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कोरोना को भी जीने का हक, हम पीछे पड़े, इसलिए बदल रहा स्वरूप : पूर्व सीएम त्रिवेंद्र

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि कोरोना वायरस को भी जीने का अधिकार है, क्योंकि वह भी एक प्राणी है.

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Published : May 13, 2021, 3:22 PM IST

Updated : May 13, 2021, 10:04 PM IST

trivendra singh rawat
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देहरादून : कोरोना संकट काल में जहां सरकारें लोगों को बचाने में जुटी हुई हैं वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग अपने बयानों से फजीहत कराने पर तुले हुए हैं. देहरादून में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेतुका बयान देकर अपनी फजीहत करा दी है.

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, कोरोना वायरस भी हमारी तरह प्राणी है. जैसे हम जीना चाहते हैं, वैसे ही यह वायरस भी जीना चाहता है और हम हैं कि इस वायरस के पीछे पड़े हुए हैं. इसलिए यह वायरस अपना रूप बदल रहा है. ऐसे में इस वायरस को भी जीने का पूरा अधिकार है.

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि लोगों से बचने के लिए कोरोना वायरस बहरूपिया हो गया है. ऐसे में हमें अपनी चाल तेज करते हुए रफ्तार बढ़ानी चाहिए. ताकि कोरोना वायरस को पीछे छोड़ जा सके.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान

इससे पहले भी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत गाय को लेकर अजीबो-गरीब बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा है कि गाय एक मात्र जीव है जो ऑक्सीजन ग्रहण करती है और ऑक्सीजन छोड़ती है. आगे उन्होंने कहा कि गाय को थोड़ी देर रोजाना सहलाने से सांस की बीमारियां ठीक हो जाती हैं. यही कारण है कि लोग गाय को गौमाता कहते हैं.

पढ़ें :- फटी जींस के बाद शार्ट्स पर सीएम तीरथ का विवादित बयान, मचा बवाल

सीएम तीरथ का बेतुका बयान

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ के समय पर कहा था कि मां गंगा की अविरल धारा है, मां गंगा का आशीर्वाद लेकर जाएंगे तो कोरोना नहीं फैलेगा. 21 मार्च को रामनगर में विश्व वानिकी दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दो ऐसे बयान देकर विवाद खड़े कर दिए जो सुर्खियां में छाए रहे. मुख्यमंत्री ने कहा जिस परिवार में ज्यादा लोग थे, उनको ज्यादा चावल मिला. गलती उनकी है जिन्होंने बच्चे कम पैदा किए. जब समय था तो 20 बच्चे क्यों नहीं पैदा किए?

रिप्ड जींस बयान पर भी मचा था बवाल

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ दिन बाद ही सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि महिलाओं को फटी हुई जींस यानी रिप्ड जींस में देख कर हैरानी होती है. उनके मन में सवाल उठता है कि इससे समाज में क्या संदेश जाएगा.

अजय भट्ट का डिलीवरी पर बेतुका बयान

लोकसभा में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2019 पर बोलते हुए भट्ट ने महिलाओं को नॉर्मल डिलीवरी के लिए अनोखा फॉर्मूला बताया था. उन्होंने लोकसभा में बिल पर चर्चा करते हुए कहा था कि गर्भवती महिलाएं अगर गरुड़ गंगा के पत्थर को रगड़ कर एक कप पानी के साथ पी लें, तो उसकी सामान्य डिलीवरी संभव है. जिसके बाद से उनके बयान की खासी किरकिरी हुई थी. भट्ट ने अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भले ही डॉक्टर ऑपरेशन की बात करें पर ये चमत्कार है. इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है.

सांप-बिच्‍छू काटने पर घिसकर लगाएं पत्‍थर का लेप

अजय भट्ट ने एक और बेतुका बयान देते हुए कहा था कि अगर सांप-बिच्छू के काटने पर कोई पत्थर घिसकर उसका लेप लगा ले तो जहर का असर खत्म हो जाता है.

निशंक भी दे चुके हैं बेतुका बयान

डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक भी ज्योतिष को लेकर बेतुका बयान दे चुके हैं. 16वीं लोकसभा में दिसंबर 2014 में रमेश पोखरियाल निशंक ने दावा किया था कि ज्योतिष के सामने विज्ञान बौना है. उनका ये बयान उस वक्त काफी चर्चाओं में रहा था.

देहरादून : कोरोना संकट काल में जहां सरकारें लोगों को बचाने में जुटी हुई हैं वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग अपने बयानों से फजीहत कराने पर तुले हुए हैं. देहरादून में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बेतुका बयान देकर अपनी फजीहत करा दी है.

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, कोरोना वायरस भी हमारी तरह प्राणी है. जैसे हम जीना चाहते हैं, वैसे ही यह वायरस भी जीना चाहता है और हम हैं कि इस वायरस के पीछे पड़े हुए हैं. इसलिए यह वायरस अपना रूप बदल रहा है. ऐसे में इस वायरस को भी जीने का पूरा अधिकार है.

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि लोगों से बचने के लिए कोरोना वायरस बहरूपिया हो गया है. ऐसे में हमें अपनी चाल तेज करते हुए रफ्तार बढ़ानी चाहिए. ताकि कोरोना वायरस को पीछे छोड़ जा सके.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान

इससे पहले भी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत गाय को लेकर अजीबो-गरीब बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा है कि गाय एक मात्र जीव है जो ऑक्सीजन ग्रहण करती है और ऑक्सीजन छोड़ती है. आगे उन्होंने कहा कि गाय को थोड़ी देर रोजाना सहलाने से सांस की बीमारियां ठीक हो जाती हैं. यही कारण है कि लोग गाय को गौमाता कहते हैं.

पढ़ें :- फटी जींस के बाद शार्ट्स पर सीएम तीरथ का विवादित बयान, मचा बवाल

सीएम तीरथ का बेतुका बयान

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुंभ के समय पर कहा था कि मां गंगा की अविरल धारा है, मां गंगा का आशीर्वाद लेकर जाएंगे तो कोरोना नहीं फैलेगा. 21 मार्च को रामनगर में विश्व वानिकी दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दो ऐसे बयान देकर विवाद खड़े कर दिए जो सुर्खियां में छाए रहे. मुख्यमंत्री ने कहा जिस परिवार में ज्यादा लोग थे, उनको ज्यादा चावल मिला. गलती उनकी है जिन्होंने बच्चे कम पैदा किए. जब समय था तो 20 बच्चे क्यों नहीं पैदा किए?

रिप्ड जींस बयान पर भी मचा था बवाल

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ दिन बाद ही सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा था कि महिलाओं को फटी हुई जींस यानी रिप्ड जींस में देख कर हैरानी होती है. उनके मन में सवाल उठता है कि इससे समाज में क्या संदेश जाएगा.

अजय भट्ट का डिलीवरी पर बेतुका बयान

लोकसभा में होम्योपैथी केंद्रीय परिषद संशोधन विधेयक 2019 पर बोलते हुए भट्ट ने महिलाओं को नॉर्मल डिलीवरी के लिए अनोखा फॉर्मूला बताया था. उन्होंने लोकसभा में बिल पर चर्चा करते हुए कहा था कि गर्भवती महिलाएं अगर गरुड़ गंगा के पत्थर को रगड़ कर एक कप पानी के साथ पी लें, तो उसकी सामान्य डिलीवरी संभव है. जिसके बाद से उनके बयान की खासी किरकिरी हुई थी. भट्ट ने अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भले ही डॉक्टर ऑपरेशन की बात करें पर ये चमत्कार है. इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है.

सांप-बिच्‍छू काटने पर घिसकर लगाएं पत्‍थर का लेप

अजय भट्ट ने एक और बेतुका बयान देते हुए कहा था कि अगर सांप-बिच्छू के काटने पर कोई पत्थर घिसकर उसका लेप लगा ले तो जहर का असर खत्म हो जाता है.

निशंक भी दे चुके हैं बेतुका बयान

डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक भी ज्योतिष को लेकर बेतुका बयान दे चुके हैं. 16वीं लोकसभा में दिसंबर 2014 में रमेश पोखरियाल निशंक ने दावा किया था कि ज्योतिष के सामने विज्ञान बौना है. उनका ये बयान उस वक्त काफी चर्चाओं में रहा था.

Last Updated : May 13, 2021, 10:04 PM IST
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