कोलकाता: पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यब्रत मुखर्जी का दक्षिण कोलकाता के बालीगंज स्थित सनीपार्क स्थित उनके आवास पर निधन हो गया. वह 90 वर्ष के थे. उन्हें राजनीतिक बिरादरी में 'ज़ोलू मुखर्जी' (Zulu Mukherjee) के नाम से जाना जाता था. दिग्गज वकील और राजनीतिक नेता के निधन की खबर पर शोक के साथ विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया. मुखर्जी के पुत्र सौमेंद्रनाथ मुखर्जी अब राज्य के महाधिवक्ता हैं.
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I am disheartened about the sad demise of former @BJP4Bengal President Shri Satyabrata Mukherjee. Popularly known as Jolu Babu, he was an MP & Minister in Atal Bihari Vajpayee Govt.
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) March 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Condolences to his family members & friends. May his soul attain eternal peace. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/YoSIloZJrC
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— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) March 3, 2023
Condolences to his family members & friends. May his soul attain eternal peace. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/YoSIloZJrCI am disheartened about the sad demise of former @BJP4Bengal President Shri Satyabrata Mukherjee. Popularly known as Jolu Babu, he was an MP & Minister in Atal Bihari Vajpayee Govt.
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) March 3, 2023
Condolences to his family members & friends. May his soul attain eternal peace. Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/YoSIloZJrC
शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, 'सत्यव्रत मुखर्जी, जोलू बाबू के नाम से लोकप्रिय थे. सत्यव्रत मुखर्जी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में सांसद और मंत्री थे. उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों के प्रति संवेदना. उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले. ओम शांति.'
सत्यव्रत मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कृष्णानगर से सांसद थे. सत्यव्रत मुखर्जी का जन्म 1932 में बांग्लादेश में ब्रिटिश शासन के तहत सिलहट (अब असम) में हुआ था. कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने कानून में अपनी रुचि को आगे बढ़ाया. लंदन में कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह प्रैक्टिस करने के लिए भारत लौट आए. इसके बाद सत्यब्रत मुखर्जी देश के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बने.
उन्होंने 1999 के लोकसभा चुनाव में कृष्णानगर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी. उस समय केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार थी. मुखर्जी पहली बार वाजपेयी कैबिनेट में रसायन और उर्वरक मंत्रालय (सितंबर 2000 से जून 2002 तक) में राज्य मंत्री बने.
सत्यव्रत उर्फ जोलू मुखर्जी को बाद में जुलाई 2002 से अक्टूबर 2003 तक उद्योग और वाणिज्य मंत्री नियुक्त किया गया. मुखर्जी 2008 तक पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष थे. गौरतलब है कि वाजपेयी कैबिनेट में मुखर्जी के साथ राज्य के एक और बीजेपी नेता तपन सिकदर भी थे. सिकदर भी नहीं रहे.
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