टिहरी (उत्तराखंड): उत्तराखंड के नरेंद्रनगर में तीन दिवसीय दूसरी G20 की एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक समाप्त हो गई है. बैठक में 10 देशों और 9 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के 90 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. आज डेलीगेट्स नरेंद्रनगर के ओणी गांव के आसपास के इलाकों का भ्रमण किया.
G20 समिट के तहत डेलीगेट्स ने आज नरेंद्रनगर के ओणी गांव का भ्रमण किया. जिला प्रशासन ने डेलीगेट्स के भ्रमण और लंच की व्यवस्था की. बकायदा अधिकारियों की टीम को ए, बी, सी, डी चार ग्रुप में बांटा गया. जिनमें लाइजनिंग ऑफिसर के साथ ही प्रभारी अधिकारी भी तैनात किए गए थे. टीम एक दूसरे के आमने-सामने न हो, इसका भी इंतजाम किया गया था. ओणी गांव के गेट पर पुष्प वर्षा के साथ मेहमानों का स्वागत किया गया. इसके बाद उन्होंने ग्रामीण परिवेश और बदलते भारत की तस्वीर देखी.
नरेंद्रनगर के होटल वेस्टिन में G20 समिट की एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की द्वितीय बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई और एक कॉमन एजेंडा तय कर भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने पर मंथन हुआ. डीएम सौरभ गहरवार, सीडीओ मनीष कुमार की देखरेख में डेलीगेट्स ओणी गांव का भ्रमण किया. डेलीगेट्स ने पंचायतघर में ग्राम पंचायतों की योजनाओं का अवलोकन, क्रियान्वयन, टेक्नोलॉजी के उपयोग से पारदर्शी पंचायत व्यवस्था, आंबनबाड़ी केंद्र में बच्चों का पढ़ाई, पोषण आहर, प्राइमरी स्कूल में शिक्षा और ऑनलाइन शिक्षण कार्य, मिल्क कलेक्शन सेंटर में दुग्ध क्रय विक्रय, पॉलीहाउस में सब्जी उत्पादन आदि का जायजा लिया.
इसके अलावा वन विभाग के म्यूजियम में हिमालयन जैव विविधता के पशु पक्षियों का संसार को निहारा. पंचायत घर के पास सामूहिक भोज कार्यक्रम के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति और उत्तराखंड के पारंपरिक ढोल दमाऊ, मशकबीन का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा. ग्राम प्रधान रविंद्र सिंह पुंडीर का कहना है कि वो आयोजन को लेकर उत्साहित हैं. अब उनका गांव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है.
ओणी गांव G20 की मेजबानी के लिए तैयार किया गया था. विदेशी मेहमानों ने ग्रामीण भारत और आधुनिक विकास के मध्यनजर गांवों का समुचित विकास मॉडल को देखा. यह उत्तराखंड की संस्कृति, खानपान, वाद्य यंत्र आदि के वैश्विक स्तर पर प्रचार प्रसार का सुनहरा अवसर है. -सौरभ गहरवार, जिलाधिकारी, टिहरी