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वर्षों की मेहनत हुई सफल, राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को समर्पित किया LCH

सोमवार को केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Union Defense Minister Rajnath Singh) की मौजूदगी में स्वदेशी तकनीक से विकसित पहले लड़ाकू हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. इस दौरान रक्षामंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान एलसीएच की आवश्यकता महसूस की गई थी, जिसे आज हम पूरा कर सके हैं.

four indigenous combat helicopters
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Published : Oct 3, 2022, 4:30 PM IST

जोधपुर. देश में विकसित पहले लड़ाकू हेलीकॉप्टर को सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh in Jodhpur) की मौजूदगी में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. रक्षामंत्री ने इसका नाम प्रचंड रखा तो वहीं, जोधपुर एयरबेस पर आयोजित इंडक्शन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि यह भले ही लाइट कॉन्बैट हेलीकॉप्टर है, लेकिन इसका काम हैवी होगा.

रक्षामंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहा है और भारी मशीनरी की जगह हल्के उपकरण के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है, ताकि उसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जा सके. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान एलसीएच की आवश्यकता महसूस की गई थी, जिसे आज हम पूरा कर सके हैं.

राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को समर्पित किया LCH

पहले स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर के टेस्टिंग पायलट व पूर्व विंग कमांडर उन्नी कृष्णन (Former Wing Commander Unni Krishnan) ने कहा कि आज हमारी वर्षों की मेहनत सफल हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह हेलीकॉप्टर कई मायनों में अमेरिका के अपाचे (American Apache Helicopter) से भी बेहतर है.

पूर्व विंग कमांडर उन्नी कृष्णन ने आगे इस हेलीकॉप्टर की तुलना अमेरिका के अपाचे से की और कहा कि कई मायनों में हमारा यह हेलीकॉप्टर अपाचे से कहीं ज्यादा बेहतर है. उन्होंने कहा कि यह हमारी सभी आवश्यकता को पूरी करता है. इसके अलावा क्रिटिकल बॉर्डर्स के लिए इसमें कई तरह के इक्विपमेंट (Critical Borders Equipment) लगाए गए हैं. जिसे आवश्यकता पड़ने पर बदला भी जा सकता है. आगे उन्होंने इसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल (India becomes self reliant) करार देते कहा कि अपाचे हेलीकॉप्टर से हमारा ऑपरेटिंग सिस्टम बहुत अधिक उन्नत है.

इसे भी पढ़ें - 26 जनवरी को जोधपुर वायुसेना स्टेशन से राजपथ के लिए उड़ेंगे लड़ाकू जहाज

यही कारण है कि दुश्मन देशों की परेशान बढ़ गई है. हालांकि, केवल उन्नत हेलीकॉप्टर के होने से ही काम नहीं चलने वाला था, ऐसे में इसे सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. बता दें कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की ओर से तैयार सेल्सियस हेलीकॉप्टर की 4 यूनिट को सोमवार को भारतीय वायुसेना को (Air Force got Celsius helicopter) सुपुर्द किया गया. इस वित्तीय वर्ष में चार और हेलीकॉप्टर वायुसेना को दिए जाएंगे. वहीं, बताया गया कि वायुसेना को कुल 10 हेलीकॉप्टर देने की बात है.

जोधपुर. देश में विकसित पहले लड़ाकू हेलीकॉप्टर को सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh in Jodhpur) की मौजूदगी में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया. रक्षामंत्री ने इसका नाम प्रचंड रखा तो वहीं, जोधपुर एयरबेस पर आयोजित इंडक्शन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि यह भले ही लाइट कॉन्बैट हेलीकॉप्टर है, लेकिन इसका काम हैवी होगा.

रक्षामंत्री ने कहा कि आज हर क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहा है और भारी मशीनरी की जगह हल्के उपकरण के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है, ताकि उसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जा सके. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान एलसीएच की आवश्यकता महसूस की गई थी, जिसे आज हम पूरा कर सके हैं.

राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स को समर्पित किया LCH

पहले स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर के टेस्टिंग पायलट व पूर्व विंग कमांडर उन्नी कृष्णन (Former Wing Commander Unni Krishnan) ने कहा कि आज हमारी वर्षों की मेहनत सफल हो गई है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह हेलीकॉप्टर कई मायनों में अमेरिका के अपाचे (American Apache Helicopter) से भी बेहतर है.

पूर्व विंग कमांडर उन्नी कृष्णन ने आगे इस हेलीकॉप्टर की तुलना अमेरिका के अपाचे से की और कहा कि कई मायनों में हमारा यह हेलीकॉप्टर अपाचे से कहीं ज्यादा बेहतर है. उन्होंने कहा कि यह हमारी सभी आवश्यकता को पूरी करता है. इसके अलावा क्रिटिकल बॉर्डर्स के लिए इसमें कई तरह के इक्विपमेंट (Critical Borders Equipment) लगाए गए हैं. जिसे आवश्यकता पड़ने पर बदला भी जा सकता है. आगे उन्होंने इसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की मिसाल (India becomes self reliant) करार देते कहा कि अपाचे हेलीकॉप्टर से हमारा ऑपरेटिंग सिस्टम बहुत अधिक उन्नत है.

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यही कारण है कि दुश्मन देशों की परेशान बढ़ गई है. हालांकि, केवल उन्नत हेलीकॉप्टर के होने से ही काम नहीं चलने वाला था, ऐसे में इसे सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है. बता दें कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की ओर से तैयार सेल्सियस हेलीकॉप्टर की 4 यूनिट को सोमवार को भारतीय वायुसेना को (Air Force got Celsius helicopter) सुपुर्द किया गया. इस वित्तीय वर्ष में चार और हेलीकॉप्टर वायुसेना को दिए जाएंगे. वहीं, बताया गया कि वायुसेना को कुल 10 हेलीकॉप्टर देने की बात है.

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