हैदराबाद : ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गमांग तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की उपस्थिति में बीआरएस में शामिल हुए (Ex Odisha CM joins BRS). शुक्रवार शाम तेलंगाना भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम केसीआर ने गिरिधर गमांग और कई अन्य नेताओं को बीआरएस में शामिल किया.
ओडिशा के पूर्व मंत्री शिवराज पांगी के साथ हेमा गमंगा, जयराम पांगी, रामचंद्र हांसदा, वृंदाबन मांझी, नबीन नंदा, रथ दास, भागीरथ शेट्टी, मायाधर जेना और अन्य नेता बीआरएस में शामिल होने वालों में शामिल हैं. इस अवसर पर सीएम केसीआर ने कहा कि गिरिधर गमंग ने किसानों के मुद्दों पर कई लड़ाई लड़ी हैं. गमंग देश के सक्रिय नेताओं में से एक हैं.
केसीआर ने साधा निशाना : इस अवसर पर केसीआर ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंंने कहा कि भारत के पास दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अधिक संसाधन हैं. लेकिन, देश के युवा अमेरिका जाने को बेताब हैं. भारत आजादी के 75 साल मना रहा है लेकिन भारत में किसानों को आज भी सिंचाई का पानी और बिजली नहीं मिलती है.
सीएम केसीआर ने कहा कि सरकारें बदलने के बावजूद किसानों और मजदूरों के हालात नहीं बदले हैं. सीएम केसीआर ने कहा कि 'अत्याचार से चुनाव जीतना पार्टियों का लक्ष्य बन गया है. पार्टियां और नेता चुनाव जीत रहे हैं लेकिन जनता हार रही है. लोगों को चुनाव जीतना चाहिए, पार्टियों या नेताओं को नहीं. असली लोकतंत्र तब होता है जब लोग चुनाव जीतते हैं. भारत को बदलाव की जरूरत है.'
उन्होंने कहा कि 'बहुत से लोग परिवर्तन के दौरान सामान्य आलोचनाएं करते हैं. महाराष्ट्र आर्थिक रूप से स्थिर राज्य है. तेलंगाना महाराष्ट्र से कमजोर है. पहले वे रोजगार के लिए तेलंगाना से महाराष्ट्र चले गए. अब पलायन करने वाले लोग वापस आ रहे हैं. वर्तमान में तेलंगाना में किसान आत्महत्या नहीं करते हैं. हम तेलंगाना में रायथु बंधु और रायथु बीमा प्रदान करते हैं. जब तेलंगाना में संभव है तो महाराष्ट्र और ओडिशा में क्यों नहीं? आर्थिक समस्या नहीं.. ईमानदारी की कमी के कारण परेशानी है. राजनीतिक ईमानदारी हो तो सब कुछ संभव है. भारत बिना किसी लक्ष्य के आगे बढ़ रहा है.'
पढ़ें- Odisha Former CM Left BJP: ओडिशा के पूर्व सीएम गिरिधर गमांग व उनके बेटे ने भाजपा से दिया इस्तीफा