अगरतलाः त्रिपुरा में पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार समेत माकपा के अन्य कुछ नेताओं पर हमले की खबर है. माणिक सरकार ने आरोप लगाया है कि यह हमला भाजपा के कार्यकर्ताओं ने किया है. हमले के शिकार बने माकपा नेताओं में विपक्षी नेता बादल चौधरी, विधायक सुधान दास, पूर्व विधायक बासुदेव मजुमदार और अन्य वरिष्ठ स्थानीय नेता शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, माणिक सरकार अपने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ दक्षिण त्रिपुरा में शांतिरबाजार गए थे. ये लोग वहां पांच मई को हुए एक हमले में घायल कार्यकर्ताओं से मिलने जा रहे थे.
आरोप है कि उसी दौरान उनके काफिले पर हमला कर दिया गया. वहां मौजूद लोग रोज वैली चिटफंड घोटाले को लेकर सरकार और चौधरी पर गालियां देने के साथ पत्थर, चप्पल आदि फेंकने लगे. उसी दौरान त्रिपुरा का पुलिस बल वहां आ पहुंचा और उन्हें वहां से बाहर निकालकर नरेंद्र सरकार के आवास तक पहुंचाया. इसके बाद वे अन्य एक नेता के आवास जाना चाहते थे, लेकिन शांतिरबाजार पुलिस प्रभारी सुब्रत चक्रवर्ती ने उन्हें स्थिति की गंभीरता समझाते हुए वापस लौट जाने की सलाह दी.
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हालात के मद्देनजर प्रतिनिधिमंडल जब लौटने लगा तब भीड़ ने उन पर पत्थरबाजी के साथ अंडे, डंडे, खाली बोतलें भी फेंकना शुरू कर दिया. पुलिस ने भीड़ को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की और प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा मुहैया कराया.
शांतिरबाजार एसडीपीओ निरुपन दत्ता ने दावा किया है कि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है. प्राथमिक सूचना के आधार पर आवश्यक पुलिस व्यवस्था कराई गई है.
हालांकि, इस घटना को लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
बाद में एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए माणिक सरकार ने आरोप लगाया है कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के लोगों ने ऐसा हमला करने के लिए उकसाया था और वे लोग हमले में भी शामिल थे.