महबूबाबाद: जिले के केसमुद्रम मंडल केंद्र में शुक्रवार की शाम एक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी. यह दुर्घटना उस समय हुई जब परिवार के सदस्या पवित्र दरगाह पर आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद वापस लौट रहे थे. हालांकि, दुर्घटना के बाद तीन स्थानीय छात्रों की वीरता से तीन लोगों की जान बच गयी.
इस घटना में मां-बेटे और पति-पत्नी की जान चली गई जबकि चालक सहित दो अन्य बाल-बाल बच गये. घटना शुक्रवार शाम महबूबाबाद जिले के समुद्रम मंडल केंद्र में हुई. प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार गोल्याथंडा के गुगुलोथु बिक्कू (चालक), उनकी बहन बनोथू अचली (38), बहनोई भाद्रू (45), बहू सुमलता और पोता दीक्षित के साथ कार से वारंगल जिले के पर्वतगिरि मंडल अन्नाराम शरीफ दरगाह गए थे.
वे लोग शाम करीब साढ़े छह बजे जब लच्छीराम टांडा के पास पहुंचे तो कार अनियंत्रित होकर सड़क से पांच फीट दूर एक खेत के कुएं से जा टकराई. इस घटना में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. स्थानीय लोगों और पुलिस ने जेसीबी की मदद से शव और कार को बाहर निकाला. शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए महबूबाबाद जिला अस्पताल भेज दिया गया.
छात्रों की वीरता से तीन लोगों की जान बच गई: कटरापल्ली के नुनवत सिद्धू और नरसिम्हुलगुडेनी के बुर्रा रंजीत केसमुद्रम के एक निजी स्कूल में कक्षा 10 में पढ़ते हैं. शुक्रवार की शाम के अध्ययन के बाद बाहर आए. इसी दौरान उन्होंने देखा कि स्कूल के सामने सड़क पर तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर बगल के खेत में जा गिरी. तभी वे कुएं की ओर भागे.
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डूबती कार में सवार लोग खिड़कियों में हाथों से मारते देखे गए. बिना देर किए रंजीत और सिद्धू ने कुएं में छलांग लगा दी और अपने हाथों से कार के आगे के शीशे को तोड़ दिये. चालक तुरंत कार से उतर कर किनारे पर पहुंच गया. रंजीत ने दो वर्षीय दीक्षित को बचाया जबकि सुमालता को सिद्धू किनारे पर ले गए. आधी से ज्यादा कार पहले ही पानी में डूबी हुई थी. स्थानीय लोगों ने सराहना की कि उनकी बहादुरी से तीन लोगों की जान बच गई.