लखनऊ : इंस्टाग्राम एक ऐसा प्लेटफार्म है जो लोगों को नए-नए दोस्त बनाने के साथ ही अपनी तस्वीरें और वीडियो (Social Media Platform) को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का मौका देता है, लेकिन, अब सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर अंजान लोगों से दोस्ती खतरा बनती जा रही है. लखनऊ में बीते दिनों कुछ घटनाओं से पता चलता है कि इंस्टाग्राम पर किसी ने दोस्ती की और फिर उसकी हत्या कर दी, तो किसी ने गर्लफ्रेंड द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म में फोटो पोस्ट करने से नाराज होकर अपनी जान ही दे दी. वहीं सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद एक युवती के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. ऐसे में आखिर क्या गलती कर रहे हैं आज के युवा, इंस्टाग्राम में दोस्ती करने के चक्कर में, आइए जानते हैं.
सात दिन पुराने दोस्त ने पार्क में बुलाकर रेप किया : तारीख 19 अक्टूबर 2022, लखनऊ की एक 16 वर्ष किशोरी इंस्टाग्राम के जरिए कुछ दिन पहले ही बने एक अजनबी दोस्त से मिलने गोमती नगर के पार्क पहुंच गई. पार्क में सन्नाटा था, इसी का फायदा उठाकर इंस्टाग्राम वाले दोस्त ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया. किशोरी की हालत बिगड़ी तो वह लड़का उसे धमकाते हुए फरार हो गया. घटना के दूसरे दिन पीड़िता ने अपनी आप बीती अपनी मां को बताई तो पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने एनकाउंटर में आरोपी युवक को गिरफ्तार किया.
छात्रा की गोली मारकर हत्या : तारीख 21 सितंबर 2023, राजधानी के प्रतिष्ठित बीबीडी कॉलेज में बीकॉम करने वाली हरदोई निवासी निष्ठा त्रिपाठी की इंस्टाग्राम के जरिए आदित्य पाठक नाम के लड़के से दोस्ती हुई. कुछ दिन पहले हुई दोस्ती पर निष्ठा ने इतना भरोसा कर लिया कि 21 सितंबर को वह अपने उसी दोस्त के साथ रात डेढ़ बजे उसके घर चली गई. आदित्य के घर पर दारू पार्टी चल रही थी, इसी दौरान निष्ठा त्रिपाठी की उसके इंस्टाग्राम वाले दोस्त आदित्य ने अवैध पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी. निष्ठा को आदित्य के बारे में कुछ भी नहीं पता था, यहां तक यह भी नहीं कि उसका इंस्टाग्राम वाला दोस्त आदित्य कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर आया था.
गर्लफ्रेंड ने डाली फोटो तो कर ली सुसाइड : तारीख 25 सितम्बर 2023, राजधानी के दरुलशफा स्थिति विधायक आवास में बीजेपी से बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला के आवास में उनके एक 23 वर्षीय कर्मचारी श्रेष्ठ तिवारी ने आत्महत्या कर ली. श्रेष्ठ ने यह आत्महत्या अपनी गर्लफ्रेंड को वीडियो कॉल कर की थी. जांच में सामने आया कि श्रेष्ठ अपनी गर्लफ्रेंड से इस बात को लेकर नाराज था कि उसके बार-बार मना करने पर भी उसकी दोस्त इंस्टाग्राम में अपनी फोटो पोस्ट कर रही थी.
उत्तर प्रदेश की राजधानी में घटित हुई महज यह तीन घटनाएं ही नहीं, अलग-अलग शहरों में इंस्टाग्राम की दोस्ती और फिर उसकी वजह से हुए अपराध इस बात को साबित करने के लिए काफी हैं कि आज का युवा सोशल मीडिया खासकर सबसे चर्चित इंस्टाग्राम के चलते कैसे अपराध या तो कर रहा है या फिर उसका शिकार हो रहा है.
'युवा परिजनों से अधिक सोशल मीडिया के दोस्तों पर कर रहे भरोसा' : मनोचिकित्सक डॉ. देवाशीस शुक्ला कहते हैं कि 'आज का युवा आपके परिजनों से अधिक सोशल मीडिया के दोस्तों पर भरोसा करते हैं. वर्षों के रिश्तों से ज्यादा चंद दिनों के दोस्तों को अधिक महत्व देने लग रहे हैं और अपनी व्यक्तिगत बातें उन्हीं से शेयर करते हैं फिर वो एक दिन का दोस्त हो या फिर वर्षों का. इसे एक तरह से देखें तो युवा सोशल मीडिया को ही अपनी दुनिया मान बैठे हैं जो खतरनाक स्थिति उत्पन्न कर रही है. परिजनों को इस सोच से ऊपर उठना होगा कि बच्चे बड़े हो गए हैं वो अपना भला बुरा खुद से समझते हैं, क्योंकि बच्चे कितने भी बड़े हो जाएं मां बाप से अधिक दुनिया नहीं देखे होते हैं. अपने बच्चों को समझाना होगा कि किसी भी अनजान व्यक्ति पर इतना भी भरोसा न करें कि हर बात उनसे शेयर कर दें जो आगे समस्या पैदा करे. अपने सोशल मीडिया दोस्तों के विषय में अपने बड़ों को जरूर बताएं, हो सके तो उनके विषय में जानकारी इकट्ठा करने के लिए परिजनों का सहयोग लें. यदि ऐसा नहीं करेंगे तो युवाओं के लिए काफी मुश्किलों भरा दौर आने वाला है.'