्रालय (एमईए), गृह मंत्रालय (एमएचए) और दिल्ली सरकार जैसे विभिन्न सरकारी विभागों के साथ काम कर रही है. राष्ट्रीय राजधानी में डायल द्वारा संचालित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआईए) देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और इस पर प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानों का संचालन होता है. डायल, जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली कंपनी है.

80 चिकित्सा दल, 130 एम्बुलेंस रहेंगी तैनात : जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिकित्सा आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों के तहत चिकित्साकर्मियों की 80 टीम, 130 एम्बुलेंस और वीवीआईपी काफिले की सुरक्षा के लिए उन्नत जीवन रक्षक टीम तैनात की जाएंगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इनके अलावा, शिखर सम्मेलन के मद्देनजर पांच सरकारी अस्पतालों और तीन निजी चिकित्सा सुविधाओं को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि शहर सरकार ने केंद्र को पूरा समर्थन दिया है और सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं. उन्होंने कहा, "उन्नत जीवन रक्षक (एएलएस) प्रणाली सभी काफिलों के साथ रहेगी. इसमें किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए वरिष्ठ डॉक्टर तैनात होंगे."

अधिकारियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने होटलों में चिकित्सा संबंधी और आपात स्थितियों से निपटने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों की 80 टीम बनाई हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से 75 टीम पालियों में काम करेंगी. अधिकारियों ने बताया कि आयोजन के लिए 130 एम्बुलेंस तैनात होंगी. उन्होंने बताया कि जिन पांच सरकारी अस्पतालों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है, उनमें लोक नायक अस्पताल, जीबी पंत अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल जबकि निजी अस्पतालों में प्राइमस अस्पताल (चाणक्यपुरी), मैक्स अस्पताल (साकेत) और मणिपाल अस्पताल (द्वारका) शामिल हैं.

अधिकारियों ने कहा कि निजी अस्पतालों का चयन उन होटलों से उनकी निकटता को ध्यान में रखकर किया गया है जहां मेहमान ठहरेंगे. भारत मंडपम के परिसर में एक अत्याधुनिक चिकित्सा आपातकालीन सुविधा भी स्थापित की गई है. सूत्रों ने कहा कि शिखर सम्मेलन के मद्देनजर राम महोहर लोहिया अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. अधिकारियों ने कहा कि अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने चिकित्सा आपातकालीन वाहनों को सहायता प्रदान करने की भी व्यवस्था की है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

Last Updated : Sep 6, 2023, 8:03 PM IST
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