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रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में नर्सिंग स्टाफ समेत चार गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन बाजार में 30 से 40 हजार रुपये में बेचते थे.

कानपुर
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Published : May 1, 2021, 11:25 AM IST

कानपुर : जिले में पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं. शुक्रवार को पुलिस ने छापेमारी कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

क्राइम ब्रांच ने की छापेमारी
कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की. इस दौरान कालाबाजारी करते चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. चारों आरोपियों में दो हैलट में कार्यरत हैं.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में नर्सिंग स्टाफ समेत चार गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि कई दिनों से उनको इस बाबत सूचना मिल रही थी कि कानपुर में इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही थी. सूचना पर पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने ग्राहक बनकर इन लोगों से संपर्क किया. जब आरोपी इंजेक्शन देने आया तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में खुलासा
पूछताछ में गिरोह का नाम सामने आया. इसके बाद पुलिस ने शेष आरोपियों को गिरफ्तार किया. डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि मरीज को लगाने के लिए जो इंजेक्शन आते थे, उनमें से इंजेक्शन का आधा भाग हैलट के नर्सिंग स्टाफ में काम करने वाले विक्रम कुमार और चेतेश चौहान चोरी कर लेते थे. ये दोनों इसे करीब 10 हजार रुपये में बेचते थे.

इनसे खरीदने वाले लोग इंजेक्शन को 30 से 40 हजार रुपये में बेचते थे. अन्य आरोपियों में एक निजी नर्सिंग होम में काम करने वाला अंशुल शर्मा भी गिरफ्तार किया गया है.

इसे भी पढ़ेंः रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त 2 गिरफ्तार, हो सकता है बड़ा खुलासा

चौथा व्यक्ति एजेंट था, जिसका नाम आयुष कमल था. उसे भी गिरफ्तार किया गया है.

कानपुर : जिले में पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं. शुक्रवार को पुलिस ने छापेमारी कर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

क्राइम ब्रांच ने की छापेमारी
कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की. इस दौरान कालाबाजारी करते चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. चारों आरोपियों में दो हैलट में कार्यरत हैं.

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में नर्सिंग स्टाफ समेत चार गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि कई दिनों से उनको इस बाबत सूचना मिल रही थी कि कानपुर में इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही थी. सूचना पर पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने ग्राहक बनकर इन लोगों से संपर्क किया. जब आरोपी इंजेक्शन देने आया तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

पूछताछ में खुलासा
पूछताछ में गिरोह का नाम सामने आया. इसके बाद पुलिस ने शेष आरोपियों को गिरफ्तार किया. डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि मरीज को लगाने के लिए जो इंजेक्शन आते थे, उनमें से इंजेक्शन का आधा भाग हैलट के नर्सिंग स्टाफ में काम करने वाले विक्रम कुमार और चेतेश चौहान चोरी कर लेते थे. ये दोनों इसे करीब 10 हजार रुपये में बेचते थे.

इनसे खरीदने वाले लोग इंजेक्शन को 30 से 40 हजार रुपये में बेचते थे. अन्य आरोपियों में एक निजी नर्सिंग होम में काम करने वाला अंशुल शर्मा भी गिरफ्तार किया गया है.

इसे भी पढ़ेंः रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त 2 गिरफ्तार, हो सकता है बड़ा खुलासा

चौथा व्यक्ति एजेंट था, जिसका नाम आयुष कमल था. उसे भी गिरफ्तार किया गया है.

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