कल्याणपुर : त्रिपुरा में कल्याणपुर में जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (ADC) की सत्तारूढ़ टीआईपीआरए (TIPRA) मोथा और राज्य के सत्ताधारी भाजपा दल के बीच राजनीतिक झड़पों के बाद मंगलवार को कल्याणपुर सब-डिवीजन के पश्चिम कुंजाबन एडीसी गांव में तनाव बढ़ गया. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दोनों दलों में यहां इस बात पर झड़प हो गई कि कार्यालय का नियंत्रण किसके अतंर्गत आएगा.
वहीं, स्थानीय लोगों के अनुसार, बीजेपी समर्थकों का एक बड़ा समूह बीते मंगलवार को गांव में चल रहे प्रोजेक्ट्स और गतिविधियों का निरीक्षण करने एडीसी कार्यालय पहुंचा था. लेकिन, जब टीआईपीआरए मोथा के समर्थकों को इसके बारे में पता चला तो वे भी कार्यालय पहुंचे और बीजेपी समर्थकों का विरोध करने लगे.
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परिणास्वरूप, दोनों दलों के समर्थकों में तगड़ी बहस छिड़ गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई. इस हिंसक झड़प के दौरान बीजेपी समर्थकों का एक धड़ा जबरदस्ती कार्यालय में घुस गया, लेकिन मोथा के समर्थकों ने उन्हें खींचकर बाहर कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक, त्रिपुरा आदिवासी क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) चुनाव में जीत के बाद से ही टीआईपीआरए मोथा के समर्थकों ने यहां सरकारी कार्यालयों पर नियंत्रण कर लिया है, जिसके बाद से इसे त्रिपुरा में सत्ताधारी बीजेपी और टीआईपीआरए मोथा के बीच सत्ता की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हिंसक झड़प में दोनों दलों के पांच लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं. इसके साथ ही कार्यालय का फर्नीचर, उपकरण और कुछ कागजात भी नष्ट हो गए हैं. स्थिति पर काबू पाने के लिए टीएसआर के कई सदस्य और पुलिसकर्मियों को तनावग्रस्त इलाके में तैनात कर दिया गया है.
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गौरतलब है कि पिछले सप्ताह स्थानीय लोगों के मनरेगा की मजदूरी को जल्द से जल्द जारी करने की मांग को लेकर पुलिस ने पंचायत कार्यालय पर ताला लगा दिया था, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों में व्यापक नाराजगी के पीछे के असल कारणों को जानने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंचायत का दौरा किया था.