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STING CASE: एक और 'सबूत' लेकर सामने आए हरीश रावत, स्टिंगकर्ता पर लगाया टेम्परिंग का आरोप, स्टिंग के पीछे 'हिमालय पुत्र के पुत्र' का बताया हाथ - हरीश रावत सोशल मीडिया पर पोस्ट

2016 उत्तराखंड स्टिंग प्रकरण पर जैसे-जैसे सीबीआई जांच तेज होती जा रही है. वैसे-वैसे हरीश रावत सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए पुरानी बातों को ताजा कर रहे हैं, साथ ही सीबीआई पर सवाल उठाते हुए खुद को पाक साफ बताने की कोशिश कर रहे हैं.

Harish Rawat
हरीश रावत
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Published : Jul 17, 2023, 6:03 PM IST

Updated : Jul 17, 2023, 6:25 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड स्टिंग प्रकरण पर सीबीआई जांच तेज होने के साथ ही राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. सोमवार को एक तरफ सीबीआई कोर्ट ने हरीश रावत और हरक सिंह रावत को वॉयस सैंपल देने के लिए नोटिस जारी किया तो दूसरी तरफ हरीश रावत ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर स्टिंग से जुड़े कुछ कथित 'सबूत' पेश कर मामले को सुर्खियां दे दी है. ऐसे में वह पोस्ट किए 'सबूतों' के आधार पर प्रकरण से जुड़े कुछ लोगों पर तंज कस रहे हैं. इससे पहले भी हरीश रावत ने ऑडियो पोस्ट कर मामले को हवा देने की पूरी कोशिश की.

  • पुत्र होने का संयोग जुड़ा है, उनके लिए कहता है कि स्टिंग के पीछे उन्हीं का हाथ है। धन का आदान-प्रदान हुआ है, कितना हुआ है..https://t.co/a1nGojNKKy.. यह ऐसा नाम है जब ये देहरादून और इसके आस-पास दिखाई दें, तो उत्तराखंड के ऊपर कोई न कोई संकट आता ही आता है!!#uttarakhand

    — Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हरीश रावत के नए पोस्ट के मुताबिक वह लिखते हैं, 'तथाकथित स्टिंग जिसमें एक्सपर्ट स्टिंगकर्ता ने कुछ छेड़छाड़ भी की है, उस स्टिंग के अलग-अलग हिस्सों को मैं 2-2 दिन के अंतराल के बाद आपके संज्ञानार्थ अपने फेसबुक पेज पर साझा करना चाहता हूं. स्टिंगकर्ता कहता है कि एक व्यक्ति जो राज्य के मुख्यमंत्री थे, जिनके साथ हिमालय पुत्र के पुत्र होने का संयोग जुड़ा है, उनके लिए कहता है कि स्टिंग के पीछे उन्हीं का हाथ है. धन का आदान-प्रदान हुआ है, कितना हुआ है... यह ऐसा नाम है जब ये देहरादून और इसके आस-पास दिखाई दें, तो उत्तराखंड के ऊपर कोई न कोई संकट आता ही आता है'.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड स्टिंग प्रकरण: हरीश रावत और हरक सिंह को देने होंगे वॉयस सैंपल, CBI कोर्ट ने सुनाया फैसला

हरीश रावत ने पोस्ट के जरिए साफ कहा कि स्टिंग से छेड़छाड़ की गई है. इससे पहले हरीश रावत ने 16 जुलाई को भी एक ऑडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. जिसमें निर्दलीय विधायक समेत 3 लोगों की फोटो लगाकर बातचीत करने का ऑडियो है. ऑडियो में मुख्यमंत्री को गिराने के लिए बड़ी रकम खर्च करने जैसी बातों को कहा जा रहा है. पोस्ट के जरिए हरीश रावत ने कहा, 'तथाकथित स्टिंग प्रकरण कुछ लोगों के लिए इन्वेस्टमेंट था और मैं इस इन्वेस्टर्स का शिकार हूं'.
ये भी पढ़ेंः इन्वेस्टमेंट और इन्वेस्टर्स के बीच फंसे हरदा! स्टिंग जांच के बीच पोस्ट ने मचाया बवाल

ये है पूरा मामला: 2016 में मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत का स्टिंग किया गया था और इसमें विधायकों की खरीद फरोख्त की बाते कही गई थी. स्टिंग करने का दावा उमेश कुमार ने किया था. इस स्टिंग के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया था. स्टिंग में विधायक मदन बिष्ट और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के शामिल होने का भा दावा किया गया था.

देहरादूनः उत्तराखंड स्टिंग प्रकरण पर सीबीआई जांच तेज होने के साथ ही राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. सोमवार को एक तरफ सीबीआई कोर्ट ने हरीश रावत और हरक सिंह रावत को वॉयस सैंपल देने के लिए नोटिस जारी किया तो दूसरी तरफ हरीश रावत ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर स्टिंग से जुड़े कुछ कथित 'सबूत' पेश कर मामले को सुर्खियां दे दी है. ऐसे में वह पोस्ट किए 'सबूतों' के आधार पर प्रकरण से जुड़े कुछ लोगों पर तंज कस रहे हैं. इससे पहले भी हरीश रावत ने ऑडियो पोस्ट कर मामले को हवा देने की पूरी कोशिश की.

  • पुत्र होने का संयोग जुड़ा है, उनके लिए कहता है कि स्टिंग के पीछे उन्हीं का हाथ है। धन का आदान-प्रदान हुआ है, कितना हुआ है..https://t.co/a1nGojNKKy.. यह ऐसा नाम है जब ये देहरादून और इसके आस-पास दिखाई दें, तो उत्तराखंड के ऊपर कोई न कोई संकट आता ही आता है!!#uttarakhand

    — Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

हरीश रावत के नए पोस्ट के मुताबिक वह लिखते हैं, 'तथाकथित स्टिंग जिसमें एक्सपर्ट स्टिंगकर्ता ने कुछ छेड़छाड़ भी की है, उस स्टिंग के अलग-अलग हिस्सों को मैं 2-2 दिन के अंतराल के बाद आपके संज्ञानार्थ अपने फेसबुक पेज पर साझा करना चाहता हूं. स्टिंगकर्ता कहता है कि एक व्यक्ति जो राज्य के मुख्यमंत्री थे, जिनके साथ हिमालय पुत्र के पुत्र होने का संयोग जुड़ा है, उनके लिए कहता है कि स्टिंग के पीछे उन्हीं का हाथ है. धन का आदान-प्रदान हुआ है, कितना हुआ है... यह ऐसा नाम है जब ये देहरादून और इसके आस-पास दिखाई दें, तो उत्तराखंड के ऊपर कोई न कोई संकट आता ही आता है'.
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हरीश रावत ने पोस्ट के जरिए साफ कहा कि स्टिंग से छेड़छाड़ की गई है. इससे पहले हरीश रावत ने 16 जुलाई को भी एक ऑडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. जिसमें निर्दलीय विधायक समेत 3 लोगों की फोटो लगाकर बातचीत करने का ऑडियो है. ऑडियो में मुख्यमंत्री को गिराने के लिए बड़ी रकम खर्च करने जैसी बातों को कहा जा रहा है. पोस्ट के जरिए हरीश रावत ने कहा, 'तथाकथित स्टिंग प्रकरण कुछ लोगों के लिए इन्वेस्टमेंट था और मैं इस इन्वेस्टर्स का शिकार हूं'.
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ये है पूरा मामला: 2016 में मुख्यमंत्री रहते हुए हरीश रावत का स्टिंग किया गया था और इसमें विधायकों की खरीद फरोख्त की बाते कही गई थी. स्टिंग करने का दावा उमेश कुमार ने किया था. इस स्टिंग के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया था. स्टिंग में विधायक मदन बिष्ट और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के शामिल होने का भा दावा किया गया था.

Last Updated : Jul 17, 2023, 6:25 PM IST
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