गया: बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. इस बार उन्होंने शराबबंदी को लेकर यहां तक कह दिया कि ऐसा कानून नहीं चाहिए. गया के वजीरगंज में एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में जैसे भी उनकी पार्टी आएगी, वह घूम- घूमकर गरीबों को बताएंगे, कि जो पार्टी दारू, बालू, ताड़ी से प्रतिबंध हटाएगी, उसी को वोट देना है.
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जो दारू, बालू, ताड़ी पर प्रतिबंध हटाए, उसी को वोट देना' : दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बिहार के गया जिले के वजीरगंज गांव पहुंचे थे. यहां उन्होंने पतेड़ मंगरावा गांव के महादलित टोले के लोगों की समस्या सुनी. इसी बीच, स्थानीय लोगों ने मांझी से कहा कि पिछले दिनों दारू के नाम पर पुलिस और आबकारी विभाग के लोगों ने उन्हें दौड़ा दौड़ा कर पीटा. लोगों की समस्या को सुनकर मांझी भड़क गए और उन्होंने लोगों से कहा कि जो ताड़ी और दारू से बैन हटाएगा उसी को वोट देना.
''एक्साइज पुलिस की कार्रवाई दौरान 9 वर्ष से 40 वर्ष तक के लोगों पर शराब के नाम पर कहर बरपाया गया. यह घटना 17 अगस्त की है. 50 से 60 की संख्या में पुलिस आई और घर में बहूं, बेटी सभी के साथ मारपीट की. 9 वर्ष के अंशु कुमार को छाती में गंभीर चोट लगी है. वहीं 22 वर्षीय गर्भवती महिला की बुरी तरह से पिटाई की गई. दूधमुंहा बच्चे वाली मां को भी पीटा गया. अभी वो जेल में बंद है. यह निर्मम घटना है.'' - जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री
'शराबबंदी के नाम पर 3.50 लाख मजदूर पकड़े गए' : पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, एक्साइज विभाग शराबबंदी के नाम पर गरीबों पर कहर ढा रहा है. शराबबंदी के तहत 3.50 लाख ऐसे लोग पकड़े गए, जो मजदूरी करके लौट रहे थे. उन्होंने 250 ग्राम शराब पी ली थी. इन्हें जेल भेज दिया गया या जुर्माना लिया गया. जुर्माना नहीं दिया तो जेल जाना पड़ा. ऐसा कानून नहीं चाहिए, ऐसा कानून बंद हो.
'हमारे पिताजी भी बनाते थे दारू..' : मांझी ने आगे बताया कि वह 79 वर्ष के हैं. हमारे पिताजी भी शराब बनाते थे. लेकिन आज कल जो शराब बन रही है वो जहरीली है. मैंने अपने पिता को शराब पीने से मना किया था. तो वह मान गए थे. उनका बड़ा भाई इंस्पेक्टर और वह खुद राजनीति में रहते हुए कई पदों पर गए. आज भी बहुत से लोग शराब नहीं पीते हैं.
'IAS, IPS, मंत्री सब ब्रांडेड शराब पीते हैं' : पूर्व सीएम की मांझी ने कहा कि आज भी बहुत से लोग शराब नहीं पीते हैं, लेकिन आईएएस, आईपीएस, विधायक, मंत्री, ठेकेदार सब ब्रांडेड शराब पीते हैं. रात 10 बजे के बाद यह शराब पीना शुरू करते हैं. लाखों के मूल्य की ब्रांडेड शराब पीते हैं. क्या यह दुनिया नहीं जानती है. पूर्व सीएम ने कहा कि, जो भी गरीब मजदूर शराब पीते हैं, 10 बजे रात के बाद पिएं और सुबह में अपना काम करें. साथ ही उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि, जो ऐसी व्यवस्था करे, उसी पार्टी को वोट दें.